राजस्थान में परंपरागत जल प्रबंधन
- प्रश्न 1 वर्षाजल संग्रहण करने वाला रानीसर टाँका कहाँ स्थित है -
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1 -
- (अ) बीकानेर
- (ब) जैसलमेर
- (स) जोधपुर
- (द) बाड़मेर
उत्तर : जोधपुर
व्याख्या :
टंका या टेंक राजस्थान में पारंपरिक वर्षा जल संचयन तकनीक है। टंका एक गोलाकार या आयताकार आकार का तालाब है। जोधपुर में रानीसर और पदमसर, रणथंभौर के वन तालाब, सुखसागर टैंक और पद्मिनी टैंक कुछ प्रसिद्ध हैं।
- प्रश्न 2 जैसलमेर जिले में पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा शुरू की गई परम्परागत जल संरक्षण की विधि कहलाती है –
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1 -
- (अ) कुंडी
- (ब) टांका
- (स) खड़ीन
- (द) जोहड़
उत्तर : खड़ीन
- प्रश्न 3 राजस्थान के शुष्क व अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में “पालर-पानी” शब्द किसके लिए प्रयक्त होता है -
REET-2022 Level 2 (सामाजिक अध्ययन) Shift-III -
- (अ) नदी जल
- (ब) भूमिगत जल
- (स) नहरी जल
- (द) वर्षा जल
उत्तर : वर्षा जल
- प्रश्न 4 राजस्थान के थार मरूस्थल की परम्परागत जल संग्रहण तकनीक है -
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 29 June 2022 Paper-1 -
- (अ) टांका
- (ब) खडिन
- (स) बावड़ी
- (द) तालाब
उत्तर : टांका
व्याख्या :
राजस्थान के मरुस्थलीय ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षाजल को संग्रहित करने के लिए कुंड निर्मित किये जाते है। जिन्हे टांका भी कहते हैं। इसमें संग्रहीत जल का उपयोग मुख्य रूप से पेयजल के लिये किया जाता हैं। यह एक प्रकार का छोटा भूमिगत सरोवर होता है। जिसको ऊपर से ढँक दिया जाता है।
- प्रश्न 5 लेवा तालाब नामक वर्षाजल संग्रहण संरचना किस जिले में स्थित है -
Lab Assistant Exam 2022 (Home Science) -
- (अ) कोटा
- (ब) बारां
- (स) बूंदी
- (द) भीलवाड़ा
उत्तर : बारां
- प्रश्न 6 निम्नलिखित में से राजस्थान में कौन सी जल संरक्षण की परंपरागत विधि नहीं है -
Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (morning shift) -
- (अ) नाड़ी
- (ब) टोबा
- (स) जोहड़
- (द) नाली
उत्तर : नाली
- प्रश्न 7 राजस्थान में, टांका और खड़ीन प्रकार है -
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- (अ) परम्परागत युद्धकौशल के
- (ब) परम्परागत लोकनृत्य के
- (स) परम्परागत कृषि पद्धति के
- (द) परम्परागत जल संरक्षण तकनीक के
उत्तर : परम्परागत जल संरक्षण तकनीक के
- प्रश्न 8 निम्नलिखित में से कौन सी राजस्थान में परम्परागत जल संरक्षण की विधि नहीं है -
Reet 2015 level-2 SST -
- (अ) खड़ीन
- (ब) टांका
- (स) टोबा
- (द) नाली
उत्तर : नाली
- प्रश्न 9 ‘टांका’ और ‘खड़ीन’ प्रकार हैं -
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- (अ) आदिवासी युद्धकौशल
- (ब) आदिवासी बोलियां
- (स) परम्परागत कृषि पद्धतियां
- (द) परम्परागत जल संरक्षण संरचनाएं
उत्तर : परम्परागत जल संरक्षण संरचनाएं
व्याख्या :
राजस्थान के मरुस्थलीय ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षाजल को संग्रहित करने के लिए कुंड निर्मित किये जाते है। जिन्हे टांका भी कहते हैं।
खड़ीन का प्रचलन 15वी शताब्दी में जैसलमेर के पालीवाल ब्राह्मणों ने किया था। यह ढाल युक्त भूमि पर दो तरफ मिट्टी की दीवार(पाल) और तीसरी तरफ पक्का अवरोध बनाकर निर्मित की जाती है।
इस प्रकार ‘टांका’ और ‘खड़ीन’ परम्परागत जल संरक्षण संरचनाएं हैं।
- प्रश्न 10 निम्नलिखित में से कौन सी राजस्थान में जल संरक्षण की परम्परागत विधि नहीं है -
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- (अ) नाली
- (ब) नाड़ी
- (स) टोबा
- (द) जोहड़
उत्तर : नाली
व्याख्या :
राजस्थान में नाली जल संरक्षण की पारंपरिक विधि नहीं है।
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