राजस्थान की जलवायु
- प्रश्न 121 राजस्थान में शीतकालीन वर्षा उन चक्रवातों के परिणामस्वरूप होती है, जो उत्पन्न होते हैं -
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- (अ) लाल सागर में
- (ब) काला सागर में
- (स) अरब सागर में
- (द) भूमध्य सागर में
उत्तर : भूमध्य सागर में
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 122 ‘थार्नथ्वेट’ के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा जैसलमेर की जलवायु को प्रस्तुत करता है -
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- (अ) EA′d
- (ब) DA′w
- (स) CA′w
- (द) DB′w
उत्तर : EA′d
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।- CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
- DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
- DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
- प्रश्न 123 निम्नलिखित युग्मों में से कौन सा युग्म सुमेल नहीं है -
कोपेन के अनुसार जलवायु प्रदेश जिला -
- (अ) Aw - बांसवाड़ा
- (ब) Bwhw - बाड़मेर
- (स) Bshw - पाली
- (द) Cwg - टोंक
उत्तर : Bwhw - बाड़मेर
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश - पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 124 निम्न में से कौन सी समवर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में विभक्त करती है -
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- (अ) 50 सेंटीमीटर
- (ब) 55 सेंटीमीटर
- (स) 110 सेंटीमीटर
- (द) 100 सेंटीमीटर
उत्तर : 50 सेंटीमीटर
व्याख्या :
राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
- प्रश्न 125 राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस जिले में सम्भावित है, वह है -
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- (अ) नागौर
- (ब) झुन्झुनू
- (स) जैसलमेर
- (द) उदयपुर
उत्तर : जैसलमेर
व्याख्या :
ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम क्षेत्र क्षेत्र का वायुदाब पूर्वी क्षेत्र से कम होता है। ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
- प्रश्न 126 निम्न में से कौन सा, राजस्थान में प्रचलित तौर पर ‘मावठ’ के रूप में जाना जाता है -
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- (अ) पर्वतीय लवण
- (ब) मरूस्थलीय मृदा
- (स) शीतकालीन वर्षा
- (द) लोकनृत्य
उत्तर : शीतकालीन वर्षा
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 127 सामान्यतः राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून की अवधि होती है -
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- (अ) जून से अक्टूबर
- (ब) जून से सितम्बर
- (स) जुलाई से अक्टूबर
- (द) मई से अगस्त
उत्तर : जून से सितम्बर
व्याख्या :
राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है।
- प्रश्न 128 निम्नलिखित में से कौन से जिलों का समूह सर्वाधिक औसत वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है -
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- (अ) झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
- (ब) उदयपुर तथा भीलवाड़ा
- (स) बूंदी तथा कोटा
- (द) भरतपुर तथा करौली
उत्तर : झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
व्याख्या :
जिला स्तर पर सर्वाधिक वर्षा - झालावाड़(100 सेमी.)
वर्षा के दिनों की सर्वाधिक संख्या - झालावाड़(40 दिन), बांसवाड़ा(38 दिन)
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
- प्रश्न 129 निम्नलिखित जलवायु को राजस्थान के सम्बंधित जलवायु से मिलान कीजिए -
जलवायु विभाजन 1. मरुस्थल A .उत्तर - पश्चिम राजस्थान 2. उप आर्द्र B. केन्द्रीय आरावली 3. आर्द्र C. राजस्थान का उत्तर पूर्वीय मैदान 4. अति आर्द्र D. राजस्थान का दक्षिण- पश्चिमीय पठार -
- (अ) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
- (ब) 1-A, 2-B, 3-D, 4-C
- (स) 1-B, 2-C, 3-A, 4-D
- (द) 1-A, 2-C, 3-B, 4-D
उत्तर : 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
व्याख्या :जलवायु विभाजन 1. मरुस्थल A .उत्तर - पश्चिम राजस्थान 2. उप आर्द्र B. केन्द्रीय आरावली 3. आर्द्र C. राजस्थान का उत्तर पूर्वीय मैदान 4. अति आर्द्र D. राजस्थान का दक्षिण- पश्चिमीय पठार
- प्रश्न 130 अति आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत राज्य के कौन-से जिले आते हैं -
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- (अ) झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
- (ब) बूंदी एवं सिरोही
- (स) अलवर एवं भरतपुर
- (द) भरतपुर एवं धौलपुर
उत्तर : झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
व्याख्या :
द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
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