राजस्थान में वन
प्रश्न 1 सन् 1730 में राजस्थान के जोधपुर जिले में खेजड़ली आन्दोलन किसके लिए हुआ था-
(अ) जल संरक्षण के लिए
(ब) वन संरक्षण के लिए
(स) नदी संरक्षण के लिए
(द) मृदा संरक्षण के लिए
व्याख्या :
खेजड़ी के लिए राज्य में सर्वप्रथम बलिदान अमृतादेवी के द्वारा सन 1730 में दिया गया। अमृता देवी द्वारा यह बलिदान भाद्रपद शुक्ल दशमी को जोधुपर के खेजड़ली गाँव में 363 लोगों के साथ दिया गया। इस बलिदान के समय जोधपुर का शासक अभयसिंग था। वन्य जीव सरंक्षण के लिए दिया जाने वाला सर्वक्षेष्ठ पुरस्कार अमृता देवी वन्य जीव पुरस्कार है। इस पुरस्कार की शुरूआत 1994 में की गई।
प्रश्न 2 अंजन व पाला नामक घास पाई जाती है -
(अ) अजमेर
(ब) जोधपुर
(स) दौसा
(द) धौलपुर
व्याख्या :
अंजन एक बहुवर्षीय घास है जिसकी ऊंचाई 0.3 से 1.2 मीटर तक होती है। अंजन घास अफ्रीका के शुष्क प्रदेश, मेडागास्कर तथा पूर्वी बर्मा की उत्पत्ति की मानी जाती है। राजस्थान में यह घास बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर एवं बाड़मेर जिलों में पाई जाती है।
प्रश्न 3 राजस्थान के वे जिले जिनमें खस नाम की सुगन्धित घास प्रचुरता से उगती है -
(अ) झालावाड़, बूंदी, कोटा
(ब) भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौड़गढ़
(स) भरतपुर, टोंक, सवाई माधोपुर
(द) करौली, अलवर, धौलपुर
व्याख्या :
खस घास की जड़ों से सुगंधित तेल निकाला जाता है, जो इत्र और शरबत बनाने के काम आता है। यह घास मुख्यतः भरतपुर, सवाई माधोपुर व टोंक जिलों में उत्पन्न होती है। इस घास के तनों से कूलर की टाटिया और कमरो को ठंडा रखने वाले परदे बनाए जाते हैं।
प्रश्न 4 राजस्थान में ‘खस’ घास उत्पादित जिले हैं -
(अ) जयपुर, अलवर, अजमेर
(ब) भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौड़गढ़
(स) टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर
(द) अलवर, धौलपुर, करौली
व्याख्या :
राजस्थान के टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर जिलों में खस घास उगती है। क्राइसोपोगोन ज़िज़ानियोइड्स, जिसे आमतौर पर वेटिवर और खस के रूप में जाना जाता है, खस घास भारत की मूल प्रजाति है।
प्रश्न 5 राजस्थान के वे जिले जिनमें खस नाम की सुगन्धित घास प्रचुरता से उगती है -
(अ) झालवाड़, बूँदी, कोटा
(ब) भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौड़गढ़
(स) भरतपुर, टोंक, सवाई माधोपुर
(द) करौली, अलवर, धौलपुर
व्याख्या :
राजस्थान के टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर जिलों में खस घास उगती है। क्राइसोपोगोन ज़िज़ानियोइड्स, जिसे आमतौर पर वेटिवर और खस के रूप में जाना जाता है, खस घास भारत की मूल प्रजाति है।
प्रश्न 6 भारत राज्य वन रिपोर्ट 2021 के अनुसार, वनस्पति आवरण के संदर्भ में वन क्षेत्र 16,654 वर्ग किमी है व राजस्थान के भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत है।
(अ) 6.74
(ब) 7.48
(स) 8.47
(द) 4.87
व्याख्या :
वन रिपोर्ट 2021 के अनुसार राजस्थान में कुल वनावरण 16654.96 वर्ग किमी. (16655 वर्ग किमी.) है, जो राज्य के कुल क्षेत्रफल का 4.87 प्रतिशत है।
प्रश्न 7 राजस्थान में 75 से 110 सेन्टीमीटर औसत वर्षा वाले क्षेत्रों में निम्न में से किस प्रकार की वनस्पति पाई जाती है -
(अ) उष्ण कटिबंधीय काँटेदार वन
(ब) गुल्म तथा झाड़ी
(स) शुष्क वन
(द) शुष्क सागवान वन
व्याख्या :
शुष्क सागवान के वन राजस्थान के दक्षिणी भाग में स्थित हैं। सागवान के जंगल 75 से 110 सेमी वार्षिक औसत वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
प्रश्न 8 राजस्थान स्टेट इनवायरमेन्ट पॉलिसी सर्वप्रथम किस वर्ष लागू की गई थी -
(अ) 2011
(ब) 2016
(स) 2010
(द) 2014
व्याख्या :
राजस्थान राज्य पर्यावरण नीति (एसईपी) 2010 में घोषित की गई थी।
प्रश्न 9 वन विभाग, राजस्थान के प्रशासनिक प्रतिवेदन 2022 के अनुसार, निम्नलिखित में से किन जिलों के समूह में 2019-2021 के बीच अधिकतम दर (% में) से वन का विनाश हुआ -
(अ) सिरोही तथा जालौर
(ब) करौली तथा भरतपुर
(स) सिरोही तथा भरतपुर
(द) जालौर तथा करौली
व्याख्या :
सर्वाधिक कमी वाले जिले जालौर (32.46 वर्ग किमी), करौली (26.16 वर्ग किमी)
प्रश्न 10 वन विभाग, राजस्थान के प्रशासनिक प्रतिवेदन 2022-23 के अनुसार, उन जिलों के समूह का चयन कीजिए जहाँ 2021 के आकलन के अनुसार वनावरण उनके भौगोलिक क्षेत्र के 10% से अधिक हो -
(अ) सीकर, जालौर, झालावाड़
(ब) राजसमन्द, करौली, धौलपुर
(स) बाँसवाड़ा, भरतपुर, दौसा
(द) पाली, भीलवाड़ा, अजमेर
व्याख्या :
राजसमन्द : 11.10% , करौली : 15.28%, धौलपुर : 13.82%, सीकर : 2.61%, जालौर : 2.21%, झालावाड़ : 7.02%, बाँसवाड़ा : 5.94%
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