राजस्थान में 1857 की क्रांति
- प्रश्न 131 राजस्थान में क्रांति का प्रारम्भ 28 मई, 1857 को नसीराबाद छावनी के किन सैनिकों द्वारा हुआ -
Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (morning shift) -
- (अ) बंगाल नेटिव इन्फेन्ट्री
- (ब) गोरखा राइफल्स
- (स) कुमायूँ रेजीमेन्ट
- (द) राजपूताना राइफल्स
उत्तर : बंगाल नेटिव इन्फेन्ट्री
व्याख्या :
राजस्थान में क्रांति का प्रारम्भ 28 मई, 1857 को नसीराबाद छावनी के 15वीं बंगाल नेटिव इन्फेन्ट्री के सैनिकों द्वारा हुआ। नसीराबाद छावनी के सैनिकों में 28 मई, 1857 को विद्रोह कर छावनी को लूट लिया तथा अंग्रेज अधिकारियों के बंगलों पर आक्रमण किये।
- प्रश्न 132 1857 की क्रांति के समय राजपुताना में एजेन्ट टू गवर्नर जनरल कौन था -
Forest Guard Exam 2022 (11 DEC 2022) (evening shift) -
- (अ) जार्ज लॉरेन्स
- (ब) सी.एल. शावर्स
- (स) मौंक मैसन
- (द) डब्लू. ईडन
उत्तर : जार्ज लॉरेन्स
व्याख्या :
1857 ई. की क्रान्ति के समय ए.जी.जी. जॉर्ज पैट्रिक लॉरेन्स था।
- प्रश्न 133 1857 क्रांति के समय करौली का शासक था -
School Lecturer 2022 Gk (G-B) -
- (अ) महाराजा भगवान सिंह
- (ब) महाराजा मदन पाल
- (स) महाराजा जसवन्त सिंह II
- (द) महाराजा गोपाल सिंह
उत्तर : महाराजा मदन पाल
व्याख्या :
कोटा राज्य की सहायता के लिए करौली ने 1857 के विद्रोह के दौरान अपनी सेना भेजी। करौली के राजा मदन पाल ने रामसिंह-II को विदोहियों से मुक्त कराया।
- प्रश्न 134 निम्न में से कौन-सी सैनिक छावनी राजपूताना में स्थित नहीं थी -
School Lecturer 2022 Gk (G-C) -
- (अ) नसीराबाद
- (ब) देवली
- (स) टोंक
- (द) एरिनपुरा
उत्तर : टोंक
व्याख्या :
टोंक का नवाब वजीरुद्दौला अंग्रेज समर्थक था। लेकिन टोंक की जनता एवं सेना की सहानुभूति क्रांतिकारियों के साथ थी।
- प्रश्न 135 1857 के विद्रोह के समय राजपूताना के ए. जी. जी कौन थे -
School Lecturer 2022 Gk (G-C) -
- (अ) जॉर्ज पी. लॉरेन्स
- (ब) मेजर बर्टन
- (स) कर्नल होम्स
- (द) सैडलर कॉटन
उत्तर : जॉर्ज पी. लॉरेन्स
व्याख्या :
1857 ई. की क्रान्ति के समय ए.जी.जी. जॉर्ज पैट्रिक लॉरेन्स था।
- प्रश्न 136 1857 की क्रान्ति के दौरान, निम्न में से किसके द्वारा मुगल बादशाह को निष्ठा का प्रतीक, नज़र, भेंट की गई -
School Lecturer 2022 Gk (Group D) -
- (अ) सामोद के रावल शिव सिंह
- (ब) आहुवा के राव राजा कुशल सिंह
- (स) कोटा के लाला जय दयाल
- (द) करौली के पठान मेहराब खान
उत्तर : सामोद के रावल शिव सिंह
व्याख्या :
जयपुर के सामोद ठिकाने के रावल शिवसिंह ने दिल्ली जाकर मुगल बादशाह को नजर भेंट की।
- प्रश्न 137 1857 की क्रांति के दौरान जयपुर के पॉलिटिकल ऐजेण्ट कौन थे -
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-1 -
- (अ) मेजर बर्टन
- (ब) मॉक मैसन
- (स) विलियम ईडन
- (द) मेजर मॉरीसन
उत्तर : विलियम ईडन
व्याख्या :
