राजस्थान की झीलें
- प्रश्न 175 निम्न में से कौन सी झील ढेबर झील के नाम से भी जानी जाती है -
Veterinary Officer Exam 2019 -
- (अ) डीडवाना झील
- (ब) पिछोला झील
- (स) जयसमंद झील
- (द) कोलायत झील
उत्तर : जयसमंद झील
व्याख्या :
ढेबर झील को जयसमंद झील के नाम से भी जाना जाता है।
- प्रश्न 176 निम्नलिखित में से किस झील का क्षेत्रफल संकुचित हो रहा है -
Assistant Professor (College Education) - 2023 Paper-III -
- (अ) बजाज सागर का
- (ब) तालछापर का
- (स) बालसमन्द का
- (द) भूपाल सागर का
उत्तर : तालछापर का
व्याख्या :
तालछापर झील, राजस्थान के चुरू ज़िले में स्थित है और ताल छपर पक्षी अभयारण्य का हिस्सा है।
- प्रश्न 177 अलवर के विजय सागर बाँध का निर्माण करवाया-
-
- (अ) महाराजा विनयसिंह
- (ब) महाराजा जयसिंह
- (स) महाराजा मंगलसिंह
- (द) महाराजा बख्तारसिंह
उत्तर : महाराजा जयसिंह
व्याख्या :
बांध का निर्माण 1910 में महाराजा जय सिंह ने करवाया था।
- प्रश्न 178 अजमेर की फाॅयसागर झील का निर्माण हुआ-
-
- (अ) 1627 ई. में
- (ब) 1655 ई. में
- (स) 1891-92 ई. में
- (द) 1900 ई. में
उत्तर : 1891-92 ई. में
व्याख्या :
अजमेर की फॉयसागर झील का निर्माण 1891-92 ई. में किया गया था। इसका निर्माण बाण्डी नदी(उत्पाती नदी) के पानी को रोककर करवाया गया इसे अंग्रेज इजि. फॉय के निर्देशन में बाढ़ राहत परियोजना के तहत बनाया गया। इसलिए इसे फॉय सागर कहते है। इसका जलस्तर अधिक हो जाने पर इसका पानी आनासागर में भेज दिया जाता है।
- प्रश्न 179 निम्नलिखित में से राजस्थान में मीठे पानी की झील कौन सी है -
Hostel Superintendent Grade-II(SJED)-2024 -
- (अ) सांभर झील
- (ब) पचपदरा झील
- (स) डीडवाना झील
- (द) उदय सागर झील
उत्तर : उदय सागर झील
व्याख्या :
उदयसागर झील उदयपुर की पांच प्रमुख झीलों में से एक है। इसका निर्माण मेवाड के शासक उदयसिंह ने आयड़ नदी के पानी को रोककर करवाया। इस झील से निकलने के बाद ही आयड़ का नाम बेड़च हो जाता है।
- प्रश्न 180 सरदार समंद झील तथा जैत सागर झील क्रमशः अवस्थित हैं -
Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) - 2024 (Rajasthan Gk) -
- (अ) राजसमंद तथा अलवर में
- (ब) पाली तथा नागौर में
- (स) अलवर तथा अजमेर में
- (द) पाली तथा बूंदी में
उत्तर : पाली तथा बूंदी में
व्याख्या :
डॉ. हरिमोहन सक्सेना की पुस्तक ‘राजस्थान का भूगोल’ और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10 की ‘राजस्थान अध्ययन’ की पुस्तक के अनुसार पाली जिले में स्थित सरदार समंद झील का निर्माण सन 1933 में महाराजा उम्मेद सिंह ने करवाया था।
जैत सागर झील बूंदी जिले में स्थित है।
- प्रश्न 181 निम्नलिखित झीलों को उनकी विशेषताओं से मिलाएं:
विकल्प:झील विशेषताएँ A. जयसमंद झील 1. राजस्थान की सबसे ऊंची झील B. राजसमंद झील 2. ‘जलचरों की बस्ती’ के लिए जानी जाती है C. नक्की झील 3. नौ चौकी D. फतेहसागर झील 4. बेल्जियम निर्मित टेलिस्कोप -
- (अ) A-2, B-3, C-1, D-4
- (ब) A-1, B-2, C-3, D-4
- (स) A-3, B-4, C-1, D-2
- (द) A-4, B-1, C-2, D-3
उत्तर : A-2, B-3, C-1, D-4
व्याख्या :
जयसमंद झील में जलीय जीवों की संख्या सर्वाधिक (सर्वाधिक जैव विविधता) होने के कारण इसे ‘जलचरो की बस्ती’ भी कहते हैं।
राजसमंद झील का उतरी भाग “नौ चौकी” कहलाता है। महाराणा राजसिंह ने घेवर माता और 10 भुजा वाली अंबा माता का मंदिर राजसमंद झील की नौ चौकी पाल पर करवाया था।
राजस्थान के सिरोही जिले में माऊंट आबू पर स्थित नक्की झील राजस्थान की सर्वाधिक ऊंचाई पर तथा सबसे गहरी झील है।
फतेहसागर झील में अहम्दाबाद संस्थान ने 1975 में भारत की पहली सौर वैद्यशाला स्थापित की। इसी झील के समीप बेल्जियम निर्मित टेलिस्कोप की स्थापना सूर्य और उसकी गतिविधियों के अध्ययन के लिए की गई।
