राजस्थान की चित्र शैलियां
- प्रश्न 91 चित्रकला के विकास हेतु कार्यरत संस्था ‘टखमण-28’ का सम्बंध किस जिले से है -
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- (अ) जोधपुर
- (ब) उदयपुर
- (स) जयपुर
- (द) बीकानेर
उत्तर : उदयपुर
व्याख्या :
‘टखमण 28 ’ की स्थापना वर्ष 1968 में हुयी जिसमें 28 अस्थाई एवं स्थाई सदस्य हैं। सभी आर्टिस्ट अपने अपने ढंग से प्रयोगात्मक शैली में कार्यरत हैं।
- प्रश्न 92 राजस्थान की वह चित्रकला शैली कौनसी थी, जिसमें चित्रों पर चित्रकार के हस्ताक्षर किए जाते थे -
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- (अ) किशनगढ़ शैली
- (ब) बीकानेर शैली
- (स) जैसलमेर शैली
- (द) मारवाड़ शैली
उत्तर : बीकानेर शैली
व्याख्या :
यह शैली मुगल शैली, से प्रभावित रही। इस शैली का प्रारम्भिक विकास रायसिंह राठौड़ के समय हुआ। इस शैली का स्वर्णकाल महाराजा अनूपसिंह का काल माना जाता है।
- प्रश्न 93 मेवाड़ चित्रशैली का सबसे प्राचीन चित्र ‘श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णी’ का चित्रांकन किस चित्रकार द्वारा किया गया -
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- (अ) साहिबदीन
- (ब) मनोहर
- (स) कमलचन्द्र
- (द) चूरूद्दीन
उत्तर : कमलचन्द्र
व्याख्या :
मेवाड़ी शैली का प्रारम्भिक प्राप्त चित्र 'श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णी' है, जिसे 1260 ई. में महाराणा 'तेजसिंह' के काल में चित्रकार 'कमलचंद्र' ने चित्रित किया था। दूसरा ग्रन्थ ‘सुपासनाह चरियम’ (पाश्र्वनाथ चरित्र) 1423 ई. में देलवाड़ा में चित्रित हुआ। केशव की रसिक प्रिया तथा गीत गोविन्द मेवाड़ शैली के प्रमुख उदाहरण है।
- प्रश्न 94 बूंदी के गढ़ पैलेस में चित्रशाला का निर्माण किसने करवाया -
JSA Ballistic-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) राव सुर्जन
- (ब) राव अनिरूद्धसिंह
- (स) महाराव बुधसिंह
- (द) महाराव उम्मेदसिंह
उत्तर : महाराव उम्मेदसिंह
- प्रश्न 95 निम्नलिखित में से कौनसी चित्रशैली पंचतन्त्र चित्रांकन के लिये जानी जाती है -
JSA Serology-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) बूंदी
- (ब) मारवाड़
- (स) मेवाड़
- (द) नाथद्वारा
उत्तर : मारवाड़
- प्रश्न 96 कमला व इलायची महिलाएं किस चित्रकला शैली से जुड़ी हुई है -
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- (अ) नाथद्वारा
- (ब) आमेर
- (स) किशनगढ़
- (द) देवगढ़
उत्तर : नाथद्वारा
व्याख्या :
कमला व इलायची नाथद्वारा शैली की महिला चित्रकार हैं। नाथ द्वारा मेवाड़ रियासत के अन्तर्गत आता था, जो वर्तमान में राजसमंद जिले में स्थित है।यहां स्थित श्री नाथ जी मंदिर का निर्माण मेवाड़ के महाराजा राजसिंह न 1671-72 में करवाया था।यह मंदिर पिछवाई(मंदिर में मुर्ति के पिछे का पर्दा) कला के लिए प्रसिद्ध है, जो वास्तव में नाथद्वारा शैली का रूप है।
- प्रश्न 97 ‘चोर पंचाशिका’ किस शैली का चित्र है -
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- (अ) मेवाड़ शैली
- (ब) मारवाड़ शैली
- (स) बीकानेर शैली
- (द) किशनगढ़ शैली
उत्तर : मेवाड़ शैली
व्याख्या :
इस शैली में रामायण, महाभारत, रसिक प्रिया, गीत गोविन्द इत्यादि ग्रन्थों पर चित्र बनाए गए। मेवाड़ चित्रकला शैली पर गुर्जर तथा जैन शैली का प्रभाव रहा है। चौरपंचाशिका में 50 श्लोक हैं। अतः इसे पंचाशिका कहा गया। इसमें गुप्त प्रेम का वर्णन है। या यूं कहें छुप-छुप कर, चोरी-चोरी से प्रेम करने की कथा-व्यथा इस पुस्तक में बड़े ही मार्मिक भाव से वर्णित हैं।
- प्रश्न 98 पंचतन्त्र चित्रांकन किस चित्रशैली की प्रमुख विशेषता है -
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- (अ) बूंदी
- (ब) नाथद्वारा
- (स) मारवाड़
- (द) ढूंढार
उत्तर : मारवाड़
- प्रश्न 99 ‘वर्षा में नाचते हुए मोर’ राजस्थान की किस चित्रकला शैली की विशेषता है -
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- (अ) जयपुर
- (ब) बूंदी
- (स) किशनगढ़
- (द) मारवाड़
उत्तर : बूंदी
- प्रश्न 100 राजस्थान की प्रथम चितेरी महिला कौन थी -
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- (अ) पार्वती देवी
- (ब) लक्ष्मी देवी
- (स) गायत्री देवी
- (द) विद्या देवी
उत्तर : पार्वती देवी
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