राजस्थान की मिट्टियाँ
- प्रश्न 34 राजस्थान के सर्वाधिक क्षेत्र पर निम्न में से कौनसी मिट्टी पाई जाती है -
-
- (अ) एरिडीसोल्स एवं एल्फीसोल्स
- (ब) एरिडीसोल्स एवं एण्टिसोल्स
- (स) वर्टीसोल्स एवं अल्फीसोल्स
- (द) इनसेप्टीसोल्स
उत्तर : एरिडीसोल्स एवं एण्टिसोल्स
व्याख्या :
एरीडिसोल्स: एरिडिसोल खनिज मिट्टी है जो ज्यादातर शुष्क जलवायु में पाई जाती है।
एंटिसोल राज्य की प्रमुख मृदा है। पश्चिमी भाग के आधे हिस्से के सभी जिलों में कहीं कम और कही बहुतायत क्षेत्र पर एन्टीसोल मृदा पायी जाती है।
- प्रश्न 35 राजस्थान में निम्नलिखित कौन से जिलों में लाल लोमी मिट्टी पायी जाती है -
Livestock Assistant Exam 2018 -
- (अ) सिरोही एवं पाली
- (ब) डूंगरपुर एवं उदयपुर
- (स) कोटा एवं बूंदी
- (द) सवाई माधोपुर एवं करौली
उत्तर : डूंगरपुर एवं उदयपुर
व्याख्या :
लाल लोमी मिट्टी का लाल रंग इसमें लौह तत्वों की मौजूदगी को दर्शाता है। ऐसी मिट्टी का कण बारीक होने से इसमें पानी अधिक समय तक रहता है। राजस्थान में लाल-लोमी मिट्टी उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूँगरपुर आदि जिलों में पाई जाती है।
- प्रश्न 36 कौन सा सुमेलित नहीं है -
मृदा का प्रकार - जिला -
- (अ) लाल लोम - डूंगरपुर
- (ब) पर्वतीय मृदा - उदयपुर
- (स) पीली- भूरी - बीकानेर
- (द) गहरी मध्यम काली - कोटा
उत्तर : पीली- भूरी - बीकानेर
- प्रश्न 37 कथन-रेतीली मिट्टी में उपजाऊ तत्वों की मात्रा कम तथा लवण की मात्रा अधिक होती है।
कारण-लवणीय मिट्टी में कुछ घास अवश्य उत्पन्न हो जाती है।
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 1 -
- (अ) कथन सही है और कारण भी सही है।
- (ब) कथन गलत है लेकिन कारण सही है।
- (स) कथन गलत है और कारण भी गलत है।
- (द) कथन सही है लेकिन कारण गलत है।
उत्तर : कथन सही है और कारण भी सही है।
- प्रश्न 38 निम्न कथनों पर विचार कीजिए -
क. पीली भूरी रेतीली मिट्टी राजस्थान में मुख्यतः भीलवाडा व चित्तौड़गढ़ जिले के कुछ भागों में पाई जाती है।
ख. पीली भूरी मिट्टी के लगभग 100 से 150 सेमी. नीचे चूना मिश्रित मिट्टी मिलती है।
ग. पीली भूरी रेतीली मिट्टी उपजाऊ होती है। अतः यह मिट्टी कृषि कार्यो के लिए ठीक रहती है।
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 2 -
- (अ) केवल क एवं ख सही है।
- (ब) केवल क सही है।
- (स) केवल क एवं ग सही है।
- (द) केवल ख सही है।
उत्तर : केवल क एवं ग सही है।
- प्रश्न 39 राजस्थान के सर्वाधिक क्षेत्र पर निम्नलिखित में से कौन सी मृदा पायी जाती है -
Lab Assistant Exam 2018 -
- (अ) एरिडोसोल्स एवं एण्टिसोल्स
- (ब) एरिडोसोल्स एवं अल्मीसोल्स
- (स) इनसेप्टिसोल्स
- (द) वर्टीसोल्स एवं अल्फीसोल्स
उत्तर : एरिडोसोल्स एवं एण्टिसोल्स
व्याख्या :
पश्चिमी राजस्थान के लगभग सभी जिलों में एन्टी सोल्स (रेगिस्तानी) प्रकार की मृदा पाई जाती है।
