राजस्थान की जलवायु
- प्रश्न 46 राजस्थान में सर्दी की वर्षा कहलाती है -
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B) -
- (अ) काल बैसाखी
- (ब) आम्र वर्षा
- (स) मावठ
- (द) नार्वेस्टर
उत्तर : मावठ
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 47 निम्न में से कौन-सा क्षेत्र राजस्थान में Bshw प्रकार की जलवायु को कोपेन वर्गीकरण के अनुसार दर्शाता है -
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- (अ) अरावली के उत्तर का भाग
- (ब) अरावली के दक्षिण का भाग
- (स) अरावली के पूर्व का भाग
- (द) अरावली के पश्चिम का भाग
उत्तर : अरावली के पश्चिम का भाग
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 48 राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातों को ........... कहते हैं -
-
- (अ) लू
- (ब) गरज बौछार
- (स) मावठ
- (द) ओलावृष्टि
उत्तर : मावठ
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 49 कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु प्रदेशों में से राजस्थान में कौन सा सुमेलित नहीं है -
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016 -
- (अ) Aw - राजस्थान का दक्षिणी भाग
- (ब) Cwg - राजस्थान का उत्तरी भाग
- (स) BWhw - शुष्क मरूस्थल
- (द) BShw - अर्द्ध-शुष्क मरूस्थल
उत्तर : Cwg - राजस्थान का उत्तरी भाग
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 50 वार्षिक वर्षा की प्रतिशत मात्रा में अधिक उतार-चढ़ाव वाला जिला है -
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- (अ) झालावाड़
- (ब) जैसलमेर
- (स) उदयपुर
- (द) बीकानेर
उत्तर : जैसलमेर
व्याख्या :
राजस्थान में वार्षिक वर्षा की प्रतिशत मात्रा में सबसे ज़्यादा उतार-चढ़ाव वाला ज़िला जैसलमेर है। राजस्थान में सबसे ज़्यादा औसत वार्षिक वर्षा झालावाड़ ज़िले में होती है।
- प्रश्न 51 EA'd जलवायु पाई जाती है -
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- (अ) बाड़मेर-जैसलमेर
- (ब) अलवर-भरतपुर
- (स) टोंक-जयपुर
- (द) कोटा-बूंदी
उत्तर : बाड़मेर-जैसलमेर
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।- CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
- DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
- DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
- प्रश्न 52 राजस्थान की जलवायु दशाओं के सम्बन्ध में निम्न में से कौन सा कथन सत्य है -
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- (अ) राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त हैं।
- (ब) राज्य की जलवायु उष्ण-शुष्क प्रकार की है।
- (स) राज्य में वर्षा की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ती जाती है
- (द) राज्य की जलवायु उष्ण-आर्द्र प्रकार की है
उत्तर : राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त हैं।
व्याख्या :
राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त है अर्थात राजस्थान में तापमान उच्चतम सीमा (50 डिग्री सेल्सियस) तक और वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में 150 सेमी से भी अधिक (उच्चतम सीमा) वहीं जैसलमेर में 5 सेमी से भी कम (निम्नतम सीमा) होती है। राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। राजस्थान की जलवायु शुष्क से उपआर्द्र मानसूनी जलवायु है अरावली के पश्चिम में न्यून वर्षा, उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर निम्न आर्द्रता तथा तीव्रहवाओं युक्त जलवायु है। दुसरी और अरावली के पुर्व में अर्द्रशुष्क एवं उपआर्द्र जलवायु है।
- प्रश्न 53 निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा परिवत्र्तिता पाई जाती है -
Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.) -
- (अ) सुदूर पश्चिमी भाग
- (ब) उत्तर-पूर्वी भाग
- (स) दक्षिणी भाग
- (द) उत्तरी भाग
उत्तर : सुदूर पश्चिमी भाग
व्याख्या :
सुदूर पश्चिमी भाग में सर्वाधिक वर्षा परिवत्र्तिता पाई जाती है।
- प्रश्न 54 राजस्थान में मई-जून महीनों में उत्पन्न होने वाली धूलभरी आंधियों के लिए उत्तरदायी है -
अ. कुछ स्थानों पर संवहनीय धाराओं की उत्पत्ति
ब. अरावली पहाड़ियां दक्षिण-पश्चिम हवाओं के समांतर है।
स. अति तीव्रगामी पूर्वी हवाओं की उत्पत्ति
RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018 -
- (अ) अ एवं स
- (ब) अ, ब एवं स
- (स) अ एवं ब
- (द) केवल अ
उत्तर : केवल अ
व्याख्या :
ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं। गर्म हवा हल्की होकर संवहनीय धाराओं के रूप में ऊपर उठती है।
- प्रश्न 55 कोपने के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के किस प्रदेश में Aw प्रकार की जलवायु पाई जाती है -
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- (अ) दक्षिणतम प्रदेश
- (ब) उत्तर-पूर्वी प्रदेश
- (स) पश्चिमी प्रदेश
- (द) उत्तरतम प्रदेश
उत्तर : दक्षिणतम प्रदेश
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
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