राजस्थान का भौतिक स्वरूप
- प्रश्न 1 राज्य में अरावली पर्वतमाला का सर्वाधिक महत्व इसलिए है क्यौकि-
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- (अ) यहां दुर्लभ वन्य जिव एवं वनस्पतियाँ पाई जाती हैं
- (ब) यह पश्चिम मरूस्थल के प्रसार को दक्षिण-पूर्वी जिलों में होने से रोकती हैं
- (स) इसमें अत्यधिक मात्रा में खनिज पाये जाते हैं
- (द) उपर्युक्त सभी
उत्तर : उपर्युक्त सभी
व्याख्या :
अरावली पर्वतमाला अपेक्षाकृत आर्द्र पूर्वी राजस्थान व मरुस्थलीय और शुष्क पश्चिमी राजस्थान को प्राकृतिक रूप से विभाजित करती है। यह पर्वतमाला जैव-विविधता के मामले में समृद्ध है और यहाँ कई तरह के औषधीय पौधे पाये जाते हैं। वर्तमान में लाल बलुआ पत्थर व अन्य खनिजों की प्राप्ति के लिए किए जा रहे खनन से अरावली पर्वतमाला का अस्तित्व तेजी से सिमट रहा है।
- प्रश्न 2 महान शुष्क मरूस्थल राजस्थान के किन-किन जिलों में मुख्यतः वितृत है-
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- (अ) जैसलमेर,बाड़मेर,बीकानेर,जोधपुर
- (ब) बाड़मेर,जैसलमेर,जालौर,बीकानेर
- (स) जैसलसर,चुरू,नागौर,बाड़मेर
- (द) चुरू,नागौर,बीकानेर,जैसलमेर
उत्तर : जैसलमेर,बाड़मेर,बीकानेर,जोधपुर
व्याख्या :
महान शुष्क मरूस्थल जैसलमेर,बाड़मेर,बीकानेर,जोधपुर, फलौदी, बालोतरा में मुख्यतः वितृत है।
- प्रश्न 3 राजस्थान के मरूस्थल को किस नाम से जाना जाता है-
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- (अ) सहारा
- (ब) थार
- (स) शुष्क मरूस्थल
- (द) कच्छ
उत्तर : थार
व्याख्या :
राजस्थान का अरावली श्रेणीयों के पश्चिम का क्षेत्र शुष्क एवं अर्द्धशुष्क मरूस्थली प्रदेश है। यह एक विशिष्ठ भौगोलिक प्रदेश है। जिसे भारत का विशाल मरूस्थल अथवा थार का मरूस्थल के नाम से जाना जाता है। थार का मरूस्थल विश्व का सर्वाधिक आबाद तथा वन वनस्पति वाला मरूस्थल है। ईश्वरी सिंह ने थार के मरूस्थल को रूक्ष क्षेत्र कहा है। थार का मरुस्थल सबसे नवीनतम भौगोलिक प्रदेश है।
- प्रश्न 4 लुनी नदी के उत्तर में राजस्थान की उत्तरी-पूर्वी सीमा तक आन्तरिक जल-प्रवाह का क्षेत्र है,यह कहलाता है-
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- (अ) मेरवाड़ा प्रदेश
- (ब) गिरवा क्षेत्र
- (स) शेखावटी क्षेत्र
- (द) बांगड़ प्रदेश
उत्तर : शेखावटी क्षेत्र
व्याख्या :
इसे बांगर प्रदेश के नाम से जाना जाता है। शेखावटी प्रदेश का विस्तार झुझुनू, सीकर, चुरू तथा डीडवाना कुचामन में है। इस प्रदेश में अनेक नमकीन पानी के गर्त(रन) हैं जिसमें डीडवाना, डेगाना, सुजानगढ़, तालछापर, परीहारा, कुचामन आदि प्रमुख है।
- प्रश्न 5 राजस्थान में अरावली पर्वतमाला का विस्तार उत्तर में कहाँ तक है-
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- (अ) खेतड़ी(नीमकाथाना)
- (ब) सादुलशहर(गंगाानगर)
- (स) नोहर(हनुमानगढ़)
- (द) लक्ष्मणगढ़(सीकर)
उत्तर : खेतड़ी(नीमकाथाना)
व्याख्या :
राज्य के मध्य अरावली पर्वत माला स्थित है। यह विश्व की प्राचीनतम वलित पर्वत माला है। यह पर्वत श्रृंखला श्री केम्ब्रियन (पोलियोजोइक) युग की है। यह दक्षिण -पश्चिम में गुजरात के पालनपुर से प्रारम्भ होकर उत्तर-पूर्व में दिल्ली तक लम्बी है। जबकि राजस्थान में यह श्रंृखला खेडब्रहमा (सिरोही) से खेतड़ी(नीमकाथाना) तक 550 कि.मी. लम्बी है जो कुल पर्वत श्रृंखला का 80 प्रतिशत है।
- प्रश्न 6 राज्य का सर्वाधिक उपजाऊ भौतिक विभाग है-
