राष्ट्रीय एकीकरण
- प्रश्न 44 15 अगस्त, 1947 ई. तक भारत में शामिल नहीं होने वाली रियासतें थी-
-
- (अ) उदयपुर, ट्रावणकोर, भोपाल
- (ब) जोधपुर, ट्रावणकोर, भोपाल
- (स) भोपाल, कश्मीर, हैदराबाद
- (द) जूनागढ़, कश्मीर, हैदराबाद
उत्तर : जूनागढ़, कश्मीर, हैदराबाद
व्याख्या :
15 अगस्त, 1947 तक भारत में शामिल नहीं होने वाली रियासतों में हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ शामिल थीं। 13 सितंबर, 1948 के ‘ऑपरेशन पोलों के तहत भारतीय सैनिकों को हैदराबाद भेजा गया। 4 दिन तक चले सशस्त्र संघर्ष के बाद अंतत: हैदराबाद भारत का अभिन्न अंग बन गया। गुजरात के दक्षिण-पश्चिम में स्थित जूनागढ़ रियासत में फरवरी, 1948 को ‘जनमत संग्रह’ कराया गया, जो लगभग सर्वसम्मति से भारत में विलय के पक्ष में गया। 26 अक्तूबर, 1947 को कश्मीर के राजा हरि सिंह ने ‘विलय पत्र’ पर हस्ताक्षर कर दिये।
- प्रश्न 45 अगस्त 1953 में भारत सरकार द्वारा गठित किये गये राज्य पुनर्गठन आयोग के निम्नलिखित में से कौन, सदस्य थे -
(i) सर तेज बहादुर सप्रू
(ii) जस्टिस फजल अली
(iii) के. एम. पन्निकर
(iv) हृदयनाथ कुंजरु
नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए:
RAS (Pre) Exam - 2023 -
- (अ) (ii) एवं (iii)
- (ब) (ii) एवं (iv)
- (स) (ii), (iii) एवं (iv)
- (द) (i), (ii), (iii) एवं (iv)
उत्तर : (ii), (iii) एवं (iv)
व्याख्या :
राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन वर्ष 1948 के भाषाई प्रांत आयोग (धर आयोग) के बाद किया गया था। धर आयोग ने राज्य के गठन या विभाजन के लिए भाषा को एक मानदंड के रूप में खारिज कर दिया फिर प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिसंबर 1953 में राज्यों पुनर्गठन आयोग की नियुक्ति की गई। आयोग की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश फजल अली कर रहे थे। इसके अन्य दो सदस्य एच. एन. कुंजरु और के.एम. पणिक्कर थे।
- प्रश्न 46 स्वतंत्रता से-कुछ दिन पहले, मणिपुर के महाराजा, ____ ने, मणिपुर की आंतरिक स्वायत्तता को बनाए रखने के आश्वासन पर भारत सरकार के साथ विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए।
Assistant Engineer - Civil (Local Self Govt. Deptt.) Comp. Exam - 2022 -
- (अ) नारा सिंह
- (ब) गंभीर सिंह
- (स) बोधचंद्र सिंह
- (द) सुरचंद्र सिंह
उत्तर : बोधचंद्र सिंह
व्याख्या :
महाराजा बोधचंद्र सिंह या बोधचंद्र सिंह (1908-1955) ब्रिटिश राज के साथ-साथ भारत के डोमिनियन के तहत मणिपुर रियासत के अंतिम शासक थे।
- प्रश्न 47 निम्नलिखित में से किसने भाषायी आधार पर प्रांतों के पुनः विवरण को ‘राष्ट्रीयता की हत्या’ के समान बताया -
-
- (अ) के.एम. मुंशी
- (ब) सरदार बल्लभभाई पटेल
- (स) जवाहरलाल नेहरू
- (द) जमनालाल बजाज
उत्तर : सरदार बल्लभभाई पटेल
व्याख्या :
सरदार बल्लभभाई पटेल ने भाषायी आधार पर प्रांतों के पुनः वितरण को ‘राष्ट्रीयता की हत्या’ के समान बताया। भाषा के आधार पर गठित होने वाला पहला राज्य आन्ध्र प्रदेश था।
- प्रश्न 48 ब्रिटिश काल में कौन-सा भारतीय राज्य ‘त्रावणकोर का रियासती राज्य’ के रूप में जाना जाता था -
Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT - K2) -
- (अ) केरल
- (ब) तमिलनाडु
- (स) कर्नाटक
- (द) आंध्र प्रदेश
उत्तर : केरल
