राजस्थान में 1857 की क्रांति
- प्रश्न 11 1857 की क्रांति के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था?
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- (अ) लॉर्ड डलहौजी
- (ब) पैथिक लारेंस
- (स) माउंटबेटन
- (द) लॉर्ड कैनिंग
उत्तर : लॉर्ड कैनिंग
व्याख्या :
क्रांति के समय गवर्नर जनरल कैनिंग था। तत्कालीन गवर्नर जनरल कैनिंग द्वारा ब्राउनबैंस राइफलों के स्थान पर एनफील्ड राइफलों का प्रयोग शुरू किया। इन राइफलों के कारतूसों में गाय व सुअर की चर्बी लगी होती थी, जिससे भारतीय हिन्दू व मुस्लिम सैनिकों में असंतोष फैल गया।
- प्रश्न 12 1857 के विद्रोह के समय आउआ के ठाकुर कुशालसिंह को मेवाड़ के किस स्थान के सामन्त ने अपने यहां शरण दी-
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- (अ) कोठारिया
- (ब) भीण्डर
- (स) बदनोर
- (द) आसीन्द
उत्तर : कोठारिया
व्याख्या :
ठाकुर कुशाल सिंह ने मेवाड़ रियासत के ठिकाने कोठारिया के रावत जोधसिंह चौहान के यहाँ शरण ली।
- प्रश्न 13 1857 के विद्रोह के दौरान, मेजर बर्टन और उसके दो पुत्र कहां पर मारे गए थे-
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- (अ) नसीराबाद
- (ब) निमच
- (स) ब्यावर
- (द) कोटा
उत्तर : कोटा
व्याख्या :
15 अक्टूबर, 1857 को कोटा की सेना ने रेजीडेन्सी को घेरकर मेजर बर्टन और उसके पुत्रों तथा एक डॉक्टर की हत्या कर दी। मेजर बर्टन का सिर कोटा शहर में घुमाया गया तथा महाराव का महल घेर लिया।
- प्रश्न 14 1857 के विद्रोह के दौरान निम्न में से किस ठिकानेदार ने तात्या टोपे की सहायता की थी-
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- (अ) आउवा के खुशाल सिंह चम्पावत
- (ब) बागोर के शिवदान सिंह
- (स) सलुम्बर के केसरी सिंह
- (द) असिन्द के दुले सिंह
उत्तर : सलुम्बर के केसरी सिंह
व्याख्या :
1857 के विद्रोह के दौरान सलुम्बर के केसरी सिंह ने तात्या टोपे की सहायता की थी।
- प्रश्न 15 1857 की क्रांति में अंग्रेज एवं जोधपुर राज्य की संयुक्त सेना को किसने हराया था-
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- (अ) ठाकुर कुशाल सिंह ने
- (ब) तात्या टोपे ने
- (स) रावत जोधसिंह ने
- (द) शहजादा फिरोजशाह ने
उत्तर : ठाकुर कुशाल सिंह ने
व्याख्या :
जोधपुर की सेना की पराजय की खबर पाकर ए.जी.जी. जॉर्ज लारेन्स स्वयं एक सेना लेकर आउवा पहुँचा। मगर 18 सितम्बर, 1857 को वह विद्रोहियों से परास्त हुआ। इस संघर्ष के दौरान जोधपुर का पोलिटिकल एजेन्ट मोक मेसन क्रांतिकारियों के हाथों मारा गया।
- प्रश्न 16 निम्न में से कौनसा स्थान 1857 की क्रान्ति का केन्द्र नहीं था-
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- (अ) अजमेर
- (ब) नीमच
- (स) आऊआ
- (द) जयपुर
उत्तर : जयपुर
व्याख्या :
शासक रामसिंह ने अंग्रेजों की तन-मन-धन से सहायता की, अंग्रेजों ने इन्हें सितार-ए-हिन्द की उपाधि व कोटपूतली की जागीर दी। जयपुर राजस्थान की एकमात्र ऐसी रियासत थी, जिसकी जनता व राजा दोनों ने मिलकर अंग्रेजों का साथ दिया।
- प्रश्न 17 1857 की क्रांति में नसीराबाद छावनी में विद्रोह भड़कने का प्रमुख कारण था-
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- (अ) सैनिकों के प्रति दुर्व्यवहार
- (ब) अजमेर स्थित 15 वीं बंगालनेटिव इन्फेन्ट्री को नसीराबाद भेजना एवं सैनिक तैयारियाँ करना
- (स) उच्च पदों पर अंग्रेजों अधिकारियों की नियुक्ति
- (द) मेरठ में विद्रोही सैनिकों का नसीराबाद आगाज
उत्तर : अजमेर स्थित 15 वीं बंगालनेटिव इन्फेन्ट्री को नसीराबाद भेजना एवं सैनिक तैयारियाँ करना
व्याख्या :
ए.जी.जी. ने 15वीं बंगाल इन्फेन्ट्री जो अजमेर में थी, उसे अविश्वास के कारण नसीराबाद में भेज दिया था। इस अविश्वास के चलते उनमें असंतोष पनपा। ए.जी.जी. के सामने उस समय अजमेर की सुरक्षा की समस्या सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण थी, क्योंकि अजमेर शहर में भारी मात्रा में गोला बारूद एवं सरकारी खजाना था। यदि यह सब विद्रोहियों के हाथ में पड़ जाता तो उनकी स्थिति अत्यन्त सुदृढ़ हो जाती।
- प्रश्न 18 भारत छोड़ो आन्दोलन के संचालन हेतु ‘आजाद मोर्चा’ का गठन कहाँ हुआ था -
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- (अ) उदयपुर
- (ब) बीकानेर
- (स) जयपुर
- (द) जोधपुर
उत्तर : जयपुर
व्याख्या :
‘आजाद मोर्चा’ का गठन ‘बाबा हरिश्चंद्र’ के नेतृत्व में जयपुर प्रजामण्डल में भारत छोड़ो आंदोलन के संचालन के लिए किया गया था।
- प्रश्न 19 राजस्थान में सर्वप्रथम 1857 की क्रान्ति की शुरूआत कब हुई-
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- (अ) 10 मई, 1857 को
- (ब) 28 मई, 1857 को
- (स) 16 मई, 1857 को
- (द) 24 मई, 1857 को
उत्तर : 28 मई, 1857 को
व्याख्या :
राजस्थान में क्रान्ति का प्रारम्भ नसीराबाद में 28 मई 1857 को सैनिक विद्रोह से होता है।
- प्रश्न 20 बिथौरा के युद्ध में आऊआ के ठाकुर कुशालसिंह ने 18 सितम्बर, 1857 को जोधपुर राजा तख्तसिंह व कैप्टन हीथकोट को पराजित किया, वर्तमान में ‘बिथौरा’ किस जिले में स्थित है-
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- (अ) पाली
- (ब) नागौर
- (स) जोधपुर
- (द) बाड़मेर
उत्तर : पाली
व्याख्या :
बिथोड़ा का युद्ध (पाली): ठाकुर कुशालसिंह की सेना ने जोधपुर की राजकीय सेना को 8 सितम्बर, 1857 को बिथोड़ा नामक स्थान पर पराजित किया।
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