राजस्थान की जलवायु
- प्रश्न 26 निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा का परिवर्तिता पाई जाती है-
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- (अ) सुदूर पश्चिमी भाग
- (ब) दक्षिणी भाग
- (स) उत्तरी भाग
- (द) उत्तर-पूर्वी भाग
उत्तर : सुदूर पश्चिमी भाग
व्याख्या :
अरावली पर्वत श्रेणीयों ने जलवायु कि दृष्टि से राजस्थान को दो भागों में विभक्त कर दिया है। अरावली पर्वत श्रेणीयां मानसुनी हवाओं के चलने कि दिशाओं के अनुरूप होने के कारण मार्ग में बाधक नहीं बन पाती अतः मानसुनी पवनें सीधी निकल जाती है और वर्षा नहीं करा पाती। इस प्रकार पश्चिमी क्षेत्र अरावली का दृष्टि छाया प्रदेश होने के कारण अल्प वर्षा प्राप्त करताह है।
- प्रश्न 27 राष्ट्रीय वर्षा सिंचित क्षेत्र प्राधिकरण स्थित है-
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- (अ) पूना
- (ब) दिल्ली
- (स) मुम्बई
- (द) जोधपुर
उत्तर : दिल्ली
व्याख्या :
3 नवंबर, 2006 को केंद्र सरकार ने दिल्ली में राष्ट्रीय वर्षा सिंचित क्षेत्र प्राधिकरण की स्थापना की। कृषि मंत्रालय ने देश की शुष्क भूमि और वर्षा आधारित कृषि के व्यवस्थित प्रबंधन और सुधार के बारे में आवश्यक सूचना इनपुट देने के लिए NRAA को एक विशेषज्ञ निकाय के रूप में बनाया।
- प्रश्न 28 कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु प्रदेशों में से राजस्थान में कौन-सा सुमेलित नहीं है-
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- (अ) Aw-दक्षिणी राजस्थान
- (ब) Cwg-उत्तरी राजस्थान
- (स) BWhw-शुष्क मरूस्थल
- (द) BShw-अर्द्ध शुष्क मरूस्थल
उत्तर : Cwg-उत्तरी राजस्थान
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 29 वर्षा ऋतु में मानसून हवाओं की दिशा होती है-
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- (अ) दक्षिण से उत्तर
- (ब) दक्षिण पश्चिमी से उत्तर पूर्व
- (स) उत्तर से दक्षिण
- (द) उत्तर पूर्व से दक्षिण पश्चिम
उत्तर : दक्षिण पश्चिमी से उत्तर पूर्व
व्याख्या :
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
- प्रश्न 30 वर्षा को जलवायु प्रदेश के वर्गीकरण का आधार माना है-
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- (अ) केन्ड्रयू
- (ब) ट्रिवार्था
- (स) थार्नवेट
- (द) कोपेन
उत्तर : थार्नवेट
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
- प्रश्न 31 BWhw से अभिप्राय है
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- (अ) शुष्क शीत जलवायु
- (ब) शुष्क उष्णाकटिबंधीय मरूस्थल
- (स) आर्द्र
- (द) अति आर्द्र
उत्तर : शुष्क उष्णाकटिबंधीय मरूस्थल
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 32 राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस जिले में सम्भावित है, वह है-
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- (अ) बून्दी
- (ब) बारां
- (स) जैसलमेर
- (द) राजसमन्द
उत्तर : जैसलमेर
व्याख्या :
ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं। जैसलमेर जिले में जून माह में न्यूनतम वायुदाब की स्थिती बनती है।
- प्रश्न 33 सामान्यतया राजस्थान को कितने जलवायु क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है-
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- (अ) पांच
- (ब) छः
- (स) सात
- (द) आठ
उत्तर : पांच
व्याख्या :
राजस्थान को जलवायु की दृष्टि से पांच भागों में बांटा है।- शुष्क जलवायु प्रदेश(0-20 सेमी.)
- अर्द्धशुष्क जलवायु प्रदेश(20-40 सेमी.)
- उपआर्द्र जलवायु प्रदेश(40-60 सेमी.)
- आर्द्र जलवायु प्रदेश(60-80 सेमी.)
- अति आर्द्र जलवायु प्रदेश(80-100 सेमी.)
- प्रश्न 34 राजस्थान को दो भागों में बांटने वाली समवर्षा रेखा है-
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- (अ) 25 सेमी.
- (ब) 50 सेमी.
- (स) 100 सेमी.
- (द) 150 सेमी.
उत्तर : 50 सेमी.
व्याख्या :
राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
- प्रश्न 35 निम्न कथनों पर विचार कीजिये-
- राजस्थान में वर्षा दक्षिण और दक्षिण-पूर्व से उत्तर और उत्तर-पश्चिम में घटती जाती है।
- मानसून की अरब सागरीय शाखा राजस्थान में वर्षा का प्रमुख स्त्रोत है।
- पश्चिमी राजस्थान केवल शीत काल में वर्षा प्राप्त करता है।
- राजस्थान का 50 प्रतिशत भाग शुष्क एवं अर्द्ध-शुष्क जलवायु का है।
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- (अ) 1 व 2
- (ब) 1, 2 व 3
- (स) 1, 2 व 4
- (द) 3 व 4
उत्तर : 1, 2 व 4
व्याख्या :
राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है। राजस्थान में सर्वप्रथम अरबसागर का मानसून प्रवेश करता है। राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है। राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।
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