गुर्जर प्रतिहार वंश
- प्रश्न 1 अरब यात्री सुलेमान ने किस प्रतिहार राजा के शासनकाल में भारत की यात्रा की -
RAS (Pre) Exam - 2023 -
- (अ) नागभट्ट द्वितीय
- (ब) नागभट्ट प्रथम
- (स) वत्सराज
- (द) भोज प्रथम
उत्तर : भोज प्रथम
व्याख्या :
अरब यात्री ‘सुलेमान’ ने मिहिरभोज के समय भारत की यात्रा की ओर मिहिरभोज को भारत का सबसे शक्तिशाली शासक बताया।
- प्रश्न 2 प्रतिहार एवं पाल शासकों पर अपनी विजय की खुशी में ध्रुव ने गंगा व यमुना के चिह्नों को सम्मिलित किया-
-
- (अ) राष्ट्रकूट कुल चिह्न (एम्बलम) में
- (ब) चोल कुल चिह्न (एम्बलम) में
- (स) चन्देल कुल चिह्न (एम्बलम) में
- (द) पाल कुल चिह्न (एम्बलम) में
उत्तर : राष्ट्रकूट कुल चिह्न (एम्बलम) में
व्याख्या :
वत्सराज(783-795ई.) के समकालीन राष्ट्रकूट राजा ध्रुव बड़ा महत्वकांक्षी था। उसने वत्सराज पर आक्रमण कर किया और इन्हें पराजित कर दिया। इसके बाद उसने पाल शासक धर्मपाल को भी पराजित कर दिया। यह युद्ध गंगा और यमुना के दोआब में हुआ था इसी कारण इस विजय के उपलक्ष्य में ध्रुव ने कुलचिह्न(एम्बलम) में गंगा व यमुना के चिह्नों का सम्मिलित किया।
- प्रश्न 3 गुर्जर प्रतिहार शासक मथन देव कहाँ शासन करता था -
Senior Physical Education Teacher Exam - 2022 (Paper-I GK And Others) -
- (अ) मंडोर
- (ब) राजोरगढ़
- (स) जालौर
- (द) मेड़ता
उत्तर : राजोरगढ़
व्याख्या :
गुर्जर प्रतिहार शासक मथन देव राजोरगढ़ का शासक था।
- प्रश्न 4 प्रतिहारा की 26 शाखाओं में से, सबसे प्राचीन शाखा है :
Sr. Teacher Gr II Comp. Exam - 2022 (Sanskrit Edu.) Group B -
- (अ) मण्डोर
- (ब) उज्जैन
- (स) कन्नौज
- (द) ग्वालियर
उत्तर : मण्डोर
व्याख्या :
गुर्जर-प्रतिहारों की 26 शाखाओं में मण्डोर शाखा सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण थी। जोधपुर और घटियाला शिलालेखों के अनुसार हरिशचन्द्र नामक ब्राह्मण के दो पत्नियां थी। एक ब्राह्मणी और दूसरी क्षत्राणी भद्रा। क्षत्राणी भद्रा के चार पुत्रों भोगभट्ट, कद्दक, रज्जिल और दह ने मिलकर मण्डौर को जीतकर गुर्जर प्रतिहार वंश की स्थापना की। रज्जिल तीसरा पुत्र होने पर भी मण्डौर की वंशावली इससे प्रारम्भ होती है।
- प्रश्न 5 उस अरबी यात्री का नाम बताइये जिसने मिहिर भोज के समय का वृत्तांत प्रस्तुत किया।
Sr. Teacher Gr II Comp. Exam - 2022 (Sanskrit Edu.) Group A -
- (अ) ओबेदुल्लाह हुसैनी
- (ब) सुलेमान
- (स) शाहआलम निरून
- (द) अल मसूदी हज्जाब
उत्तर : सुलेमान
व्याख्या :
मिहिर भोज वेष्णों धर्म का अनुयायी थे। इनका प्रथम अभिलेख वराह अभिलेख है जिसकी तिथि 893 विक्रम संवत् (836 ई.) है। अरब यात्री ‘सुलेमान’ ने मिहिरभोज के समय भारत की यात्रा की ओर मिहिरभोज को भारत का सबसे शक्तिशाली शासक बताया।
- प्रश्न 6 मण्डोर - प्रतिहार वंश के किस शासक से वंशावली प्रारम्भ होती है -
