राजस्थान में संगीत एवं लोकगीत
- प्रश्न 71 निम्नलिखित में से कौन-सी लोक संगीत एवं नृत्य शैली केवल मात्र जयपुर से सम्बंधित है -
Junior Instructor(fitter) -
- (अ) तुर्राकलंगी
- (ब) स्वांग
- (स) तमाशा
- (द) नौटंकी
उत्तर : तमाशा
- प्रश्न 72 साकर खान को 2012 में किस लोक वाद्य में प्रवीणता के लिए पद्यश्री से सम्मानित किया गया -
Junior Instructor(fitter) -
- (अ) कामायचा
- (ब) सारंगी
- (स) मोरचंग
- (द) खड़ताल
उत्तर : कामायचा
व्याख्या :
राजस्थान के जैसलमेर जिले के हमीरा गांव के साकर खान (1938-2013) निस्संदेह इस धरती पर सबसे महान कमंचा वादक थे। भारतीय लोक संगीत में उनके योगदान के लिए उन्हें 2012 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- प्रश्न 73 सुम्मेलित कीजिए -
अ, ब, स, दअ इकतारा 1 घन वाद्य ब अलगोजा 2 तत् वाद्य स झांझ 3 सुषिर वाद्य द मादल 4 अवनद्ध वाद्य -
- (अ) 2, 3, 1, 4
- (ब) 1, 2, 3, 4
- (स) 2, 3, 4, 1
- (द) 3, 4, 2, 1
उत्तर : 2, 3, 1, 4
- प्रश्न 74 लोक वाद्य यंत्र ‘भपंग’ राजस्थान के किस क्षेत्र से सम्बंधित है -
Junior Instructor(welder) -
- (अ) मेवात
- (ब) मेवाड़
- (स) मेरवाड़ा
- (द) मारवाड़
उत्तर : मेवात
- प्रश्न 75 ‘होलर के गीत’ सम्बन्धित है -
-
- (अ) बालक जन्मोत्सव
- (ब) विवाह
- (स) बाल विवाह प्रथा उपहास
- (द) दुल्हन की विदाई
उत्तर : बालक जन्मोत्सव
व्याख्या :
जन्मोत्सव पर जच्चा होलर नामक लोक गीत गाया जाता है।
- प्रश्न 76 राजस्थान में होली के अवसर पर गाये जाने वाले गीतों को कहते हैं -
-
- (अ) धमाल
- (ब) झूलणा
- (स) टब्बा
- (द) वात
उत्तर : धमाल
- प्रश्न 77 सीठणे हैं -
-
- (अ) श्रृंगारिक लोकगीत
- (ब) विरह गीत
- (स) पर्वतीय लोकगीत
- (द) गाली गीत
उत्तर : गाली गीत
व्याख्या :
विवाह समारोह में समधिनों द्वारा समधी को गाये जाने वाले गाली-गीत सोठणे कहलाते हैं।
- प्रश्न 78 मेवाड़ क्षेत्र में भील स्त्री-पुरूषों द्वारा गाया जाने वाला युगल गीत कहलाता है -
-
- (अ) पपैयो
- (ब) सूवंटिया
- (स) हमसीढ़ो
- (द) हरजस
उत्तर : हमसीढ़ो
- प्रश्न 79 मोरचंग किस श्रेणी का वाद्य यंत्र है -
-
- (अ) तत्
- (ब) सुषिर
- (स) अवनद्ध
- (द) घन
उत्तर : सुषिर
व्याख्या :
यह लोहे का बना छोटा सा वाद्य यंत्र है और इसे दांतों के बीच रखकर हवा से बजाया जाता है। यह मुख्यतः लंगा जाति द्वारा बजाया जाता है।
- प्रश्न 80 निम्न में से कौनसा वाद्य यंत्र अलवर क्षेत्र में अधिक प्रचलित है -
-
- (अ) रवाज
- (ब) अपंग
- (स) भपंग
- (द) सतारा
उत्तर : भपंग
व्याख्या :
यह कटे हुए तुम्बे के एक सिरे पर चमड़ा मढ़कर बनाया जाता है, यह डमरूनुमा होता है। अलवर के जहूर खां मेवाती को भपंग का जादूगर कहते हैं।
page no.(8/24)