राजस्थान की जनजातियां
- प्रश्न 77 किस व्यक्तित्व ने सहरियाओं की विचारधारा से प्रभावित होकर लिखा है कि ‘सहरिया को एक रोटी खिला दीजिए, वह जीवनभर आपको याद रखेगा।’ -
-
- (अ) कवि श्यामलदास
- (ब) कर्नल जेम्स टाॅड
- (स) कवि सूर्यमल्ल मिश्रण
- (द) जाॅन लुडलो
उत्तर : कर्नल जेम्स टाॅड
व्याख्या :
सहरिया जनजाति बांरा जिले की किशनगंज व शाहबाद तहसीलों में मुख्यतः निवास करती हैं। राजस्थान की एकमात्र जनजाति जिसे ‘आदिम-जनजाति’ का दर्जा प्राप्त हैं। इनका मुखिया कोतवाल कहलाता हैं। इनमें मृतक का श्राद नहीं किया जाता हैं। दहेज प्रथा भी प्रचलीत नहीं हैं।
- प्रश्न 78 किस जनजाति में मृत व्यक्ति के स्मारक पर बनी मूर्ति को ‘आगड’ कहा जाता है -
-
- (अ) भील
- (ब) मीणा
- (स) गरासिया
- (द) सहरिया
उत्तर : भील
- प्रश्न 79 भीलों से सम्बंधित वार्षिक कर ‘आधागराड’ किस महाराणा द्वारा माफ किया गया था -
-
- (अ) महाराणा सज्जनसिंह
- (ब) महाराणा राजसिंह
- (स) महाराणा फतेहसिंह
- (द) महाराणा स्वरूपसिंह
उत्तर : महाराणा सज्जनसिंह
- प्रश्न 80 किस जनजाति में विवाह की एक अनोखी परम्परा में अग्नि को साक्षी न मानकर वृक्षों को साक्षी माना जाता है -
-
- (अ) मीणा
- (ब) गरासिया
- (स) भील
- (द) सहरिया
उत्तर : भील
- प्रश्न 81 भीलों का कुम्भ कहलाने वाला बांसवाड़ा में घोटिया-अम्बा मेले का आयोजन कब होता है -
-
- (अ) माघ पूर्णिमा
- (ब) भाद्रपद अमावस्या
- (स) चैत्र अमावस्या
- (द) वैशाख पूर्णिमा
उत्तर : चैत्र अमावस्या
व्याख्या :
घोटिया अम्बा नामक स्थान पर भीलों का प्रसिद्ध मेला भरता है जिसे भीलों का कुम्भ कहा जाता है। यह स्थान महाभारत काल का है। वर्तमान में यह बांसवाड़ा में स्थित है।
- प्रश्न 82 गरासिया समाज में सामूहिक कृषि का रूप है -
-
- (अ) हेलमी
- (ब) वालरू
- (स) हारी-भांवरी
- (द) हेलरू
उत्तर : हारी-भांवरी
व्याख्या :
‘हारी-भांवरी’ गरासिया जनजाति में प्रचलित कृषि का रूप है। इस कृषि में समस्त पुरूषों द्वारा सामुहिक रूप से कृषि की जाती है तथा उसी अनुपात में फसल का निर्धारण होता है, हारी का तात्पर्य पुरूष व भांव का अर्थ फसल से होता है।
- प्रश्न 83 गरासियों का वह लोक नृत्य जिसका आयोजन एक हाथ में तलवार तथा दूसरे हाथ में छाता लेकर किया जाता है।
-
- (अ) हाथीमना नृत्य
- (ब) चकरी नृत्य
- (स) मावलिया नृत्य
- (द) वालर नृत्य
उत्तर : वालर नृत्य
- प्रश्न 84 आदिवासियों से संबंधित ‘नांदड़ा’ है -
-
- (अ) एक वस्त्र
- (ब) आभूषण
- (स) एक प्रथा
- (द) एक वाद्य यन्त्र
उत्तर : एक वस्त्र
व्याख्या :
‘नांदड़ा’ नीले रंग की छींट जो आदिवासी महिलाओं का प्राचीनतम वस्त्र है।
- प्रश्न 85 कथौड़ी जाति की महिलाएं मराठी अंदाज में, जो साड़ी पहनती हैं उसे कहा जाता है -
-
- (अ) पोतिया
- (ब) मेक
- (स) फड़का
- (द) कछाबू
उत्तर : फड़का
- प्रश्न 86 सहरिया जनजाति का कुम्भ कहलाता है -
-
- (अ) सीताबाड़ी तेजाजी मेला
- (ब) घोटिया अम्बा मेला
- (स) महावीरजी मेला
- (द) गंगा दशहरा मेला
उत्तर : सीताबाड़ी तेजाजी मेला
व्याख्या :
सीताबाड़ी(बारां) सहरियों का प्रमुख तीर्थ स्थान माना जाता है। सीताबाड़ी मेले को सहरियों का कुम्भ कहा जाता है। सहरिया जनजाति का अन्य प्रसिद्ध मेला कपिलधारा का मेला है, जो कार्तिक पूर्णिमा को भरता है।
page no.(9/18)