1857 की क्रांति के दौरान जयपुर के पॉलिटिकल ऐजेण्ट विलियम ईडन थे। यहाँ विलायत खाँ, सादुल खाँ व उस्मान खाँ ने अंग्रेज रोधी कार्य किए। किन्तु शासक रामसिंह ने अंग्रेजों की तन-मन-धन से सहायता की, अंग्रेजों ने इन्हें सितार-ए-हिन्द की उपाधि व कोटपूतली की जागीर दी।
- प्रश्न 138 1857 की क्रांति में, अंग्रेज एवं जोधपुर राज्य की संयुक्त सेना को किसने पराजित किया -
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-1 -
- (अ) जयद्रयाल ने
- (ब) मेहराब खान ने
- (स) रावत रामसिंह ने
- (द) ठाकुर कुशाल सिंह ने
उत्तर : ठाकुर कुशाल सिंह ने
व्याख्या :
ठाकुर कुशालसिंह की सेना ने जोधपुर की राजकीय सेना को 8 सितम्बर, 1857 को बिथोड़ा नामक स्थान पर पराजित किया। जोधपुर की सेना की पराजय की खबर पाकर ए.जी.जी. जॉर्ज लारेन्स स्वयं एक सेना लेकर आउवा पहुँचा। मगर 18 सितम्बर, 1857 को वह विद्रोहियों से परास्त हुआ। ब्रिगेडियर होम्स के अधीन एक सेना ने 20 जनवरी, 1858 को आउवा पर आक्रमण कर दिया। विजय की उम्मीद न रहने पर कुशालसिंह ने सलूंबर (केसरी सिंह) में शरण ली। उसके बाद ठाकुर पृथ्वीसिंह (कुशालसिंह का छोटा भाई) ने विद्रोहियों का नेतृत्व किया।
- प्रश्न 139 1857 के विद्रोह के समय, ठाकुर कुशाल सिंह ने किस जगह विद्रोहियों का नेतृत्व किया -
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-2 -
- (अ) नसीराबाद
- (ब) कोटा
- (स) एरिनपुरा
- (द) आउवा
उत्तर : आउवा
व्याख्या :
एरिनपुरा के विद्रोही सैनिकों की भेंट ‘खैरवा’ नामक स्थान पर आउवा ठाकुर कुशालसिंह से हुई। ठाकुर कुशालसिंह की सेना ने जोधपुर की राजकीय सेना को 8 सितम्बर, 1857 को बिथोड़ा नामक स्थान पर पराजित किया। जोधपुर की सेना की पराजय की खबर पाकर ए.जी.जी. जॉर्ज लारेन्स स्वयं एक सेना लेकर आउवा पहुँचा। मगर 18 सितम्बर, 1857 को वह विद्रोहियों से परास्त हुआ। ब्रिगेडियर होम्स के अधीन एक सेना ने 20 जनवरी, 1858 को आउवा पर आक्रमण कर दिया। विजय की उम्मीद न रहने पर कुशालसिंह ने सलूंबर (केसरी सिंह) में शरण ली। उसके बाद ठाकुर पृथ्वीसिंह (कुशालसिंह का छोटा भाई) ने विद्रोहियों का नेतृत्व किया।
- प्रश्न 140 1857 की क्रांति को दबाने के लिए, बीकानेर के किस शासक ने अंग्रेज़ों को सैन्य सहायता दी -
CET 2022 (Graduate) 08 January 2023 Shift-1 -
- (अ) सरदार सिंह
- (ब) रतन सिंह
- (स) गंगा सिंह
- (द) डूंगर सिंह
उत्तर : सरदार सिंह
व्याख्या :
बीकानेर महाराज सरदारसिंह राजस्थान का अकेला ऐसा शासक था जो सेना लेकर विद्रोहियों को दबाने के लिए राज्य से बाहर (हिसार के पास बडालु) भी गया। महाराजा ने पंजाब में विद्रोह को दबाने में अंग्रेजों का सहयोग किया। महाराजा ने अंग्रेजों को शरण तथा सुरक्षा भी प्रदान की। अग्रेजों ने बीकानेर के सरदार सिंह को टिब्बी क्षेत्र (हनुमानगढ़) के 41 गांव दिए।
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