राजस्थान की जलवायु
- प्रश्न 171 समवर्षा रेखा जो राजस्थान को लगभग दो समान भागों में विभाजित करती है, वह है -
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- (अ) 50 सेमी
- (ब) 75 सेमी
- (स) 100 सेमी
- (द) 25 सेमी
उत्तर : 50 सेमी
व्याख्या :
राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
- प्रश्न 172 निम्नलिखित में से कौन-से कारक राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करते हैं -
(A) अक्षांशीय अवस्थिति
(B) देशान्तरीय अवस्थिति
(C) अरब सागर से दूरी
(D) उच्चावच विशेषताएं -
- (अ) A और D
- (ब) A, B और C
- (स) A, C और D
- (द) B, C और D
उत्तर : A, C और D
व्याख्या :
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक - अक्षांशीय स्थिती, समुद्रतल से दुरी, समुद्र तल से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों कि स्थिति एवं दिशा आदि।
- प्रश्न 173 निम्नलिखित में से कौन सी जलवायु राजस्थान में नहीं पायी जाती है -
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- (अ) BWhw
- (ब) BSKw
- (स) Cwg
- (द) Aw
उत्तर : BSKw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश - पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 174 राजस्थान की औसत वर्षा है -
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- (अ) 48-52 सेमी
- (ब) 63-67 सेमी
- (स) 56-58 सेमी
- (द) 30-35 सेमी
उत्तर : 56-58 सेमी
व्याख्या :
राजस्थान में वर्षा का औसत 57 सेमी. है जिसका वितरण 10 से 100 सेमी. के बीच होता है। वर्षा का असमान वितरण अपर्याप्त और अनिश्चित मात्रा ही राजस्थान में हर वर्ष सुखे व अकाल का कारण बनती है।
- प्रश्न 175 राजस्थान का न्यूनतम वर्षा वाला क्षेत्र है -
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- (अ) उत्तरी-पूर्वी
- (ब) दक्षिणी-पूर्वी
- (स) पश्चिमी
- (द) दक्षिणी
उत्तर : पश्चिमी
व्याख्या :
राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। पश्चिमी क्षेत्र में न्यूनतम वर्षा होती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।
- प्रश्न 176 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, जालौर, सीकर, नागौर और झुन्झुनू, निम्नलिखित में से किस जलवायु प्रदेश में शामिल हैं -
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- (अ) Bwkw
- (ब) Bwhw
- (स) Bshw
- (द) Bskw
उत्तर : Bshw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश - पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 177 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में किस प्रकार की जलवायु पाई जाती है -
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- (अ) Aw
- (ब) Cwg
- (स) BWhw
- (द) BShw
उत्तर : Aw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश - पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 178 राजस्थान का कौनसा जिला औसत वार्षिक वर्षा की मात्रा सर्वाधिक प्राप्त करता है -
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- (अ) झालावाड़
- (ब) बारां
- (स) उदयपुर
- (द) सिरोही
उत्तर : झालावाड़
व्याख्या :
जिला स्तर पर सर्वाधिक वर्षा - झालावाड़(100 सेमी.)
- प्रश्न 179 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान के किन जिलों में ‘स्टेपी जलवायु’ पायी जाती है -
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- (अ) बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
- (ब) जैसलमेर और बीकानेर
- (स) गंगानगर और हनुमानगढ़
- (द) जयपुर, दौसा और टोंक
उत्तर : बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
व्याख्या :
कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार 'स्टेपी जलवायु' बाड़मेर, जालोर तथा जोधपुर में पाई जाती है। डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश - पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 180 कोपेन के राजस्थान के जलवायु प्रदेशों के अनुसार, “Aw” जलवायु पाई जाती है -
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- (अ) जयपुर जिले में
- (ब) भरतपुर जिले में
- (स) नागौर जिले में
- (द) डूंगरपुर जिले में
उत्तर : डूंगरपुर जिले में
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश - डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश - जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश - पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
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