मरुस्थलीकरण
- प्रश्न 41 निम्न में से कौन सा सम्मेलन मरूस्थलीकरण की रोकथाम के लिए कार्य करता है -
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- (अ) UNICEF
- (ब) UNCCD
- (स) UNESO
- (द) UNWF
उत्तर : UNCCD
व्याख्या :
मरूस्थलीकरण का समान्य अर्थ है उपजाऊ एवं अमरूस्थली भूमि का क्रमिक रूप से मरूस्थली भूमि में परिवर्तित होना। रियो सम्मेलन/पृथ्वी सम्मेलन 1992 में संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम कन्वेंशन (United Nations Convention to Combat Desertification- UNCCD) नामक दस्तावेज जारी किया गया, जो 17 जून 1994 को फ्रांस में लागू हुआ। इसलिए 1995 से प्रतिवर्ष 17 जून को विश्व मरुस्थलीकरण और सूखा रोकथाम दिवस मनाया जाता है।
- प्रश्न 42 निम्न में से कौन सा राजस्थान में मरूस्थलीकरण का कारण नहीं है -
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A) -
- (अ) अति चारण
- (ब) जनसंख्या आधिक्य
- (स) जैविक कृषि
- (द) अति जुताई
उत्तर : जैविक कृषि
व्याख्या :
मरुस्थलीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा प्राकृतिक या मानव निर्मित कारकों के कारण शुष्क भूमि (शुष्क और अर्द्ध शुष्क भूमि) की जैविक उत्पादकता कम हो जाती है लेकिन इसका मतलब मौजूदा रेगिस्तानों का विस्तार नहीं है। मरुस्थलीकरण के मानव निर्मित कारण:- अधिक चराई
- वनों की कटाई
- खेती के तरीके
- जलवायु परिवर्तन
- प्राकृतिक आपदाएँ जैसे- बाढ़, सूखा, भूस्खलन
- पानी का क्षरण
- उपजाऊ मिट्टी का विस्थापन
- पानी का कटाव
- हवा का कटाव
- अल्प वर्षा
- प्रश्न 43 मरूस्थलीकरण का मानवजनित कारक नहीं है -
Agriculture Officer 2020 -
- (अ) अतिचारण
- (ब) भूमि उपयोग में परिवर्तन
- (स) अल्प वर्षा
- (द) नगरीकरण
उत्तर : अल्प वर्षा
व्याख्या :
मरुस्थलीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा प्राकृतिक या मानव निर्मित कारकों के कारण शुष्क भूमि (शुष्क और अर्द्ध शुष्क भूमि) की जैविक उत्पादकता कम हो जाती है लेकिन इसका मतलब मौजूदा रेगिस्तानों का विस्तार नहीं है। मरुस्थलीकरण के मानव निर्मित कारण:- अधिक चराई
- वनों की कटाई
- खेती के तरीके
- जलवायु परिवर्तन
- प्राकृतिक आपदाएँ जैसे- बाढ़, सूखा, भूस्खलन
- पानी का क्षरण
- उपजाऊ मिट्टी का विस्थापन
- पानी का कटाव
- हवा का कटाव
- अल्प वर्षा
- प्रश्न 44 मरू विकास बोर्ड की स्थापना किस वर्ष में हुई थी -
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- (अ) 1967
- (ब) 1968
- (स) 1969
- (द) 1966
उत्तर : 1966
व्याख्या :
1966 में मरू विकास बोर्ड का गठन किया गया और राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के चार जिलों में कई पायलट परियोजनाएँ शुरू की गईं।
- प्रश्न 45 ‘मरू विकास कार्यक्रम’ का वित्त पोषण होता है -
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- (अ) 100 प्रतिशत राजस्थान सरकार द्वारा
- (ब) 100 प्रतिशत भारत सरकार द्वारा
- (स) 75 प्रतिशत केन्द्र सरकार व 25 प्रतिशत राजस्थान सरकार द्वारा
- (द) 50ः50 के अनुपात में दोनों सरकारों द्वारा
उत्तर : 75 प्रतिशत केन्द्र सरकार व 25 प्रतिशत राजस्थान सरकार द्वारा
व्याख्या :
