राजस्थान में किसान तथा आदिवासी आन्दोलन
- प्रश्न 1 मीणा आंदोलन के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारत सरकार ने ‘क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट’ लागू किया था।
2. जय राम पेशा कानून के तहत सभी मीणा स्त्री-पुरुषों को रोजाना थाने में हाजरी देनी होती थी।
सही उत्तर का चयन कीजिए - -
- (अ) न तो 1 और ना ही 2
- (ब) केवल 1
- (स) 1 और 2 दोनों
- (द) केवल 2
उत्तर : 1 और 2 दोनों
व्याख्या :
वर्ष 1924 मे भारत सरकार ने ‘क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट’ लागू किया था। जय राम पेशा कानून के तहत सभी मीणा स्त्री-पुरुषों को रोजाना थाने में हाजरी देनी होती थी।
- प्रश्न 2 राजस्थान के भीलों और गोविंद गुरु के संदर्भ में असत्य कथन का चयन करें।
CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-I -
- (अ) उन्हें हिंदू धर्म में बनाए रखने के लिए भगत आंदोलन शुरू किया।
- (ब) अंग्रेजों को लगा की गोविंद गुरु द्वारा चलाए गए इस सामाजिक सुधार आंदोलन का उद्देश्य भील राज्य का निर्माण है।
- (स) उन्होंने सम्प सभा की मासिक बैठकें मानगढ़ पहाड़ी पर आयोजित की।
- (द) गोविंद गुरु ने राजस्थान के भीलों के सामाजिक और नैतिक उत्थान के लिए सम्पसभा की स्थापना की।
उत्तर : उन्होंने सम्प सभा की मासिक बैठकें मानगढ़ पहाड़ी पर आयोजित की।
व्याख्या :
गोविंद गिरि ने 1883 में ‘सम्म सभा’ की स्थापना की थी और भीलों के बीच एक सामाजिक और राजनीतिक जागृति पैदा की। आदिवासियों को एकजुट करने के लिए उन्होंने मानगढ़ पहाड़ी पर यज्ञ और हवन शुरू किए। उन्होंने 1903 में मानगढ़ हिल्स में सम्प सभा का पहला सत्र आयोजित किया। इस सत्र के बाद, यह हर साल “अश्विन शुक्ल पूर्णिमा” पर आयोजित किया जाता था।
- प्रश्न 3 नीचे दो कथन दिए गए हैं:
कथन (I): आज़ादी से पहले राजस्थान के कृषि आंदोलनों का नेतृत्व गैर-किसानों ने किया था।
कथन (II): गंगानगर क्षेत्र के आंदोलन का नेतृत्व एक कम्युनिस्ट नेता वाई, एन. हांडा के द्वारा किया गया।
उपरोक्त कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें।
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-1 -
- (अ) कथन (I) सही है लेकिन कथन (II) गलत है।
- (ब) कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
- (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
- (द) कथन (I) और कथन (II) दोनों ही गलत हैं।
उत्तर : कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
व्याख्या :
गंगानगर क्षेत्र के आंदोलन का नेतृत्व वाई. एन. हांडा ने किया था, लेकिन आजादी से पहले के आंदोलनों का नेतृत्व किसानों ने ही किया था। इसलिए कथन I गलत और कथन II सही है।
- प्रश्न 4 निम्नलिखित में से किसने बिजोलिया आंदोलन का नेतृत्व किया -
CET 2024 (Graduate) 27 September 2024 Shift-2 -
- (अ) सुरेंद्र सिंह
- (ब) विजय सिंह पथिक
- (स) चूना राम पुनिया
- (द) कंवर विजय पाल
उत्तर : विजय सिंह पथिक
व्याख्या :
बिजोलिया आंदोलन किसानों का एक प्रमुख आंदोलन था, जिसका नेतृत्व विजय सिंह पथिक ने किया।
- प्रश्न 5 नीचे दो कथन दिए गए हैं:
कथन (I): बिजोलिया किसानों की समस्याओं को सुनने के लिए, उदयपुर की राज्य सरकार ने अप्रैल 1919 में, एक आयोग का गठन माण्डलगढ हाकीम बिन्दूलाल भट्टाचार्य की अध्यक्षता में गठित किया। आयोग ने किसानों के हित के लिए अनेक अनुशंसाएँ की।
कथन (II): भारतीय सरकार के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का मानना था कि बिजोलिया किसान पंचायत से गठबंधन की तुरन्त स्थापना की जाए अन्यथा राजपूताना में किसान आंदोलन एक हिंसात्मक रूप ले सकता है।
