राजस्थान की मिट्टियाँ
- प्रश्न 1 नीचे दो कथन दिए गए हैं :
कथन-I : जलोढ़ मृदा राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थलीय मैदान में पाई जाती है।
कथन- II : इस मिट्टी में नाइट्रोजन पर्याप्त मात्रा में होती है लेकिन पोटाश और लौह तत्व की कमी होती है।
उपर्युक्त कथनों के आलोक में निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें :
CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-I -
- (अ) कथन I और कथन II दोनों गलत हैं।
- (ब) कथन I सही है किन्तु कथन II गलत है।
- (स) कथन I गलत है किन्तु कथन II सही है।
- (द) कथन I और कथन II दोनों सही हैं।
उत्तर : कथन I और कथन II दोनों गलत हैं।
व्याख्या :
जलोढ़ मृदा राजस्थान के पूर्वी भाग में पाई जाती है, न कि पश्चिमी मरुस्थलीय मैदान में। इसके अलावा, इसमें नाइट्रोजन की कमी होती है।
- प्रश्न 2 नीचे दो कथन दिए गए हैं :
कथन (I) : फॉस्फेट की चट्टानें अधिकांशतः सुपरफॉस्फेट के निर्माण में प्रयोग की जाती हैं, जो कि फसलों, फलों और फूलों के पोषण में प्रयोग होती हैं।
कथन (II) : फॉस्फेट चट्टानें मैटॉन, करबारिया-का-गुरहा, कानपुर, डाकन कोटरा और नीमच पहाड़ियों में स्थित है। ये सभी उदयपुर और जैसलमेर इलाकों के पास प्री-कैम्ब्रियन युग की अरावली संरचना है।
उपरोक्त कथनों के आलोक में, नोचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें।
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2 -
- (अ) कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
- (ब) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
- (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों गलत हैं।
- (द) कथन (I) सही है लेकिन कथन (II) गलत है।
उत्तर : कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
व्याख्या :
फॉस्फेट चट्टानों का उपयोग सुपरफॉस्फेट बनाने में किया जाता है और ये राजस्थान के उदयपुर और जैसलमेर क्षेत्र में प्री-कैम्ब्रियन युग की संरचनाओं में पाई जाती हैं।
- प्रश्न 3 नीचे दो कथन दिए गए हैं:
कथन (I): लाल पीली मिट्टी सवाई माधोपुर, सिरोही, राजसमंद, उदयपुर और भीलवाड़ा ज़िलों के हिस्सों में पाई जाती है।
कथन (II): लाल पीली मिट्टी मूंगफली और कपास की खेती के लिए उपयुक्त है।
उपरोक्त कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें।
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-1 -
- (अ) कथन (I) सही है लेकिन कथन (II) गलत है।
- (ब) कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
- (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
- (द) कथन (I) और कथन (II) दोनों ही गलत हैं।
उत्तर : कथन (I) और कथन (II) दोनों ही गलत हैं।
व्याख्या :
कार्बोनेट व ह्यूमस की कमी वाली लाल व पीली मृदा का वितरण राजस्थान में सवाईमाधोपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, पाली और सिरोही जिलों में मिलता है। इन मृदाओं का लाल व पीला, भूरा रंग लौह ऑक्साइड के जलयोजन की उच्च मात्रा के कारण है। इसमें कैल्शियम कार्बोनेट की नगण्यता एवं नाइट्रोजन एवं जैविक कारकों की अलपता होती हैं। यह कपास और मूंगफली की खेती के लिए उपयुक्त नहीं है।
- प्रश्न 4 कथन (I): जलोढ़ (एलुवियल) मृदा राजस्थान के उत्तरी और पूर्वी जिले जैसे हनुमानगढ़, अलवर, धौलपुर और दौसा में पायी जाती है।
कथन (II): इस मृदा में पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन होता है परन्तु चूने (लाइम), फॉस्फोरस और आयरन (लौह) की कमी होती है।
उपर्युक्त कथनों के आलोक में निम्नलिखित विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें :
Stenographer Exam 2024 (Paper - I) -
- (अ) कथन (I) असत्य है, किन्तु कथन (II) सत्य है।
- (ब) कथन (I) और कथन (II) दोनों सत्य हैं।
