राजस्थान की जलवायु
- प्रश्न 11 अरबसागरीय मानसून की दिशा कौन-सी होती है-
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- (अ) दक्षिण से पुर्व की और
- (ब) दक्षिण से पश्चिम की और
- (स) दक्षिण से उत्तर की और
- (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : दक्षिण से उत्तर की और
व्याख्या :
अरब सागर का मानसून राजस्थान के दक्षिणी-पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है यह मानसून राजस्थान में अधिक वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि यह अरावली पर्वतमाला के समान्तर निकल जाता है।
- प्रश्न 12 राज्य में भारतिय मौसम विभाग की वेधशाला कहां है-
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- (अ) जयपुर
- (ब) जोधपुर
- (स) जैसलमेर
- (द) बीकानेर
उत्तर : जयपुर
व्याख्या :
मौसम विज्ञान वेधशाला जयपुर की स्थापना 1875 में रियासत के केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के परिसर में हुई थी। इसे 25.10.1947 को जयपुर हवाई अड्डे (सांगानेर) में स्थानांतरित कर दिया गया था। मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर की स्थापना अक्टूबर 1972 में एक किराए के भवन में हुई थी। इसे 2001 में अपने स्वयं के विभागीय भवन में स्थानांतरित कर दिया गया था, और राजस्थान राज्य की जनता और कृषि, सिंचाई, बिजली, बाढ़ नियंत्रण, राहत और पुनर्वास, रोडवेज और रेलवे आदि केंद्र और राज्य सरकारों के संबंधित विभागों के लिए मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान की गईं।
- प्रश्न 13 राजस्थान में प्रवेश करने वाले पश्चिमी विक्षोभों की उत्पति का क्षेत्र है-
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- (अ) भूमध्यसागर
- (ब) अरब सागर
- (स) बंगाल की खाड़ी
- (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : भूमध्यसागर
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 14 सेम किस स्थिती से सम्बन्धि है-
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- (अ) मृदा अपरदन
- (ब) पारिस्थिकी में परिपर्वन
- (स) बालु के टिलों का निर्माण
- (द) वनीय कटाव
उत्तर : पारिस्थिकी में परिपर्वन
व्याख्या :
सेम एक ऐसा मुद्दा है, जहाँ भूमि का भूजल ऊपर आता है और भूमि दलदल और दलदली क्षेत्र बन जाती है। इससे मृदा की उर्वरता कमजोर होती है और बाद में भूमि बंजर हो जाती है। राजस्थान में बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले इस समस्या से प्रभावित हैं।
- प्रश्न 15 राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा किस महिने में होती है-
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- (अ) जुन
- (ब) जुलाई
- (स) अगस्त
- (द) सितम्बर
उत्तर : जुलाई
व्याख्या :
राज्य में होने वाली वर्षा की कुल मात्रा का 34 प्रतिशत जुलाई माह में, 33 प्रतिशत अगस्त माह में होती है।
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
- प्रश्न 16 राज्य में सबसे गर्म महिना है-
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- (अ) जुन
- (ब) जुलाई
- (स) मई
- (द) अगस्त
उत्तर : जुन
व्याख्या :
राजस्थान के सबसे गर्म महिने मई - जुन (सबसे गर्म) है तथा ठण्डे महिने दिसम्बर - जनवरी (सबसे ठंडा) है।
- प्रश्न 17 राज्य में सबसे ठण्डा महिना है-
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- (अ) दिसम्बर
- (ब) जनवरी
- (स) फरवरी
- (द) मई
उत्तर : जनवरी
व्याख्या :
राजस्थान के सबसे गर्म महिने मई - जुन (सबसे गर्म) है तथा ठण्डे महिने दिसम्बर - जनवरी (सबसे ठंडा) है।
- प्रश्न 18 ग्रीष्म ऋतु में सर्वाधिक आंधियां किस जिले में चलती है-
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- (अ) बीकानेर
- (ब) बाड़मेर
- (स) गंगानगर
- (द) जैसलमेर
उत्तर : गंगानगर
व्याख्या :
आंधियों की सर्वाधिक संख्या - श्रीगंगानगर(27 दिन)
- प्रश्न 19 राजस्थान में मावठ सम्बन्धित है -
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- (अ) पश्चिमी विक्षोभों से
- (ब) दक्षिण-पश्चिम मानसुन से
- (स) बंगाल की खाड़ी के चक्रवात से
- (द) उतर-पूर्वी मानसून से
उत्तर : पश्चिमी विक्षोभों से
व्याख्या :
सर्दीयों में पश्चिमी विक्षोभ/भुमध्य सागरिय विक्षोप के कारण भारत में उतरी मैदानी क्षेत्र में जो वर्षा होती है उसे मावठ कहते हैं। यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 20 राजस्थान के पश्चिमी भाग में तापमान की अतिशयता का निम्नलिखित में से प्रमुख कारण है।
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- (अ) सूर्याताप की अधिक मात्रा
- (ब) समुद्र तट से दूरी
- (स) धरातल का स्वभाव
- (द) वायु दिशा
उत्तर : धरातल का स्वभाव
व्याख्या :
राजस्थान के पश्चिमी भाग में तापमान की अतिशयता का प्रमुख कारण धरातलीय का स्वभाव है|
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