- प्रश्न 182 निम्नलिखित झीलों का उनके निर्माणकर्ताओं से मिलान करें:
विकल्प:झीलें निर्माता A. पिछोला झील 1. पिच्छू बंजारा B. फतेहसागर झील 2. राणा जय सिंह C. आनासागर झील 3. अर्णोराजा D. राजसमंद झील 4. राणा राजसिंह -
- (अ) A-2, B-4, C-3, D-1
- (ब) A-1, B-2, C-3, D-4
- (स) A-3, B-1, C-4, D-2
- (द) A-1, B-4, C-2, D-3
उत्तर : A-1, B-2, C-3, D-4
व्याख्या :
14 वीं सदी में इस मीठे पानी की झील का निर्माण राणा लाखा के समय एक पिच्छू नामक बनजारे ने अपने बैल की स्मृति में करवाया।
उदयपुर जिले में स्थित इस मीठे पानी की झील का निर्माण मेवाड के शासक जयसिंह ने 1678 ई. में करवाया। बाद में यह अतिवृष्टि होने के कारण नष्ट हो गई। तब इसका पुर्निमाण 1889 में महाराजा फतेहसिंह ने करवाया तथा इसकी आधार शिला ड्यूक ऑफ कनॉट द्वारा रखी गई। अतः इस झील को फतेहसागर झील कहा गया।
अजमेर शहर के मध्य स्थित इस झील का निर्माण अजयराज के पुत्र अर्णाेराज(पृथ्वीराज चौहान के दादा आनाजी) ने 1137 ई. में करवाया।
राजसमंद झील (राजसमंद) का निर्माण मेवाड़ के राजा राजसिंह ने गोमती नदी का पानी रोककर (1662-76) इस झील का निर्माण करवाया गया।
- प्रश्न 183 निम्नलिखित झीलों का मिलान उनके आस-पास स्थित उल्लेखनीय संरचनाओं से करें:
विकल्प:झीलें उल्लेखनीय संरचनाएँ A. आनासागर झील 1. सिटी पैलेस और गलकी नटणी का चबुतरा B. फतेहसागर झील 2. दौलतबाग और नूरजहां का महल C. नक्की झील 3. रामझरोखा और टॉड रॉक D. पिछोला झील 4. सहेलियों की बाड़ी और सौर वैद्यशाला -
- (अ) A-2, B-4, C-3, D-1
- (ब) A-1, B-2, C-4, D-3
- (स) A-3, B-4, C-1, D-2
- (द) A-4, B-1, C-2, D-3
उत्तर : A-2, B-4, C-3, D-1
व्याख्या :
मुगल शासक जांहगीर ने आनासागर के समीप नूरजहां(रूठी रानी) का महल बनवाया। दौलतबाग का निर्माण करवाया जिसे वर्तमान में सुभाष उद्यान कहते है।
सहेलियों की बाड़ी (बगीचा), महाराणा प्रताप का स्मारक, नेहरू उद्यान, और संजय गांधी उद्यान फतेहसागर झील के किनारे स्थित है। इस झील में सौर वैद्यशाला भी बनी है।
नक्की झील में टापू है जिस पर रघुनाथ जी का मन्दिर बना है। इसके अलावा इस झील के एक तरफ मेंढक जैसी चट्टान बनी हुई है जिसे “टाॅड राॅक” कहा जाता है। इसके अलावा यहाँ हाथी गुफा, चंम्पा गुफा, रामझरोखा, पैरट राॅक अन्य दर्शनीय स्थल है।
पिछोला झील के समीप “गलकी नटणी” का चबुतरा बना हुआ है। इस झील के किनारे “राजमहल/सिटी पैलेस” है। इसका निर्माण उदयसिंह ने करवाया।
- प्रश्न 184 झीलों को उनके विशिष्ट वैकल्पिक नामों या उद्देश्यों से मिलाएं:
विकल्प:झील वैकल्पिक नाम / उद्देश्य A. जयसमंद झील 1. देवाली तालाब B. फतेहसागर झील 2. ढेबर झील C. सिलीसेढ़ झील 3. राजस्थान का नंदन कानन D. नक्की झील 4. गरासिया जनजाति का आध्यात्मिक केंद्र -
- (अ) A-2, B-1, C-3, D-4
- (ब) A-1, B-3, C-2, D-4
- (स) A-3, B-4, C-1, D-2
- (द) A-4, B-2, C-3, D-1
उत्तर : A-2, B-1, C-3, D-4
व्याख्या :
राजस्थान में मीठे पानी की सबसे बड़ी कृत्रिम झील जयसमंद है। इस झील का निर्माण मेवाड़ के राणा जयसिंह ने गोमती नदी का पानी रोककर(1687-91) कराया गया। जयसमंद झील में गोमती, झावरी और बागर नदियों का जल ढेबर दर्रे से होकर आता था, इसलिए इसको ‘ढेबर झील’ भी कहते हैं।
उदयपुर जिले में स्थित मीठे पानी की फतेहसागर झील का निर्माण मेवाड के शासक जयसिंह ने 1678 ई. में करवाया। उदयपुर के देवाली गांव में स्थित होने के कारण इसे देवाली तालाब भी कहा जाता है।
सिलीसेढ़ झील अलवर में स्थित है। इसके किनारे अलवर के महाराजा विनयसिंह ने 1845 में अपनी रानी के लिए एक शाही महल (लैक पैलेस) व एक शिकारी लौज का निर्माण करवाया। यह झली ‘राजस्थान का नंदन कानन’ कहलाती है।
नक्की झील झील गरासिया जनजाति का आध्यात्मिक केन्द्र है। अतः लोग अपने मृतको की अस्थियों का विसृजन नक्की झील में ही करते है।
page no.(19/21)