राजस्थान की जलवायु
- प्रश्न 61 सूर्य के उत्तरायण होने पर -
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- (अ) तापमान में वृद्धि होती है।
- (ब) वायुदाब में कमी होती है।
- (स) तापमान में कमी होती है।
- (द) 1 व 2 दोनों
उत्तर : 1 व 2 दोनों
व्याख्या :
23 1/20 उत्तरी अक्षांश से 23 1/20 दक्षिणी अक्षांश के मध्य का भु-भाग जहां वर्ष में कभी न कभी सुर्य की किरणें सीधी चमकती है आयन कहलाता है यह दो होते हैं।
उत्तरी आयन(उत्तरायण) - 0 अक्षांश से 23 1/20 उत्तरी अक्षांश के मध्य।
दक्षीण आयन(दक्षिणायन) - 0 अक्षांश से 23 1/20 दक्षिणी अक्षांश के मध्य।
सूर्य के उत्तरायण होने के साथ-साथ तापमान में वृद्धि होती है तथा तटीय क्षेत्रों में हल्की बारिश भी होती है। गर्मियों के मौसम में/गर्मियों के दौरान जब सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर लंबवत् पड़ती है तब मध्य एशिया में निम्न वायुदाब का विकास होता है।
- प्रश्न 62 राज्य में वर्षा की मात्रा घटती है -
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- (अ) दक्षिणी-पूर्व से उत्तर-पश्चिम
- (ब) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व
- (स) दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पूर्व
- (द) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पश्चिम
उत्तर : दक्षिणी-पूर्व से उत्तर-पश्चिम
व्याख्या :
राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।
- प्रश्न 63 कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु वर्गीकरण के अनुसार कौनसा युग्म सुमेलित नहीं है -
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- (अ) Aw - बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, झालावाड़
- (ब) Bwhw - बीकानेर, जैसलमेर, हनुमानगढ़
- (स) Cwg - चित्तौड़गढ़, कोटा, सवाईमाधोपुर
- (द) Bshw - दौसा, करौली, बांरा
उत्तर : Bshw - दौसा, करौली, बांरा
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 64 थाॅर्नवेट जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान का अधिकांश भाग जिस जलवायु प्रदेश में पाया जाता है, वह है -
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- (अ) EA′d
- (ब) CA′w
- (स) DA′w
- (द) DB′w
उत्तर : DA′w
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।- CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
- DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
- DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
- प्रश्न 65 निम्नांकित में से कौन सा राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करने वाला आधारभूत तत्त्व है -
Livestock Assistant Exam 2018 -
- (अ) समुद्र से दूरी
- (ब) समुद्र तल से ऊंचाई
- (स) तापमान
- (द) वनस्पति
उत्तर : तापमान
व्याख्या :
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक - अक्षांशीय स्थिती, समुद्रतल से दुरी, समुद्र तल से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों कि स्थिति एवं दिशा आदि। किसी क्षेत्र की जलवायु में दो सबसे महत्वपूर्ण कारक तापमान और वर्षा हैं।
- प्रश्न 66 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के जिलों में निम्नलिखित समूहों में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु पायी जाती है। -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) डूंगरपुर, उदयपुर और राजसमन्द में
- (ब) भीलवाड़ा, टोंक और जयपुर में
- (स) सवाई माधोपुर, धोलपुर और झालावाड में
- (द) डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड में
उत्तर : डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड में
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 67 राजस्थान में ‘मावट’ की वर्षा द्वारा निम्नलिखित में से कौनसी फसल लाभान्वित हैं -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) बाजरा
- (ब) ज्वार
- (स) गेहूं
- (द) चावल
उत्तर : गेहूं
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 68 राजस्थान के मरूस्थल में अति-उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर हेतु उत्तरदायी सर्वप्रमुख कारण निम्नलिखित में से कौनसा है -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) मानसून ऋतु में उच्च आर्द्रता
- (ब) शुष्क ऋतु में अतिन्यून आर्द्रता
- (स) वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं
- (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं
व्याख्या :
राजस्थान में वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं अति-उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर हेतु उत्तरदायी है। राजस्थान का सर्वाधिक दैनिक तापान्तर पश्चिमी क्षेत्र में रहता है।
- प्रश्न 69 Cwg प्रदेश के अन्तर्गत आने वाला राजस्थान का भूभाग कौनसा है -
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 1 -
- (अ) अरावली पर्वत के उत्तरी तथा उत्तरी पश्चिमी भाग
- (ब) अरावली पर्वत के पश्चिमी भाग केवल
- (स) इस जलवायु प्रकार में राजस्थान का कोई भूभाग नहीं है
- (द) अरावली पर्वत के दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी भाग
उत्तर : अरावली पर्वत के दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी भाग
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 70 सुमेलित किजिए -
अ, ब, स, दप्राकृतिक भाग औसत वर्षा अ. उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान 1. 12 से 15 सेमी. ब. पूर्वी मैदान 2. 40 से 80 सेमी. स. मध्यवर्ती पहाड़ी प्रदेश 3. 20 से 90 सेमी. द. दक्षिण-पूर्वी पठार 4. 75 सेमी.
Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 1 -
- (अ) 4, 3, 2, 1
- (ब) 2, 3, 4, 1
- (स) 2, 3, 1, 4
- (द) 1, 2, 3, 4
उत्तर : 1, 2, 3, 4
व्याख्या :
राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है। राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।प्राकृतिक भाग औसत वर्षा अ. उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान 1. 12 से 15 सेमी. ब. पूर्वी मैदान 2. 40 से 80 सेमी. स. मध्यवर्ती पहाड़ी प्रदेश 3. 20 से 90 सेमी. द. दक्षिण-पूर्वी पठार 4. 75 सेमी.
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