- (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों असत्य हैं।
- (द) कथन (I) सत्य है, किन्तु कथन (II) असत्य है।
उत्तर : कथन (I) सत्य है, किन्तु कथन (II) असत्य है।
व्याख्या :
जलोढ़ मृदा राजस्थान के उत्तरी और पूर्वी जिलों जैसे हनुमानगढ़, अलवर, धौलपुर, और दौसा में पाई जाती है। नाइट्रोजन और ह्यूमस का अनुपात सबसे कम होता है, लेकिन फॉस्फेट की मात्रा पर्याप्त होती है।
- प्रश्न 5 सिरोही, पाली, भीलवाड़ा तथा उदयपुर जिलों में अधिकांशतः निम्नलिखित में से किस प्रकार की मृदा पाई जाती है -
Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) - 2024 (Rajasthan Gk) -
- (अ) इनसेप्टिसोल्स
- (ब) वर्टिसोल्स
- (स) अल्फिसोल्स
- (द) एन्टिसोल्स
उत्तर : इनसेप्टिसोल्स
व्याख्या :
इनसेप्टी सोल्स (पथरीली मिट्टी) : अर्द्धशुष्क से आर्द्र जलवायु क्षेत्रों में। जलोढ़ मृदाओं के मैदान में भी। शुष्क जलवायु में पूर्णत: अभाव। सिरोही, पाली, राजसमन्द, उदयपुर, भीलवाड़ा, झालावाड़।
- प्रश्न 6 राजस्थान की शुष्क भूमि के संबंध में निम्न में से कौन सा कथन सही नहीं है? (निम्न में से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें)
Clerk Grade-II/ Jr. Asst. 2024 Paper -Ist -
- (अ) शुष्क मृदा का रंग लाल से भूरे रंग तक होता है।
- (ब) शुष्क मृदा सामान्यतः संरचना से बलुई और प्रकृति से लवणीय होती है।
- (स) इसमें नाइट्रोजन और ह्यूमस पर्याप्त मात्रा में होता है।
- (द) ये मृदा अनुर्वर हैं क्योंकि इनमें ह्यूमस कम मात्रा में पाए जाते हैं।
उत्तर : इसमें नाइट्रोजन और ह्यूमस पर्याप्त मात्रा में होता है।
व्याख्या :
शुष्क मृदा में नाइट्रोजन और ह्यूमस की कमी होती है, जिससे यह अनुर्वर होती है।
- प्रश्न 7 भारतीय कृषि विभाग ने राजस्थान में मिट्टी का वर्गीकरण किस आधार पर किया -
Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT - L1) -
- (अ) मिट्टी की स्थिति के आधार पर
- (ब) मिट्टी की उर्वरता के आधार पर
- (स) मिट्टी के पीएच मूल्य के आधार पर
- (द) मिट्टी के गुणों के आधार पर
उत्तर : मिट्टी की उर्वरता के आधार पर
व्याख्या :
मृदा वर्गीकरण की नई मृदा वर्गीकरण आधारित व्यापक प्रणाली 1976 में मृदा सर्वेक्षण कर्मियों द्वारा विकसित की गई थी। इस नई मृदा प्रणाली में मृदा के 10 क्रम हैं, जिन्हें 47 उप-क्रमों और फिर 230 महान समूहों में विभाजित किया गया है। भारतीय मृदा को वर्गीकृत करने के लिए अलग-अलग मानदंड लागू किए गए हैं जिसमें उत्कृष्ट भूविज्ञान, मृदा के कण का आकार, उर्वरता, रासायनिक संरचना और भौतिक संरचना शामिल है।
- प्रश्न 8 राजस्थान के निम्नलिखित में से किस जिले में जलोढ़ मिट्टी पाई जाती है -
Assistant Engineer - Civil (Local Self Govt. Deptt.) Comp. Exam - 2022 -
- (अ) कोटा
- (ब) बूँदी
- (स) बारां
- (द) दौसा
उत्तर : दौसा
व्याख्या :
राजस्थान के पूर्वी भाग में (अलवर, भरतपुर, डीग, दौसा (काली पहाड़ी)) मुख्य रूप से जलोढ़ मिट्टी पाई जाती है।
- प्रश्न 9 हाड़ौती प्रदेश में प्रधान प्रकार की मृदा है :
Assistant Professor (College Education) - 2023 Paper-III -
- (अ) वर्टी सॉइल्स
- (ब) इनसेप्टी सॉइल्स
- (स) एण्टी सॉइल्स
- (द) अल्फी सॉइल्स
उत्तर : वर्टी सॉइल्स
व्याख्या :
राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में वर्टीसोल्स (काली मिट्टी) बहुतायत में पाई जाती है।
- प्रश्न 10 एरिडी मृदा समूह प्रधानतः राजस्थान के किस प्रदेश में पाया जाता है -
Statistical Office Exam - 2023 (GK) -
- (अ) दक्षिणी राजस्थान
- (ब) पश्चिमी राजस्थान
- (स) उत्तर-पूर्वी राजस्थान
- (द) दक्षिण -पूर्वी राजस्थान
उत्तर : पश्चिमी राजस्थान
व्याख्या :
एरिडी मृदा : वह खनिज मृदा जो अधिकतर शुष्क जलवायु में पायी जाती है।
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