भारत के भू-आकृतिक प्रदेश
- प्रश्न 31 भारत की वास्तविक प्राचीनतम मोड़दार पर्वत श्रेणी है -
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- (अ) हिमालय
- (ब) सतपुड़ा
- (स) नीलगिरि
- (द) अरावली
उत्तर : अरावली
- प्रश्न 32 ‘गुरू शिखर’ एक चोटी है -
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- (अ) पश्चिमी घाट में
- (ब) माउण्ट आबू में
- (स) महादेव पहाड़ीयों में
- (द) मध्य हिमालय में
उत्तर : माउण्ट आबू में
व्याख्या :
गुरु शिखर माउंट आबू में स्थित अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊँची चोटी है।
- प्रश्न 33 पंबन द्वीप स्थित है -
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- (अ) भारत व श्रीलंका के बीच
- (ब) जापान व कोरिया के बीच
- (स) यू. के. व फ्रांस के बीच
- (द) भारत व पाकिस्तान के बीच
उत्तर : भारत व श्रीलंका के बीच
- प्रश्न 34 भारत वर्ष का सर्वोच्च पर्वत शिखर है -
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- (अ) कंचनजंघा
- (ब) गाडविन आॅस्टिन
- (स) माउण्ट ऐवरेस्ट
- (द) नन्दादेवी
उत्तर : गाडविन आॅस्टिन
व्याख्या :
K2 या गॉडविन ऑस्टिन (8611मीटर) कराकोरम श्रेणी की सर्वोच्च चोटी है जो भारत की भी सबसे ऊँची चोटी है।
- प्रश्न 35 निम्न में से भारत की कौन सी चोटी सबसे ऊंची है -
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- (अ) नन्दादेवी
- (ब) कंचनजंघा
- (स) मकालू
- (द) एवरेस्ट
उत्तर : कंचनजंघा
- प्रश्न 36 पवन द्वारा जो अपरदनात्मक कलाकृति नहीं है वह हैं –
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 1 -
- (अ) छत्रक शिला
- (ब) इन्सेजवर्ग
- (स) ज्यूगेन
- (द) स्तूप
उत्तर : स्तूप
व्याख्या :
छत्रक शिला: मरुस्थली भागों में यदि कठोर चट्टानों के रूप में ऊपरी आवरण के नीचे कोमल चट्टाने लम्बवत रूप में मिलती हैं तो उस पर पवन के अपघर्र्षण के प्रभाव से विभिन्न स्थलरूपों का निर्माण होता है। पवन द्वारा चट्टान के निचले भाग में अत्यधिक अपघर्षण द्वारा उसका आधार कटने लगता है, जबकि उसका ऊपरी भाग अप्रभावित रहता है। साथ ही यदि पवन कई दिशाओं में चलती है तो चट्टान का निचला भाग चारों तरफ से अत्यधिक कट जाने के कारण पतला हो जाता है, जबकि ऊपरी भाग अप्रभावित रहता है। इससे एक छतरीनुमा स्थलरूप का निर्माण होता है, जिसे छत्रक शिला कहते हैं। छत्रक शिला को सहारा के रेगिस्तान में गारा कहते हैं।
भूस्तंभ: शुष्क प्रदेश में जहाँ पर असंगठित तथा कोमल चट्टानों के ऊपर कठोर तथा प्रतिरोधी चट्टानों का आवरण होता है, वहाँ इस आवरण के कारण नीचे की कोमल चट्टानों का अपरदन नहीं हो पाता। लेकिन नजदीकी चट्टानों के अपरदन के कारण कठोर चट्टानों के आवरण वाला भाग एक स्तंभ के रूप में सतह पर दिखाई देता है जिसे भू-स्तम्भ कहते हैं।
ज्यूजेन: मरुस्थली भाग में यदि कठोर तथा कोमल शैलों की परतें ऊपर-नीचे एक-दूसरे के समानान्तर होती है तो अपक्षय तथा वायु द्वारा अपरदन के कारण विभिन्न स्थलरूपों का निर्माण होता है। इन स्थलरूपों के ऊपरी भाग पर कठोर चट्टानों का आवरण होता है एवं इनका ऊपरी भाग समतल होता है। इन्हें ज्यूजेन कहते हैं।
- प्रश्न 37 एरिड फौरेस्ट इंस्टीट्यूट किस राज्य में स्थित है -
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- (अ) गुजरात
- (ब) हरियाणा
- (स) राजस्थान
- (द) पंजाब
उत्तर : राजस्थान
- प्रश्न 38 भारत में ‘दक्कन का पठार’ किस प्रकार के ज्वालामुखी उद्गार से निर्मित पठार है -
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- (अ) दरारी उद्गार
- (ब) मुत उद्गार
- (स) सुषुप्त उद्गार
- (द) केन्दिय उद्गार
उत्तर : दरारी उद्गार
- प्रश्न 39 भारत में दूसरा सर्वोच्च शिखर कौन सा है, जो पूर्ण रूप से देश में स्थित है -
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- (अ) कंचन जंगा
- (ब) नंदा देवी
- (स) K2/सैवेज पर्वत
- (द) कामेत
उत्तर : नंदा देवी
- प्रश्न 40 जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर जवाहर सुरंग अवस्थित है -
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- (अ) पीरपंजाल श्रेणी में
- (ब) कराकोरम श्रेणी में
- (स) जास्कर श्रेणी में
- (द) त्रिकूट श्रेणी में
उत्तर : पीरपंजाल श्रेणी में
व्याख्या :
जवाहर सुरंग, जिसे बनिहाल सुरंग के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में एक सड़क सुरंग है। जवाहर सुरंग बनिहाल सुरंग के नीचे स्थित है। सुरंग का निर्माण अल्फ्रेड कुंज और सी. बार्सेल ने किया था। यह पीर-पंजाल रेंज में स्थित है।
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