- प्रश्न 40 निम्न कथनों पर विचार कीजिए -
क. लाल रेतीली मिट्टी कृषि के लिए ठीक होती है लेकिन पर्याप्त मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है।
ख. लाल रेतीली मिट्टी राजस्थान के कोटा, बून्दी व झालावाड जिले के कुछ भाग में पाई जाती है।
ग. लाल रेतीली मिट्टी के लिए जिन क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाऐं हैं, वे क्षेत्र कृषि की दृष्टि से उन्नत है।
उपरोक्त कथनों में से -
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 3 -
- (अ) केवल क सही है।
- (ब) केवल ख सही है।
- (स) केवल क एवं ग सही है।
- (द) केवल क एवं ख सही है।
उत्तर : केवल क एवं ग सही है।
- प्रश्न 41 राजस्थान में भूरी मिट्टी का क्षेत्र है -
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 3 -
- (अ) हाडौती क्षेत्र
- (ब) अरावली पर्वत श्रृंखला के दोनो तरफ के भाग
- (स) राजस्थान का दक्षिणी क्षेत्र
- (द) बनास का प्रवाह क्षेत्र
उत्तर : बनास का प्रवाह क्षेत्र
- प्रश्न 42 भूरी रेतीली कछारी मिट्टी के संबंध में कौनसा कथन असत्य है -
Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 1 -
- (अ) यह मिट्टी राजस्थान के अलवर, भरतपुर के उत्तरी भाग और गंगानगर जिले के मध्य में पाई जाती है।
- (ब) इस मिट्टी में चावल व गन्ने की खेती की जाती है।
- (स) इस मिट्टी का रंग लाल व भूरा होता है।
- (द) इस मिट्टी में चूना, फोस्फोरस व ह्यूमस की कमी होती है।
उत्तर : इस मिट्टी में चावल व गन्ने की खेती की जाती है।
- प्रश्न 43 निम्न कथनों पर विचार कीजिए -
क. भूरी रेतीली मिट्टी में फास्फेट तत्व का बाहुल्य होता है।
ख. दुमट व कछारी मिट्टी में चूना, फाॅस्फोरस, पोटाश तथा लोहा आदि अधिक मात्रा में पाया जाता है।
ग. काली मिट्टी में गंधक व लोहे की मात्रा अधिक होती है।
Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 2 -
- (अ) केवल क सही है।
- (ब) केवल क एवं ख सही है।
- (स) केवल ख सही है।
- (द) केवल क एवं ग सही है।
उत्तर : केवल क एवं ख सही है।
व्याख्या :
भूरी और रेतीली मृदा : अरावली के पश्चिमी जिलों बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, सिरोही, पाली, नागौर, सीकर और झुन्झुनूं जिले हैं। यह मृदा 36,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत है। इस मृदा में फास्फेट के तत्त्व अधिक मिलता हैं। मृदा की उर्वरता नाइट्रेट की उपस्थिति के कारण और अधिक बढ़ जाती है।
दुमट व कछारी मिट्टी में चूना, फॉस्फोरस, पोटाश तथा लोहा आदि अधिक मात्रा में पाया जाता है।
रासायनिक दृष्टि से काली मृदाओं में चूने, लौह, मैग्नीशिया तथा ऐलुमिना के तत्त्व काफी मात्रा में पाए जाते हैं। इनमें पोटाश की मात्रा भी पाई जाती है। लेकिन इनमें फ़ॉस्फोरस, नाइट्रोजन और जैव पदार्थों की कमी होती है। काली मिट्टी में गंधक की मात्रा ज़्यादा नहीं होती।
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