राजस्थानी साहित्य
- प्रश्न 51 कौन सा रासो राजपूतों की उत्पत्ति को ‘अग्निकुंड’ से सम्बन्धित करता है -
-
- (अ) पृथ्वीराज रासो
- (ब) हम्मीर रासो
- (स) बीसलदेव रासो
- (द) खुमान रासो
उत्तर : पृथ्वीराज रासो
- प्रश्न 52 ‘राव जैतसी रो छंद’ के लेखक कौन थे -
-
- (अ) जी. एच. ओझा
- (ब) बीठू सूजा
- (स) बांकीदास
- (द) नरपति नाल्ह
उत्तर : बीठू सूजा
- प्रश्न 53 ‘समराइच्च्कहा’ का रचयिता कौन था -
-
- (अ) जिनपाल
- (ब) जिनेश्वर
- (स) हरिभद्र सूरी
- (द) उद्दयोतन सूरी
उत्तर : हरिभद्र सूरी
- प्रश्न 54 ऐतिहासिक पोथीखाना कहां स्थित है -
-
- (अ) अलवर में
- (ब) उदयपुर में
- (स) जयपुर में
- (द) जोधपुर में
उत्तर : जयपुर में
- प्रश्न 55 ‘लीलटांस’, ‘सबद’ एवं ‘निग्र्रंथ’ के लेखक कौन हैं -
Agriculture Research Officer - 2020 -
- (अ) कन्हैयालाल सेठिया
- (ब) चन्द्रसिंह बिरकाली
- (स) मेघराज ‘मुकुल’
- (द) रेवतदान ‘कल्पित’
उत्तर : कन्हैयालाल सेठिया
- प्रश्न 56 ‘राधागोविन्द संगीत-सार’ नामक ग्रन्थ की रचना किस शासक के काल में हुई थी -
Agriculture Research Officer - 2020 -
- (अ) महाराजा प्रतापसिंह
- (ब) महाराजा मानसिंह
- (स) महाराजा माधवसिंह
- (द) मिर्जा राजा जयसिंह
उत्तर : महाराजा प्रतापसिंह
व्याख्या :
जयपुर के महाराजा सवाई प्रताप सिंह के शासनकाल में कवि देवर्षि भट्ट बृजपाल ने राधा गोविंद संगीत सार नामक संगीत ग्रंथ की रचना की थी।
- प्रश्न 57 ‘मारवाड़ रा परगना री विगत’ का लेखक ....... है -
RPSC ACF FRO 2021 -
- (अ) दयाल दास
- (ब) चारण शिवदास
- (स) मुहणोत नैणसी
- (द) पद्मनाभ
उत्तर : मुहणोत नैणसी
व्याख्या :
मारवाड़ रा परगना री विगत (Marwad Ra Pargana Ri Vigat) मुहता नैणसी द्वारा लिखी गई एक पुस्तक है। मुहता नैणसी जोधपुर के महाराजा जसवंत सिंह के समकालीन थे और मारवाड़ के दीवान थे।
- प्रश्न 58 राजस्थानी कवियों में नवजागरण के प्रथम कवि किसे माना जाता है -
Agriculture Officer 2020 -
- (अ) सूर्यमल्ल मिश्रण
- (ब) मेघराज मुकुल
- (स) मुहणोत नैणसी
- (द) पृथ्वीराज राठौड़
उत्तर : सूर्यमल्ल मिश्रण
- प्रश्न 59 ‘प्रेम विनोद’ नामक ग्रंथ किसकी रचना है -
Agriculture Officer 2020 -
- (अ) अजबदे पंवार
- (ब) हंसाबाई
- (स) छत्र कुंवारी
- (द) किरण देवी
उत्तर : छत्र कुंवारी
- प्रश्न 60 ‘जुलगमैन चरित्र’ की रचना किसने की -
-
- (अ) दादू
- (ब) रामप्रसाद
- (स) रामचरण
- (द) कृष्णदास पयहारी
उत्तर : कृष्णदास पयहारी
page no.(6/30)