राजस्थान की जनजातियां
- प्रश्न 21 सहरिया समाज में 'हथाई' है-
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- (अ) पेड़ों पर बनाई गई मचानुमा झोंपड़ी
- (ब) सहराना के बीच एक छतरीनुमा गोल/चोकोर झोंपड़ी
- (स) सहरिया समाज की कुलदेवी
- (द) अनाज आदि को रखने हेतु मिट्टी से बनी कोठी
उत्तर : सहराना के बीच एक छतरीनुमा गोल/चोकोर झोंपड़ी
- प्रश्न 22 निम्न में से किस जनजाति की आराध्य देवी चौथ माता है-
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- (अ) गरासिया
- (ब) कंजर
- (स) सांसी
- (द) भील
उत्तर : कंजर
- प्रश्न 23 राजस्थान में पाई जाने वाली सांसी जनजाती के दो उपभाग हैं -
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- (अ) जागा-पागा
- (ब) बीजा-माला
- (स) बीजान-पडिहार
- (द) जागा-पडिहार
उत्तर : बीजा-माला
- प्रश्न 24 मीणा पुराण किस मुनि द्वारा लिखा गया -
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- (अ) भरत मुनि
- (ब) ऋषि केश
- (स) वेद व्यास
- (द) मुनि मगन सागर
उत्तर : मुनि मगन सागर
- प्रश्न 25 सहरिया जनजाति के मुखिया को कहते हैं -
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- (अ) गमेती
- (ब) भराड़ी
- (स) कोतवाल
- (द) पंच
उत्तर : कोतवाल
- प्रश्न 26 मेलों में जीवन साथी चुनने की परम्परा किस जनजाति में हे-
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- (अ) भील
- (ब) मीणा
- (स) गरासिया
- (द) सहरिया
उत्तर : गरासिया
- प्रश्न 27 सहरिया जनजाति का कुम्भ कौन सा मेला कहलाता है -
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- (अ) तेजा मेला(सीताबाड़ी)
- (ब) तेजा मेला(ब्यावर)
- (स) तेजा मेला(खरनाल)
- (द) बैणेश्वर मेला
उत्तर : तेजा मेला(सीताबाड़ी)
व्याख्या :
तेजा मेला मेला सीताबाड़ी के स्थान पर लगता है जो राजस्थान के केलवाड़ा कस्बा के पास बारां शहर से लगभग 45 किमी दूर स्थित है। इस स्थान पर मेले का आयोजन ज्येष्ठ अमावस्या को किया जाता है जो मई से जून के बीच पड़ती है।सीताबाड़ी बारां, राजस्थान में एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। इसे सहरियाओं का लघु कुंभ कहा जाता है। सहरिया जनजाति का अन्य प्रसिद्ध मेला कपिलधारा का मेला है, जो कार्तिक पूर्णिमा को भरता है।
- प्रश्न 28 मरने वाले व्यक्ति के मुंह में शराब की बूंदें डालने का प्रचलन किस जनजाति में है -
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- (अ) मीणा
- (ब) गरासिया
- (स) सहरिया
- (द) कंजर
उत्तर : कंजर
- प्रश्न 29 ताणना एवं मौर बंधिया विवाह किस जनजाति में प्रसिद्ध है -
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- (अ) सांसी
- (ब) कंजर
- (स) भील
- (द) गरासिया
उत्तर : गरासिया
- प्रश्न 30 सहरिया जनजाती की बस्सी कहलाती है -
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- (अ) टापरी
- (ब) सहराना
- (स) घेर
- (द) ग्राम
उत्तर : सहराना
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