राजस्थान की मिट्टियाँ
- प्रश्न 124 निम्नलिखित में से कौन-सा (मिट्टी - जिले) सुमेलित नहीं है -
JEN 2022: Electrical Diploma (GK) -
- (अ) मध्यम काली - बूंदी, बारां
- (ब) लाल लोमी - डूंगरपुर, उदयपुर
- (स) लाल और पीली - झालावाड़, कोटा
- (द) भूरी रेतीली कछारी - भरतपुर, अलवर
उत्तर : लाल और पीली - झालावाड़, कोटा
व्याख्या :
लाल व पीली मिट्टियों का लाल व पीला रंग लौह आॅक्साइड के जलयोजन की उच्च मात्रा के कारण है। इसमें कैल्शियम कार्बोनेटकी नगण्यता एवं नाइट्रोजन एवं जैविक कारकों की अल्पता होती है। यह मिट्टी सवाईमाधोपुर, भीलवाड़ा, अजमेर और सिरोही जिलों पायी जाती है।
- प्रश्न 125 लाल दोमट प्रकार की मिट्टी राजस्थान के निम्नलिखित में से किस जिले में पाई जाती है -
RSMSSB LSA 2022 -
- (अ) नागौर
- (ब) जालौर
- (स) जोधपुर
- (द) बांसवाड़ा
उत्तर : बांसवाड़ा
- प्रश्न 126 राजस्थान के कौन-से भाग में काली मृदा पायी जाती है -
Superintendent Gar. 2021 (GK) -
- (अ) उत्तरी-पूर्वी भाग
- (ब) मध्यवर्ती भाग
- (स) दक्षिणी अरावली क्षेत्र
- (द) दक्षिणी-पूर्वी भाग
उत्तर : दक्षिणी-पूर्वी भाग
व्याख्या :
काली मिट्टी का निर्माण बेसाल्ट चट्टानों के टूटने-फूटने से होता है। इसमें आयरन, चूना, एल्युमीनियम जीवांश और मैग्नीशियम की बहुलता होती है। यह मालवा पठार (दक्षिणी-पूर्वी भाग) की काली मिट्टी का ही विस्तार है।
- प्रश्न 127 राजस्थान के किन जिलों में मध्यम काली मिट्टी पाई जाती है -
Librarian Grade III 2022 (Paper 1) -
- (अ) कोटा-बूंदी-झालावाड़
- (ब) चूरू-झुंझुनू-सीकर
- (स) टोंक-अजमेर-पाली
- (द) उदयपुर-डूंगरपुर-बांसवाड़ा
उत्तर : कोटा-बूंदी-झालावाड़
व्याख्या :
राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिलों में कोटा, बूंदी, बारां शामिल हैं। इस क्षेत्र में मध्यम काली मिट्टी पाई जाती है।
- प्रश्न 128 निम्नलिखित को मिलाएं –
सूची – I (मृदा राजस्थान)
(a) लाल रेतीली मिट्टी
(b) पीली, भूरी रेतीली मिट्टी
(c) लवणीय मिट्टी
(d) भूरी रेतीली मिट्टी
सूची – II (जिले)
(1) पाली, सिरोही, सीकर, झुंझुनू
(2) नागौर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर
(3) नागौर, पाली
(4) नागौर, जोधपुर, पाली, जालौर, चूरू और झुंझुनू
कूट –
Librarian Grade III 2022 (Paper 1) -
- (अ) a-4, b-3, c-2,d-1
- (ब) a-1, b-2, c-3,d-4
- (स) a-3, b-4, c-1,d-2
- (द) a-4, b-3, c-1, d-2
उत्तर : a-4, b-3, c-2,d-1
व्याख्या :
लाल रेतीली मिट्टी - नागौर, जोधपुर, पाली, जालौर, चूरू और झुंझुनू
पीली, भूरी रेतीली मिट्टी - नागौर, पाली
लवणीय मिट्टी - नागौर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर
भूरी रेतीली मिट्टी - पाली, सिरोही, सीकर, झुंझुनू
- प्रश्न 129 वर्टीसोल मृदा मुख्य रूप से पाई जाती है।
Asst. Statistical Officer 2021 -
- (अ) झालावाड़ कोटा, बून्दी, बारां जिलों में
- (ब) चूरू, सीकर, झुन्झुनू नागौर जिलों में
- (स) सिरोही, पाली, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ जिलों
- (द) जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर जिलों में
उत्तर : झालावाड़ कोटा, बून्दी, बारां जिलों में
- प्रश्न 130 लाल दोमट मिट्टी राजस्थान में पाई जाती है।
JEN Agriculture 2022 -
- (अ) डूंगरपुर - बांसवाड़ा
- (ब) सीकर - कोटा
- (स) बारां - झालावाड
- (द) बूंदी - भीलवाड़ा
उत्तर : डूंगरपुर - बांसवाड़ा
व्याख्या :
राज्य के दक्षिणी भाग में, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा और उदयपुर और चित्तौड़गढ़ के कुछ भागों में पायी जाती है। ये मृदा लाल रंग की होती हैं।
- प्रश्न 131 मृदा संरक्षण की प्रमुख विधि कौन सी नहीं है -
Forester Exam 2020 Shift 1 -
- (अ) फसल चक्रीकरण
- (ब) रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग
- (स) पट्टीदार कृषि
- (द) पशुचारण पर नियंत्रण
उत्तर : रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग
व्याख्या :
रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग मृदा संरक्षण की प्रमुख विधि नहीं है।
मृदा संरक्षण की प्रमुख विधियाँ हैं:- फसल चक्रीकरण।
- भूमि को ढकना (जैसे: फसल अवशेष छोड़ना)।
- आड़ी बोवाई (Contour farming)।
- टेरेसिंग (ढलानों पर सीढ़ीदार खेत बनाना)।
- वनरोपण (पेड़ लगाना)।
- पशुचारण पर नियंत्रण।
- जैविक खाद का प्रयोग।
- प्रश्न 132 उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में मृदा उर्वरता में अवनयन का प्रमुख क्या कारण है -
Forester Exam 2020 Shift 2 -
- (अ) जल-भराव
- (ब) पवन अपरदन
- (स) नाली अपरदन
- (द) गहन कृषि
उत्तर : जल-भराव
व्याख्या :
उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में मिट्टी की उर्वरता में कमी का मुख्य कारण जल-भराव है। जल-जमाव तब होता है जब किसी पौधे के जड़ क्षेत्र में बहुत अधिक पानी होता है, जो जड़ों को उपलब्ध ऑक्सीजन को कम कर देता है।
- प्रश्न 133 ‘नालीनुमा’ अपरदन सर्वाधिक पाया जाता है -
Evaluation Officer 2020 -
- (अ) जोधपुर में
- (ब) बीकानेर में
- (स) कोटा में
- (द) सिरोही में
उत्तर : कोटा में
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