मरुस्थल विकास कार्यक्रम (DDP) 1977-1978 में शुरू हुआ। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि आयोग की सिफारिशों के तहत शुरू किया गया था। किन्तु 1 अप्रैल 1999 से इसे केंद्र सरकार द्वारा 75% और राज्य सरकार द्वारा 25% वित्त पोषित किया जा रहा है।
- प्रश्न 46 अरावली वृक्षारोपण परियोजना किस वर्ष में प्रारम्भ हुई -
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- (अ) 1993
- (ब) 1992
- (स) 1994
- (द) 1990
उत्तर : 1992
व्याख्या :
अरावली वनीकरण परियोजना 1992-93 में शुरू की गई थी।
- प्रश्न 47 निम्नलिखित में से किस वर्ष, मरू विकास कार्यक्रम शुरू किया गया -
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- (अ) 1982-83
- (ब) 1971-72
- (स) 1977-78
- (द) 1981-82
उत्तर : 1977-78
व्याख्या :
मरुस्थल विकास कार्यक्रम (DDP) 1977-1978 में शुरू हुआ। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि आयोग की सिफारिशों के तहत शुरू किया गया था। किन्तु 1 अप्रैल 1999 से इसे केंद्र सरकार द्वारा 75% और राज्य सरकार द्वारा 25% वित्त पोषित किया जा रहा है। DDP राजस्थान के 16 जिलों अजमेर, बाड़मेर, बीकानेर, चुरू, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालोर, झुंझुनू, जोधपुर, नागौर, पाली, राजसमंद, सीकर, सिरोही और उदयपुर में चल रही है।
- प्रश्न 48 मरूस्थलीकरण के विस्तार से संरक्षण की कौनसी तकनीकी सबसे उपयुक्त है -
Librarian Grade III 2018 -
- (अ) मृदा नमी का संरक्षण
- (ब) भूमिगत जल भरण/पुनर्भरण
- (स) बालुका स्तूप स्थिरीकरण
- (द) वातरोधी वृक्षारोपणपट्टी
उत्तर : वातरोधी वृक्षारोपणपट्टी
व्याख्या :
मरुस्थलीय क्षेत्र में क्षेत्र के अनुकूल पौधों को लगाया जाना चाहिये। मिटटी के अपरदन को रोका जाना चाहिये, साथ ही कृषि कार्यों में अत्यधिक रासायनिक उर्वरक का प्रयोग न करते हुए मरुस्थलीय क्षेत्र में सूक्ष्म सिंचाई (Micro Irrigation) को बढ़ावा दिया जाना चाहिये।
- प्रश्न 49 मरू विकास कार्यक्रम परियोजना
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- (अ) केन्द्रीय सरकार की है
- (ब) राज्य सरकार की है
- (स) गैर-सरकारी संगठनों की है
- (द) सार्वजनिक-निजी भागीदारी की है
उत्तर : केन्द्रीय सरकार की है
व्याख्या :
मरुस्थल विकास कार्यक्रम (DDP) 1977-1978 में शुरू हुआ। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि आयोग की सिफारिशों के तहत शुरू किया गया था। किन्तु 1 अप्रैल 1999 से इसे केंद्र सरकार द्वारा 75% और राज्य सरकार द्वारा 25% वित्त पोषित किया जा रहा है। DDP राजस्थान के 16 जिलों अजमेर, बाड़मेर, बीकानेर, चुरू, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालोर, झुंझुनू, जोधपुर, नागौर, पाली, राजसमंद, सीकर, सिरोही और उदयपुर में चल रही है।
- प्रश्न 50 राजस्थान में बार-बार अकाल क्यों पड़ते हैं ? निम्न में से कौन-सा कारण यहां प्रासंगिक नहीं है -
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- (अ) बारिश की कमी
- (ब) फसलों का गलत प्रारूप
- (स) मृदा अपरदन
- (द) जल प्रबन्धन की कमी
उत्तर : फसलों का गलत प्रारूप
व्याख्या :
राजस्थान में सूखे और अकाल का मुख्य कारण वर्षा की अनिश्चितता और अनियमितता है। राजस्थान की जलवायु की विषमता, वनों की प्रकृति, मृदा अपरदन, जल प्रबन्धन की कमी और अरावली श्रृंखला की दिशा भी अकाल और सूखे की ओर ले जाती है।
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