राजस्थान में लोक देवता व देवियाँ
- प्रश्न 151 राजस्थान के किस लोक देवता को 'लक्ष्मण का अवतार' माना जाता है?
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- (अ) पाबू जी
- (ब) हडबू जी
- (स) रामदेव जी
- (द) तेजा जी
उत्तर : पाबू जी
- प्रश्न 152 राजस्थान के लोक देवताओं के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
1.) तेजाजी को शिव के प्रमुख ग्यारह अवतारों में से एक माना जाता है।
2.) श्री खेतलाजी को भगवान भैरव के रूप में पूजा जाता है जो भगवान शिव के पांचवें अवतार थे।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं - -
- (अ) केवल 1
- (ब) केवल 2
- (स) 1 और 2 दोनों
- (द) न तो 1 और न ही 2
उत्तर : 1 और 2 दोनों
व्याख्या :
वीर तेजा या तेजाजी को शिव के प्रमुख ग्यारह अवतारों में से एक माना जाता है और ग्रामीण राजस्थान में उन्हें देवता के रूप में पूजा जाता है।
खेतलाजी मारवाड़ क्षेत्र में विभिन्न जातियों और पंथों के लोगों के लिए एक देशी लोक देवता हैं। उनका मंदिर सोनाना खेतलाजी मंदिर राजस्थान के पाली जिले की देसूरी तहसील के ग्राम सोनाना में स्थित है। श्री खेतलाजी को भगवान भैरव के रूप में पूजा जाता है जिन्हें सनातन परंपरा में भगवान शिव का पांचवां अवतार माना जाता है।
- प्रश्न 153 निम्नलिखित में से किस स्थान का संबंध राजस्थान में हिंगलाज माता से है -
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- (अ) मौदरा, जालोर
- (ब) भूनास, नागौर
- (स) बीडासर, चूरू
- (द) रेवासा, सीकर
उत्तर : बीडासर, चूरू
- प्रश्न 154 निम्नलिखित माता को उनके संबंधित स्थान के साथ सुमेलित कीजिए -
माता स्थान 1. छींक माता A. गोपाल जी का रास्ता, जयपुर 2. रक्तदंतिका B. संथुर, बूंदी 3. त्रिपुर सुंदरी C. तलवाड़ा, बांसवाड़ा 4. मरमी D. रश्मि, चित्तौड़गढ़ -
- (अ) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
- (ब) 1-B, 2-A, 3-C, 4-D
- (स) 1-B, 2-C, 3-A, 4-D
- (द) 1-D, 2-B, 3-C, 4-A
उत्तर : 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
व्याख्या :माता स्थान छींक माता A. गोपाल जी का रास्ता, जयपुर रक्तदंतिका B. संथुर, बूंदी त्रिपुर सुंदरी C. तलवाड़ा, बांसवाड़ा मरमी D. रश्मि, चित्तौड़गढ़
- प्रश्न 155 बालकनाथ के रूप में किसे हिमाचल प्रदेश में पूजा जाता है -
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- (अ) केसरिया कुंवर जी
- (ब) बग्गा जी
- (स) रूपनाथ जी
- (द) हड़बूजी
उत्तर : रूपनाथ जी
- प्रश्न 156 निम्नलिखित लोक देवी का मैच उनके संबंधित जिले के साथ -
लोक देवी स्थान (जिला) 1. तनोट माता A. बिलाड़ा (जोधपुर) 2. आई माता B. बदनोर (भीलवाड़ा) 3. कुशाल माता C. जैसलमेर 4. सच्चिया माता D.औसिया (जोधपुर) -
- (अ) 1-C, 2-A, 3-B, 4-D
- (ब) 1-C, 2-D, 3-B, 4-A
- (स) 1-B, 2-A, 3-C, 4-D
- (द) 1-A, 2-C, 3-B, 4-D
उत्तर : 1-C, 2-A, 3-B, 4-D
- प्रश्न 157 निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1) फड़ चित्रकला या फड़ धार्मिक पट्ट चित्रकला की एक शैली है और लोक चित्रकला पारंपरिक रूप से लकड़ी पर की जाती है।
2) राजस्थान के लोक देवताओं, ज्यादातर पाबूजी और देवनारायण के आख्यानों को फड़ पर चित्रित किया गया है।
3) भोपा, पुजारी-गायक पारंपरिक रूप से चित्रित फड़ अपने साथ ले जाते हैं और इनका उपयोग लोक देवताओं के सचल मंदिरों के रूप में करते हैं।
4) पाबूजी के फड़ आम तौर पर लगभग 5 फीट लंबे होते हैं, जबकि देवनारायण के फड़ आमतौर पर लगभग 3 फीट लंबे होते हैं।
नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर चुनिए : -
- (अ) 1 और 2 केवल
- (ब) 1 और 3 केवल
- (स) केवल 2 और 3
- (द) 1, 2, 3 और 4
उत्तर : केवल 2 और 3
- प्रश्न 158 निम्नलिखित लोक देवी में से किसको खिजर बेरी राय भवानी के नाम से जाना जाता है -
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- (अ) आमजा माता
- (ब) लटियाल माता
- (स) नागणेची माता
- (द) बाण माता
उत्तर : लटियाल माता
- प्रश्न 159 निम्नलिखित में से कौन सा कथन अर्बुदा देवी के बारे में सही नहीं है -
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- (अ) उनका मंदिर सिरोही के माउंट आबू में स्थित है।
- (ब) उन्हें अधार देवी के नाम से जाना जाता है।
- (स) उन्हें थार की वैष्णो देवी के नाम से जाना जाता है।
- (द) उनके नाम पर अरावली पहाड़ी को अर्बुदाचल के नाम से जाना जाता है।
उत्तर : उन्हें थार की वैष्णो देवी के नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 160 निम्न में से कौनसा जोड़ा गलत है -
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- (अ) चौथ माता - चौथ का बरवाड़ा, सवाई माधोपुर
- (ब) आवड़ माता - भू गांव, जैसलमेर
- (स) नारायणी माता - जयपुर
- (द) सकराय माता - उदयपुर वाटी, झुंन्झुनंू
उत्तर : नारायणी माता - जयपुर
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