Sr. Teacher Gr II Comp. Exam - 2022 (G.K. & Edu. Psychology) Group D -
- (अ) कंदक
- (ब) रज्जिल
- (स) हरिशचन्द्र
- (द) भोगभट्ट
उत्तर : रज्जिल
व्याख्या :
गुर्जर-प्रतिहारों की 26 शाखाओं में यह शाखा सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण थी। जोधपुर और घटियाला शिलालेखों के अनुसार हरिशचन्द्र नामक ब्राह्मण के दो पत्नियां थी। एक ब्राह्मणी और दूसरी क्षत्राणी भद्रा। क्षत्राणी भद्रा के चार पुत्रों भोगभट्ट, कद्दक, रज्जिल और दह ने मिलकर मण्डौर को जीतकर गुर्जर प्रतिहार वंश की स्थापना की। रज्जिल तीसरा पुत्र होने पर भी मण्डौर की वंशावली इससे प्रारम्भ होती है।
- प्रश्न 7 _____ को पराजित कर प्रतिहारों ने भीनमाल के राज्य पर अधिकार प्राप्त किया।
CET 2022 (12th Level) 11 February 2023 Shift-2 -
- (अ) गुहिलोतों
- (ब) भाटीयों
- (स) चौहानों
- (द) चावड़ाओं
उत्तर : चावड़ाओं
व्याख्या :
प्रतिहार शासक नागभट्ट प्रथम ने आठवीं शताब्दी में भीनमाल पर अधिकार कर उसे अपनी राजधानी बनाया।
- प्रश्न 8 प्रतिहार शासक _____ के शासन काल में जैन ग्रन्थ हरिवंशपुराण एवं कुवलयमाला की रचना हुयी -
CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-2 -
- (अ) वत्सराज
- (ब) रामभद्र
- (स) मिहिर भोज
- (द) महिन्द्रपाल प्रथम
उत्तर : वत्सराज
व्याख्या :
वत्सराज के समय में उदयोतन सूरी ने ‘कुवलयमाला’ और जैन आचार्य जिनसेन ने ‘हरिवंश पुराण’ की रचना की।
- प्रश्न 9 उस प्रतिहार शासक का नाम बताइये जिसने न केवल अरबों के आगे बढ़ने पर अंकुश लगाया बल्कि अनेक शासकों को उनके आधिपत्य से भी मुक्त किया -
CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-1 -
- (अ) नागभट्ट द्वितीय
- (ब) नागभट्ट प्रथम
- (स) देवराज
- (द) वत्सराज
उत्तर : नागभट्ट प्रथम
व्याख्या :
प्रतिहार शासक नागभट्ट प्रथम ने आठवीं शताब्दी में भीनमाल पर अधिकार कर उसे अपनी राजधानी बनाया। बाद में में इन्होंने उज्जैन को अपने अधिकार में कर लिया एवं उज्जैन उनकी शक्ति का प्रमुख केन्द्र हो गया। ये बड़े प्रतापी शासक थे इनका दरबार ‘नागावलोक का दरबार’ कहलाता था। इनके समय में सिन्ध की ओर से बिलोचों ने आक्रमण किया और अरबो ने अरब से। नागभट्ट ने इन्हें अपनी सीमा में घुसने नहीं दिया जिससे उनकी ख्याति बहुत बढ़ी।
- प्रश्न 10 गुर्जर प्रतिहार वंश के किस शासक ने अपने पराक्रम से गुर्जरों की प्रतिष्ठा को पुनःस्थापित किया -
3rd Grade Teacher 2022 Urdu L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य) -
- (अ) कक्कुक
- (ब) नागभट्ट द्वितीय
- (स) नागभट्ट प्रथम
- (द) देवराज
उत्तर : नागभट्ट द्वितीय
व्याख्या :
नागभट्ट द्वितीय वत्सराज के उत्तराधिकारी थे। इन्होंने 816 ई. में कन्नौज पर आक्रमण कर चक्रायुद्ध को पराजित किया तथा कन्नौज को प्रतिहार वंश की राजधानी बनाया।
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