उपरोक्त कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें।
CET 2024 (Graduate) 27 September 2024 Shift-2 -
- (अ) कथन (I) गलत है लेकिन कथन (II) सही है।
- (ब) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
- (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों ही गलत हैं।
- (द) कथन (I) सही है लेकिन कथन (II) गलत है।
उत्तर : कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
व्याख्या :
1919 में बिजोलिया आंदोलन किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी। माण्डलगढ़ हाकिम ने किसानों के लिए अनुशंसाएँ दीं। साथ ही, किसान पंचायत के समर्थन की आवश्यकता विदेश मंत्रालय द्वारा महसूस की गई।
- प्रश्न 6 राजस्थान का पहला किसान आन्दोलन कौन सा था -
Stenographer Exam 2024 (Paper - I) -
- (अ) मारवाड़ किसान आन्दोलन
- (ब) बिजोलिया किसान आन्दोलन
- (स) बेगूं किसान आन्दोलन
- (द) भरतपुर किसान आन्दोलन
उत्तर : बिजोलिया किसान आन्दोलन
व्याख्या :
राजस्थान में किसान आंदोलन पहली बार 1897 में बिजोलियां से शुरू हुआ। बिजौलिया किसान आन्दोलन तीन चरणों में पुरा हुआ था।- 1897 से 1916 - नेतृत्व - साधु सीताराम दास
- 1916 से 1923 - नेतृत्व - विजयसिंह पथिक
- 1923 से 1941 - नेतृत्व - माणिक्यलाल वर्मा, हरिभाऊ उपाधाय, जमनालाल बजाज, रामनारायण चैधरी।
- प्रश्न 7 बरड़ किसान आन्दोलन कब शुरू हुआ -
Stenographer Exam 2024 (Paper - I) -
- (अ) अप्रैल 1923
- (ब) अप्रैल 1920
- (स) अप्रैल 1921
- (द) अप्रैल 1922
उत्तर : अप्रैल 1922
व्याख्या :
बरड़ का किसान आंदोलन बूंदी से सम्बन्धित है। बूंदी किसान आंदोलन 1922 में हुआ था। इसे बरड़ किसान आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है। पंडित नयनूराम शर्मा के नेतृत्व में बरड़ के किसानों ने बैथ-बेगार, लगट और राज्य की अन्य अन्यायपूर्ण प्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाई।
- प्रश्न 8 निम्नलिखित में से कौन राजस्थान का “जलियांवाला बाग” कहलाता है -
Stenographer Exam 2024 (Paper - I) -
- (अ) चित्रा महल
- (ब) लोहागढ़ किला
- (स) मानगढ़ धाम
- (द) मंडलगढ़
उत्तर : मानगढ़ धाम
व्याख्या :
मानगढ़ धाम बांसवाड़ा जिले में स्थित है। यहाँ 1913 में मानगढ़ पहाड़ी पर सम्प सभा का अधिवेशन हो रहा था, पुलिस द्वारा फायरिंग की गई जिसमें 1500 से अधिक भील मारे गये। इसे ‘राजस्थान का जलियावाला हत्याकाण्ड’ कहा जाता है।
- प्रश्न 9 “उपरमाल पंच बोर्ड” का गठन _____ के द्वारा किया गया था -
Clerk Grade-II/ Jr. Asst. 2024 Paper -Ist -
- (अ) राव कृष्णा सिंह
- (ब) राम मिलन लोहिया
- (स) ब्रह्मदेव
- (द) विजय सिंह पथिक
उत्तर : विजय सिंह पथिक
व्याख्या :
विजयसिंह पथिक ने 1917 में बैरीसाल नामक गाँव में हरियाली अमावस्य के दिन ऊपरमाल पंच बोर्ड की स्थापना की तथा मन्ना पटेल को इसका अध्यअ बनाया। विजयसिंह पथिक ने ‘ऊपरमाल सेवा समिति’ का गठन किया तथा ‘अपरमाल का डंका’ नाम से पत्र प्रकाशित किया। बिजौलिया किसान आन्दोलन को लोकप्रिय व प्रचलित करने वाले समाचार पत्र 1. प्रताप 2. ऊपरमाल डंका थे।
- प्रश्न 10 किसानों पर “चंवरी कर” किसने अधिरोपित किया था -
Clerk Grade-II/ Jr. Asst. 2024 Paper -Ist -
- (अ) गंगाराम
- (ब) हामिद हुसैन
- (स) पृथ्वी सिंह
- (द) राव कृष्ण सिंह
उत्तर : राव कृष्ण सिंह
व्याख्या :
कृष्ण सिंह ने वर्ष 1903 में ‘5 रू का चंवरी कर’ नाम से नई लाग लगा दी, विरोधस्वरूप किसानों ने हल नहीं चलाए, जिससे जागीरदार को झुकना पड़ा और लगान भी 1/2 से घटाकर 2/5 कर दिया।
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