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- (अ) अरावली पर्वतीय प्रदेश
- (ब) दक्षिणी-पूर्वी पठारी क्षेत्र
- (स) पूर्वी मैदानी भाग
- (द) उपयुक्त सभी
उत्तर : पूर्वी मैदानी भाग
व्याख्या :
अरावली पर्वत के पूर्वी भाग और दक्षिणी-पूर्वी पठारी भाग के उत्तरी भाग में पूर्व का मैदान स्थित है। यह मैदान राज्य के कुल क्षेत्रफल का 23.3 प्रतिशत है। इस क्षेत्र में राज्य की 39 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है। यह प्रदेश नदी बेसिन प्रदेश है अर्थात नदियों द्वारा जमा कि गई मिट्टी से इस प्रदेश का निर्माण हुआ है। इस कारण यह सर्वाधिक उपजाऊ भौतिक विभाग है।
- प्रश्न 7 गंगा-जमुना के मैदान राज्य के किस ओर हैं-
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- (अ) उत्तर
- (ब) पूर्व
- (स) दक्षिण-पूर्व
- (द) दक्षिण
उत्तर : पूर्व
व्याख्या :
पूर्वी मैदानी भाग अरावली पर्वत माला के पूर्व में स्थित है। राजस्थान प्रदेश का पूर्वी हिस्सा एक समतल मैदान के रूप में विस्तृत है। यह मैदान नदी बेसिन प्रदेश है जो गंगा व यमुना नदियों द्वारा निर्मित मैदान है। मैदान की दक्षिण-पूर्वी सीमा विन्धयन पठार द्वारा बनाई जाती है।
- प्रश्न 8 राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र प्राक् ऐतिहासिक काल के किस भाग का अवशेष हैं-
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- (अ) गोण्डवाणा लैण्ड
- (ब) अंगाारालैण्ड
- (स) टेथिस सागर
- (द) न्यूफाउण्डलैण्ड
उत्तर : टेथिस सागर
व्याख्या :
राजस्थान का पश्चिमी रेगिस्तानी क्षेत्र तथा उसमें स्थित खारे पानी की झीलें टेथिस सागर का अवशेष है। जबकि राजस्थान का मध्य पर्वतीय प्रदेश तथा दक्षिणी पठारी क्षेत्र गोडवानालैण्ड का अवशेष है।
- प्रश्न 9 राजस्थान के क्षेत्रफल का कितना भू-भाग रेगिस्तानी क्षेत्र है-
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- (अ) लगभग 1/2
- (ब) लगभग 1/3
- (स) लगभग 2/3
- (द) लगभग 1/4
उत्तर : लगभग 2/3
व्याख्या :
राजस्थान का अरावली श्रेणीयों के पश्चिम का क्षेत्र शुष्क एवं अर्द्धशुष्क मरूस्थली प्रदेश है। यह एक विशिष्ठ भौगोलिक प्रदेश है। जिसे भारत का विशाल मरूस्थल अथवा थार का मरूस्थल के नाम से जाना जाता है। थार का मरूस्थल विश्व का सर्वाधिक आबाद तथा वन वनस्पति वाला मरूस्थल है। ईश्वरी सिंह ने थार के मरूस्थल को रूक्ष क्षेत्र कहा है। राज्य के कुल क्षेत्रफल का 61 प्रतिश है। इस क्षेत्र में राज्य की 40 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।
- प्रश्न 10 उत्तरी-पश्चिमी शुष्क प्रदेश में वर्षा न होने का प्रमुख कारण है-
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- (अ) रेत के टीलों का बहुतायत
- (ब) अत्यधिक गर्मी
- (स) धूल भरी आँधियां चलना
- (द) अरावली का वृष्टि छाया प्रदेश होना
उत्तर : अरावली का वृष्टि छाया प्रदेश होना
व्याख्या :
अरावली पर्वत श्रेणीयों ने जलवायु कि दृष्टि से राजस्थान को दो भागों में विभक्त कर दिया है। अरावली पर्वत श्रेणीयां मानसुनी हवाओं के चलने कि दिशाओं के अनुरूप होने के कारण मार्ग में बाधक नहीं बन पाती अतः मानसुनी पवनें सीधी निकल जाती है और वर्षा नहीं करा पाती। इस प्रकार पश्चिमी क्षेत्र अरावली का दृष्टि छाया प्रदेश होने के कारण अल्प वर्षा प्राप्त करताह है।
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