व्याख्या :
त्रावणकोर ब्रिटिश काल में एक प्रमुख रियासती राज्य था, जो वर्तमान केरल राज्य में स्थित है।
- प्रश्न 49 नीचे दो कथन दिए गए हैं:
कथन (I) : भारत की स्वतंत्रता के बाद रियासतों के कई शासक संविधान सभा में जुड़ने के विरुद्ध थे।
कथन (II) : शाही रजवाड़ों की इस अनुक्रिया का अर्थ था कि स्वतंत्रता के बाद एक बड़ी संभावना थी कि भारत कई छोटे देशों में बँट जाता।
उपरोक्त कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें:
CET 2024 (Graduate) 27 September 2024 Shift-1 -
- (अ) कथन (I) सही है लेकिन कथन (II) गलत है।
- (ब) कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
- (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
- (द) कथन (I) और कथन (II) दोनों ही गलत हैं।
उत्तर : कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
व्याख्या :
स्वतंत्रता के बाद, भारतीय संघ के निर्माण में कई रजवाड़ों ने शुरुआत में संविधान सभा में सम्मिलित होने से मना कर दिया। यह मुख्य रूप से उनकी स्वतंत्रता और स्वायत्तता की रक्षा करने की इच्छा से प्रेरित था। यदि शाही रजवाड़े भारतीय संघ का हिस्सा नहीं बनते, तो यह संभावना थी कि भारत छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित हो जाता, जो राष्ट्रीय एकता के लिए घातक हो सकता था। सरदार पटेल और वी.पी. मेनन के प्रयासों से रियासतों का विलय संभव हो सका।
- प्रश्न 50 निम्नलिखित में से किस राज्य को असम में से अलग कर के बनाया गया था?
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-1 -
- (अ) मणिपुर
- (ब) सिक्किम
- (स) त्रिपुरा
- (द) मेघालय
उत्तर : मेघालय
व्याख्या :
21 जनवरी 1972 को मेघालय को असम से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य बनाया गया था।
- प्रश्न 51 अलग आंध्र के लिए हुए आंदोलन का नाम था :
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2 -
- (अ) आंध्र क्षेत्र आंदोलन
- (ब) विशाल आंध्र आंदोलन
- (स) विशाल आंदोलन
- (द) तेलुगु आंदोलन
उत्तर : विशाल आंध्र आंदोलन
व्याख्या :
अलग आंध्र राज्य की मांग के लिए 1950 के दशक में विशाल आंध्र आंदोलन चलाया गया। यह आंदोलन तेलुगु भाषी लोगों के लिए पृथक राज्य की मांग पर केंद्रित था। इस आंदोलन का नेतृत्व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने आंध्र महासभा के बैनर तले किया था, जिसमें सभी तेलुगु भाषी क्षेत्रों को एक राज्य में मिलाने की मांग की गई थी।
- प्रश्न 52 सन् 1960 में सृजित राज्य थे :
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2 -
- (अ) हरियाणा और हिमाचल प्रदेश
- (ब) महाराष्ट्र और पंजाब
- (स) महाराष्ट्र और गुजरात
- (द) मणिपुर और त्रिपुरा
उत्तर : महाराष्ट्र और गुजरात
व्याख्या :
1960 में महाराष्ट्र और गुजरात का निर्माण हुआ, जिसे बॉम्बे राज्य से विभाजित किया गया।
- प्रश्न 53 राज्य पुनर्गठन अधिनियम कब पारित हुआ था -
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2 -
- (अ) 1956 में
- (ब) 1952 में
- (स) 1953 में
- (द) 1955 में
उत्तर : 1956 में
व्याख्या :
राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 में पारित किया गया था, जिससे राज्यों की भाषाई पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू हुई।
page no.(6/6)