गुर्जर प्रतिहार वंश
- प्रश्न 21 750-1000 ईस्वी के दौरान राजस्थान और अधिकांश उत्तरी भारत पर निम्नलिखित में से किसने शासन किया था -
Police Constable Exam (15 May 2022 Shift-1) -
- (अ) चौहान
- (ब) मुगल शासक
- (स) मराठा
- (द) प्रतिहार
उत्तर : प्रतिहार
व्याख्या :
प्रतिहारों ने 750-1000 ईस्वी के दौरान राजस्थान और अधिकांश उत्तरी भारत पर शासन किया।
- प्रश्न 22 राजा नागभट्ट द्वितीय का संबंध निम्नलिखित में से किस राजवंश से था -
Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2) -
- (अ) प्रतिहार
- (ब) चालुक्य
- (स) राष्ट्रकूट
- (द) पाल
उत्तर : प्रतिहार
व्याख्या :
नागभट्ट द्वितीय वत्सराज के उत्तराधिकारी थे। इन्होंने 816 ई. में कन्नौज पर आक्रमण कर चक्रायुद्ध को पराजित किया तथा कन्नौज को प्रतिहार वंश की राजधानी बनाया।
- प्रश्न 23 निम्नलिखित में से प्रतिहार राजा नागभट्ट प्रथम के बारे में कौन-सा कथन सही है -
Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-1) -
- (अ) वे वत्सराज के पुत्र थे।
- (ब) उन्होंने लगभग 50 वर्षों तक शासन किया।
- (स) उनकी मृत्यु के बाद महिपाल और भोज द्वितीय के बीच उत्तराधिकार बनने के लिए युद्ध हुआ।
- (द) उन्होंने सिंध के अरब शासकों को हराया जो राजस्थान, गुजरात, पंजाब आदि पर अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहे थे।
उत्तर : उन्होंने सिंध के अरब शासकों को हराया जो राजस्थान, गुजरात, पंजाब आदि पर अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहे थे।
व्याख्या :
प्रतिहार शासक नागभट्ट प्रथम ने आठवीं शताब्दी में भीनमाल पर अधिकार कर उसे अपनी राजधानी बनाया। बाद में में इन्होंने उज्जैन को अपने अधिकार में कर लिया एवं उज्जैन उनकी शक्ति का प्रमुख केन्द्र हो गया। ये बड़े प्रतापी शासक थे इनका दरबार ‘नागावलोक का दरबार’ कहलाता था। इनके समय में सिन्ध की ओर से बिलोचों ने आक्रमण किया और अरबो ने अरब से। नागभट्ट ने इन्हें अपनी सीमा में घुसने नहीं दिया जिससे उनकी ख्याति बहुत बढ़ी। इन्हें ग्वालियर प्रशस्ति में ‘नारायण’ और ‘म्लेच्छों का नाशक’ कहा गया है।
- प्रश्न 24 किस राजा के वंशज गुर्जर प्रतिहार कहे जाने लगे -
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- (अ) चक्रायु
- (ब) धर्मपाल
- (स) नागभट्ट द्वितीय
- (द) वासुदेव द्वितीय
उत्तर : नागभट्ट द्वितीय
व्याख्या :
नागभट्ट द्वितीय वत्सराज के उत्तराधिकारी थे। इन्होंने 816 ई. में कन्नौज पर आक्रमण कर चक्रायुद्ध को पराजित किया तथा कन्नौज को प्रतिहार वंश की राजधानी बनाया। हर्षनाथ प्रशस्ति के अनुसार इसके दरबार में चौहान गुवक प्रथम को वीर की उपाधि दी गई थी।
- प्रश्न 25 मण्डौर के प्रतिहार माने जाते हैं -
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- (अ) ब्राह्मण
- (ब) वैश्य
- (स) शुद्र
- (द) क्षत्रिय
उत्तर : क्षत्रिय
व्याख्या :
मण्डौर के प्रतिहार को क्षत्रिय माना जाता है।
- प्रश्न 26 नागभट्ट-प्रथम निम्नलिखित में से किस राजवंश से संबंधित है -
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- (अ) परमार
- (ब) गुर्जर-प्रतिहार
- (स) चौहान
- (द) चालुक्य
उत्तर : गुर्जर-प्रतिहार
व्याख्या :
प्रतिहार शासक नागभट्ट प्रथम ने आठवीं शताब्दी में भीनमाल पर अधिकार कर उसे अपनी राजधानी बनाया। बाद में में इन्होंने उज्जैन को अपने अधिकार में कर लिया एवं उज्जैन उनकी शक्ति का प्रमुख केन्द्र हो गया। ये बड़े प्रतापी शासक थे इनका दरबार ‘नागावलोक का दरबार’ कहलाता था।
- प्रश्न 27 सूची- II के साथ सूची- I का मिलान कीजिए और नीचे दिए गए कूट से उत्तर चुनिए:
सूची- I (राजपूत वंश) सूची- II (स्थान) A. चौहान 1. दक्षिण राजस्थान B. प्रतिहार परिहार 2. काठियावाड़ C. चालुक्य / सोलंकी 3. मालवा D. परमार / पवार 4. पूर्वी राजस्थान -
- (अ) A- 4, B- 1, C- 2, D- 3
- (ब) A- 4, B- 3, C- 2, D- 1
- (स) A- 3, B- 1, C-2, D- 4
- (द) A- 4, B- 2, C- 1, D- 3
उत्तर : A- 4, B- 1, C- 2, D- 3
व्याख्या :राजपूत वंश स्थान चौहान पूर्वी राजस्थान प्रतिहार परिहार दक्षिण राजस्थान चालुक्य / सोलंकी काठियावाड़ परमार / पवार मालवा
- प्रश्न 28 गुर्जर प्रतिहार वंश के किस शासक ने अपनी राजधानी मण्डोर से मेड़ता स्थानान्तरित की थी -
Librarian Grade III 2018 -
- (अ) कक्कुक
- (ब) रज्जिल
- (स) नागभट्ट
- (द) बाॅउक
उत्तर : नागभट्ट
व्याख्या :
नागभट्ट प्रथम ने मेड़ता जीतकर अपनी राजधानी बनाया। इतिहास मे इसे नाहड़ के नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 29 गुर्जरों को किस शासक ने पराजित किया -
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- (अ) प्रभाकरवर्धन
- (ब) राज्यवर्धन
- (स) हर्षवर्द्धन
- (द) शशांक
उत्तर : प्रभाकरवर्धन
व्याख्या :
प्रभाकर वर्धन ने गुर्जरों को हराया और पड़ोसी राज्यों पर अपना नियंत्रण बढ़ाया।
- प्रश्न 30 राजस्थान में प्रतिहार वंश के संस्थापक हरिश्चन्द्र की राजधानी थी -
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- (अ) मेड़ता
- (ब) जालौर
- (स) भीनमाल
- (द) मण्डोर
उत्तर : मण्डोर
व्याख्या :
गुर्जर-प्रतिहारों की 26 शाखाओं में यह शाखा सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण थी। जोधपुर और घटियाला शिलालेखों के अनुसार हरिशचन्द्र नामक ब्राह्मण के दो पत्नियां थी। एक ब्राह्मणी और दूसरी क्षत्राणी भद्रा। क्षत्राणी भद्रा के चार पुत्रों भोगभट्ट, कद्दक, रज्जिल और दह ने मिलकर मण्डौर को जीतकर गुर्जर प्रतिहार वंश की स्थापना की।
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