राजस्थान की नदियां
- प्रश्न 101 निम्नंकित में से कौनसा कथन असत्य है -
Raj Jail Warder (27-10-18) Shift 3 -
- (अ) जोधपुर जिले में मेनाल और पाडाझर महादेव नामक दो प्राकृतिक झरने है।
- (ब) नीम का थाना में पीथमपुरी नामक स्थान पर केवल एक ही झील है।
- (स) पिछोला झील में दो टापू है। एक टापू पर जगमंदिर और दूसरे पर जगनिवास नामक महलों का निर्माण किया गया है।
- (द) मेजा बांध भीलवाडा जिले के माण्डल तहसील में स्थित है।
उत्तर : जोधपुर जिले में मेनाल और पाडाझर महादेव नामक दो प्राकृतिक झरने है।
व्याख्या :
भैंसरोडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य (चित्तौड़गढ़) के बीच स्थित पाड़ाझर महादेव झरने में हाथी की आकृति बन गई है।
मेनाल जलप्रपात चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा की सीमा के निकिट चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूँ तहसील के मेनाल गांव में स्थित है।
- प्रश्न 102 राजस्थान की वह कौनसी एक मात्र नदी है जो कर्क रेखा को पार करती है -
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- (अ) माही
- (ब) काली सिन्ध
- (स) लूणी
- (द) बनास
उत्तर : माही
व्याख्या :
माही नदी की कुल लम्बई 576 कि.मी. है जबकि राजस्थान में यह नदी 171 कि.मी. बहती है। यह नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है।
- प्रश्न 103 सांभर झील में गिरने वाली नदी नहीं है -
Raj Jail Warder (28-10-18) Shift 2 -
- (अ) मेंढ़ा
- (ब) कांतली
- (स) खण्डेल
- (द) रूपनगढ
उत्तर : कांतली
व्याख्या :
सांभर झील में मुख्य रूप से 4 नदियां मेन्था (मेढ़ा), रुपनगढ़, खारी और खंडेला नदियां आकर गिरती है। इसके अलावा तुरतमंती और मेघना नदियाँ भी छोटे नालों के रूप में आकर गिरती है।
- प्रश्न 104 आसींद, विजयनगर एवं हुरडा स्थलों के निकटतम नदी कौनसी है -
Raj Jail Warder (28-10-18) Shift 2 -
- (अ) कोठारी
- (ब) खारी
- (स) बेड़च
- (द) बनास
उत्तर : खारी
व्याख्या :
खारी राजसमंद के बिजराल गांव से निकलती है। राजसमंद, भिलवाड़ा, शाहपुरा, केकडी, टोंक में बहती हुई टोंक के देवली में बनास में मिल जाती है। शाहपुरा में मानसी नदी आकर मिलती है। भिलवाडा का आसिंद कस्बा इसे के किनारे है।
- प्रश्न 105 टोंक शहर किस नदी के किनारे बसा हुआ है -
Raj Jail Warder (29-11-18) Shift 1 -
- (अ) घग्घर
- (ब) चम्बल
- (स) लुनी
- (द) बनास
उत्तर : बनास
व्याख्या :
बनास नदी का उद्गम खमनोर की पहाड़ी कुंभलगढ़ (राजसमंद) से होता है। राजसमंद से चितौड़गढ, भीलवाडा, शाहपुरा, केकडी, टोंक जिलों से होकर बहती हुई अन्त में सवाई माधोपुर जिले में रामेश्वरम् नामक स्थान पर चम्बल नदी में विलीन हो जाती है। टोंक शहर, बनास नदी के किनारे बसा हुआ है।
- प्रश्न 106 चन्द्रभागा एवं कोठारी नदी किस अपवाह तंत्र का भाग है -
Raj Jail Warder (28-10-18) Shift 3 -
- (अ) खंभात की खाड़ी अपवाह तंत्र
- (ब) आन्तरिक अपवाह तंत्र
- (स) कच्छ की खाड़ी अपवाह तंत्र
- (द) बंगाल की खाड़ी का अपवाह तंत्र
उत्तर : बंगाल की खाड़ी का अपवाह तंत्र
व्याख्या :
चंद्रभागा नदी राजसमंद के आमेट से निकलकर भीलवाड़ा में बनास नदी से मिल जाती है।
कोठारी राजसमंद में दिवेर से निकलती है। राजसमंद भिलवाड़ा में बहती हुई भिलवाड़ा के नन्दराय में बनास में मिल जाती है।
- प्रश्न 107 सुमेलित कीजिये -
अ, ब, स, दनदी का नाम उद्गम स्थल अ लूनी नदी 1 गोगुन्दा पहाड़ियां ब बेड़च नदी 2 विंध्याचल पहाड़ियां स सोम नदी 3 नाग पहाड़ियां द माही नदी 4 बीछा मेड़ा पहाड़ियां -
- (अ) 4, 3, 2, 1
- (ब) 3, 1, 4, 2
- (स) 1, 3, 4, 2
- (द) 3, 2, 1, 4
उत्तर : 3, 1, 4, 2
व्याख्या :
पश्चिम राजस्थान की एकमात्र नदी लूनी नदी का उद्गम अजमेर जिले के नाग की पहाडियों से होता है। आरम्भ में इस नदी को सागरमति या सरस्वती कहते है।
राजस्थान में उदयपुर जिले में गोगुंदा की पहाडियां से बेड़च नदी का उद्गम होता है। आरम्भ में इस नदी को आयड़ नदी कहा जाता है। किन्तु उदयसागर झील के पश्चात् यह नदी बेड़च नदी कहलाती है।
सोम नदी उदयपुर में ऋषभदेव के पास बिछामेडा पहाडीयों से निकलती है।
माही नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के धार जिले के सरदारपुरा के निकट विंध्याचल की पहाड़यों में मेहद झील से होता है।
- प्रश्न 108 लूनी नदी का उदगम स्थान, निम्न जिले में है -
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- (अ) नागौर
- (ब) अजमेर
- (स) टोंक
- (द) चूरू
उत्तर : अजमेर
व्याख्या :
पश्चिम राजस्थान की एकमात्र नदी लूनी नदी का उद्गम अजमेर जिले के नाग की पहाडियों से होता है। आरम्भ में इस नदी को सागरमति या सरस्वती कहते है।
- प्रश्न 109 कौनसी नदी अरब सागर में नहीं गिरती है -
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- (अ) सोम
- (ब) सूकड़ी
- (स) साबरमती
- (द) मानसी
उत्तर : मानसी
व्याख्या :
‘मानसी’ अजमेर के किशनगढ़ के पूर्व की ओर से निकलकर दक्षिण की ओर 96 किमी. अजमेर-टोंक में बहती हुई टोंक में बनास में मिल जाती है। इसकी सहायक नदियां बांड़ी, धुन्ध, सोहादरा हैं।
- प्रश्न 110 कोठारी नदी का प्रवाह क्षेत्र है -
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- (अ) भीलवाड़ा-उदयपुर
- (ब) राजसमन्द-भीलवाड़ा
- (स) चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा
- (द) उदयपुर-राजसमन्द
उत्तर : राजसमन्द-भीलवाड़ा
व्याख्या :
कोठारी राजसमंद में दिवेर से निकलती है। राजसमंद भिलवाड़ा में बहती हुई भिलवाड़ा के नन्दराय में बनास में मिल जाती है। भिलवाड़ा के मांडलगढ़ कस्बे में इस पर मेजा बांध बना है।
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