राष्ट्रीय एकीकरण
- प्रश्न 1 निम्नलिखित में से किसने भाषायी आधार पर प्रांतों के पुनः विवरण को ‘राष्ट्रीयता की हत्या’ के समान बताया -
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- (अ) के.एम. मुंशी
- (ब) सरदार बल्लभभाई पटेल
- (स) जवाहरलाल नेहरू
- (द) जमनालाल बजाज
उत्तर : सरदार बल्लभभाई पटेल
व्याख्या :
सरदार बल्लभभाई पटेल ने भाषायी आधार पर प्रांतों के पुनः वितरण को ‘राष्ट्रीयता की हत्या’ के समान बताया। भाषा के आधार पर गठित होने वाला पहला राज्य आन्ध्र प्रदेश था।
- प्रश्न 2 स्वतंत्रता से-कुछ दिन पहले, मणिपुर के महाराजा, ____ ने, मणिपुर की आंतरिक स्वायत्तता को बनाए रखने के आश्वासन पर भारत सरकार के साथ विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए।
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- (अ) नारा सिंह
- (ब) गंभीर सिंह
- (स) बोधचंद्र सिंह
- (द) सुरचंद्र सिंह
उत्तर : बोधचंद्र सिंह
व्याख्या :
महाराजा बोधचंद्र सिंह या बोधचंद्र सिंह (1908-1955) ब्रिटिश राज के साथ-साथ भारत के डोमिनियन के तहत मणिपुर रियासत के अंतिम शासक थे।
- प्रश्न 3 अगस्त 1953 में भारत सरकार द्वारा गठित किये गये राज्य पुनर्गठन आयोग के निम्नलिखित में से कौन, सदस्य थे -
(i) सर तेज बहादुर सप्रू
(ii) जस्टिस फजल अली
(iii) के. एम. पन्निकर
(iv) हृदयनाथ कुंजरु
नीचे दिये गये कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए:
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- (अ) (ii) एवं (iii)
- (ब) (ii) एवं (iv)
- (स) (ii), (iii) एवं (iv)
- (द) (i), (ii), (iii) एवं (iv)
उत्तर : (ii), (iii) एवं (iv)
व्याख्या :
राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन वर्ष 1948 के भाषाई प्रांत आयोग (धर आयोग) के बाद किया गया था। धर आयोग ने राज्य के गठन या विभाजन के लिए भाषा को एक मानदंड के रूप में खारिज कर दिया फिर प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिसंबर 1953 में राज्यों पुनर्गठन आयोग की नियुक्ति की गई। आयोग की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश फजल अली कर रहे थे। इसके अन्य दो सदस्य एच. एन. कुंजरु और के.एम. पणिक्कर थे।
- प्रश्न 4 15 अगस्त, 1947 ई. तक भारत में शामिल नहीं होने वाली रियासतें थी-
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- (अ) उदयपुर, ट्रावणकोर, भोपाल
- (ब) जोधपुर, ट्रावणकोर, भोपाल
- (स) भोपाल, कश्मीर, हैदराबाद
- (द) जूनागढ़, कश्मीर, हैदराबाद
उत्तर : जूनागढ़, कश्मीर, हैदराबाद
व्याख्या :
15 अगस्त, 1947 तक भारत में शामिल नहीं होने वाली रियासतों में हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ शामिल थीं। 13 सितंबर, 1948 के ‘ऑपरेशन पोलों के तहत भारतीय सैनिकों को हैदराबाद भेजा गया। 4 दिन तक चले सशस्त्र संघर्ष के बाद अंतत: हैदराबाद भारत का अभिन्न अंग बन गया। गुजरात के दक्षिण-पश्चिम में स्थित जूनागढ़ रियासत में फरवरी, 1948 को ‘जनमत संग्रह’ कराया गया, जो लगभग सर्वसम्मति से भारत में विलय के पक्ष में गया। 26 अक्तूबर, 1947 को कश्मीर के राजा हरि सिंह ने ‘विलय पत्र’ पर हस्ताक्षर कर दिये।
- प्रश्न 5 राज्य पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष कौन थे -
CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-2 -
- (अ) एच. कुन्जरू
- (ब) के. पानीकर
- (स) फजल अली
- (द) वी. पटेल
उत्तर : फजल अली
- प्रश्न 6 दादरा और नगर हवेली तथा दमन दीव दोनों संघ शासित प्रदेशों का विलय संविधान के किस अनुच्छेद के तहत् हुआ -
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- (अ) अनुच्छेद 121 (4)
- (ब) अनुच्छेद 410 (2)
- (स) अनुच्छेद 240 (1)
- (द) अनुच्छेद 307 (3)
उत्तर : अनुच्छेद 240 (1)
व्याख्या :
दादरा और नगर हवेली तथा दमन दीव दोनों संघ शासित प्रदेशों का विलय करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 240(1) में तथा संविधान की पहली अनुसूची में संशोधन किया गया। इस नए केन्द्र शासित प्रदेश पर बम्बई उच्च न्यायालय का क्षेत्राधिकार रहेगा। इसके बाद देश में 28 राज्य एवं 8 केन्द्र शासित प्रदेश हो गये हैं।
- प्रश्न 7 राज्य पुनर्गठन आयोग की नियुक्ति कब की गई-
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- (अ) 1953
- (ब) 1952
- (स) 1955
- (द) 1956
उत्तर : 1953
- प्रश्न 8 स्वतंत्रता के पश्चात् भी भारत के निम्न में से कौन-कौनसे क्षेत्र पुर्तगालियों के अधिकार में थे-
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- (अ) गोवा
- (ब) दमन एवं द्वीव
- (स) दादरा एवं नगर हवेली
- (द) उक्त सभी
उत्तर : उक्त सभी
- प्रश्न 9 दादरा एवं नगर हवेली पर से कब पुर्तगाली शासन का अंत हुआ था -
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- (अ) 1954
- (ब) 1956
- (स) 1960
- (द) 1961
उत्तर : 1954
व्याख्या :
उत्तर में गुजरात और दक्षिण में महाराष्ट्र के बीच 491.00 वर्ग किलोमीटर में फैले दादरा नगर हवेली के क्षेत्र को 2 अगस्त 1954 को लोगों ने स्वयं पुर्तगाली शासकों से आजाद कराया था। नए संघ प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली तथा दमण एवं दीव के निर्माण के लिए 26 जनवरी 2020 को इस केंद्र शासित प्रदेश का पड़ोसी संघ प्रदेश दमण एवं दीव के साथ विलय कर दिया गया। दादरा एवं नगर हवेली का प्रदेश तब दादरा एवं नगर हवेली जिले के रूप में नए केंद्र शासित प्रदेश के तीन जिलों में से एक बन गया।
- प्रश्न 10 चंदननगर के भारत में विलय के लिए जनमत संग्रह कब कराया गया -
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- (अ) 1949
- (ब) 1950
- (स) 1951
- (द) 1954
उत्तर : 1949
व्याख्या :
चन्दननगर (Chandannagar) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के हुगली ज़िले में स्थित एक शहर है। इसे चंद्रनगर (Chandernagore) के नाम से जाना जाता था और यह फ्रांस का उपनिवेश था। 19 जून 1949 को फ्रांसीसी सरकार द्वारा कराए गए जनमत संग्रह में 97% जनता ने भारत में विलय के पक्ष में मतदान किया। मई 1950 को शहर का प्रशासन भारत सरकार के हाथ में आ गया। 2 फरवरी 1951 को पेरिस में भारत और फ्रांस के बीच एक संधि पर हस्ताक्षर हुए जिसके तहत चंदननगर को भारत सरकार को सौंप दिया गया। इस संधि को चंद्रनगर के स्वतंत्र शहर के क्षेत्र के हस्तांतरण की संधि कहा गया। 9 जून 1952 को शहर विधिवत् भारत को हस्तांतरित कर दिया गया।
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