राजस्थान की जलवायु
- प्रश्न 111 कोपेन ने जलवायु प्रदेश के वर्गीकरण का आधार माना है -
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- (अ) वनस्पति
- (ब) वर्षा
- (स) तापमान
- (द) वायुदाब
उत्तर : वनस्पति
व्याख्या :
व्लादिमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन के अनुसार स्थानीय वनस्पति ही मौसम की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है, हालांकी कोपेन ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वर्षा एवं तापमान को भी महत्व दिया है क्योंकि परोक्ष रूप से वनस्पति वर्षा और तापमान पर निर्भर होती है अत: कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को वनस्पति के आधार पर चार सांकेतिक शब्दो में वर्णीत किया है।
- प्रश्न 112 1000 मिलिबार की समदाब रेखा जुलाई माह में गुजरती है -
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- (अ) सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
- (ब) सिरोही, चित्तौड़गढ़, कोटा और बांरा से
- (स) जालोर, पाली, अजमेर एवं करौली से
- (द) उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा एवं बारां से
उत्तर : सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
व्याख्या :
1000 मिलीबार समदाब रेखा का मतलब है कि इस रेखा पर स्थित सभी जिलों में समान दाब (1000 मिलीबार) होगा। राजस्थान में जुलाई माह की 1000 मिलीबार समदाब रेखा सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से गुजरती है।
- प्रश्न 113 राजस्थान की अधिकांश वर्षा किन मानसूनी पवनों से होती है -
Agriculture Supervisor Exam 2018 -
- (अ) पूर्वी हवाएँ
- (ब) पश्चिमी विक्षोभ
- (स) दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
- (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
व्याख्या :
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
- प्रश्न 114 जलवायु की दृष्टि से अधिकांशतः राजस्थान स्थित है -
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- (अ) उष्ण कटिबन्ध में
- (ब) उपोष्ण कटिबन्ध में
- (स) शीत कटिबन्ध में
- (द) शीतोष्ण कटिबन्ध में
उत्तर : उपोष्ण कटिबन्ध में
व्याख्या :
कोई भी दो अक्षांश के मध्य का भु-भाग कटिबंध कहलाता है। राजस्थान उष्ण कटिबंध के निकट वास्तव में उपोष्ण कटिबंध में स्थित है।
- प्रश्न 115 राजस्थान में औसत वार्षिक वर्षा की सर्वाधिक परिवर्तनशीलता आलेखित करने वाले जिले हैं -
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- (अ) अलवर, भरतपुर
- (ब) अजमेर, टोंक
- (स) जैसलमेर, बाड़मेर
- (द) बाँसवाड़ा, डूँगरपुर
उत्तर : जैसलमेर, बाड़मेर
व्याख्या :
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा की विषमता वाला जिला - बाड़मेर और जैसलमेर
- प्रश्न 116 ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान के किन जिलों में वायु की गति अधिक होगी -
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- (अ) पूर्वी
- (ब) पश्चिमी
- (स) उत्तरी
- (द) दक्षिणी
उत्तर : पश्चिमी
व्याख्या :
राजस्थान में मार्च से मध्य जून तक ग्रीष्म ऋतु होती है। इसमें मई व जून के महीने में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। अधिक गर्मी के वायु मे नमी समाप्त हो जाती है। परिणाम स्वरूप वायु हल्की होकर उपर चली जाती है। अतः पश्चिमी राजस्थान में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनता है परिणामस्वरूप उच्च वायुदाब से वायु निम्न वायुदाब की और तेजगति से आती है इससे गर्मियों में आंधियों का प्रवाह बना रहता है।
- प्रश्न 117 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से किन जिलों में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु पायी जाती है -
Agriculture Officer 2020 -
- (अ) भरतपुर एवं अलवर
- (ब) बांसवाड़ा एवं झालावाड़
- (स) सीकर एवं नागौर
- (द) हनुमानगढ़ एवं बीकानेर
उत्तर : बांसवाड़ा एवं झालावाड़
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन के अनुसार स्थानीय वनस्पति ही मौसम की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है, हालांकी कोपेन ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वर्षा एवं तापमान को भी महत्व दिया है क्योंकि परोक्ष रूप से वनस्पति वर्षा और तापमान पर निर्भर होती है अत: कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को वनस्पति के आधार पर चार सांकेतिक शब्दो में वर्णीत किया है।
Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- प्रश्न 118 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार बाड़मेर एवं झुंझुनू जिले किस जलवायु प्रदेश में समाहित हैं -
Agriculture Officer 2020 -
- (अ) Bwhw
- (ब) Bshw
- (स) Cwg
- (द) Aw
उत्तर : Bshw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश - पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 119 निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन सा जिला अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है -
Agriculture Research Officer - 2020 -
- (अ) अजमेर
- (ब) राजसमंद
- (स) दौसा
- (द) बारां
उत्तर : बारां
व्याख्या :
द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है।
- प्रश्न 120 राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली भूमध्यसागरीय चक्रवातीय वर्षा कहलाती है -
Agriculture Research Officer - 2020 -
- (अ) उत्तर पूर्वी मानसून
- (ब) मावट
- (स) आम्र वर्षा
- (द) खेजड़ी वर्षा
उत्तर : मावट
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
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