आनुवंशिकता
- प्रश्न 1 वर्णान्धता के जीन ____ पर स्थित होते हैं।
CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-II -
- (अ) Y-गुणसूत्र
- (ब) माइटोकोन्ड्रियाई डी.एन.ए (DNA)
- (स) अलिंगसूत्र
- (द) X-गुणसूत्र
उत्तर : X-गुणसूत्र
व्याख्या :
वर्णान्धता एक लिंग-संबंधी (sex-linked) आनुवांशिक विकार है, और इसके लिए जिम्मेदार जीन X गुणसूत्र पर स्थित होते हैं। यह विकार आमतौर पर पुरुषों में अधिक पाया जाता है क्योंकि उनके पास केवल एक X गुणसूत्र होता है।
- प्रश्न 2 ग्रेगर मेंडल ने अपने कृत्रिम पार परागण प्रयोग के लिए मटर के पौधे की कितनी शुद्ध प्रजनन किस्में उपयोग की -
CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-II -
- (अ) 14
- (ब) 10
- (स) 8
- (द) 7
उत्तर : 14
व्याख्या :
ग्रेगर मेंडल ने मटर के पौधों की 14 मूल-प्रजनन किस्मों को जोड़े के रूप में चुना, जो विपरीत लक्षणों वाली एक विशेषता को छोड़कर समान थे। इन प्रेक्षण के आधार पर मेंडल ने प्रस्तावित किया कि माता-पिता से संतानों को, अपरिवर्तित, युग्मकों के माध्यम से, क्रमिक पीढ़ियों में कुछ पारित किया जाता है।
- प्रश्न 3 जनसंख्या की उस स्थिति का चयन कीजिए जिसमें पूर्व प्रजनन प्रावस्था वाले सदस्यों की संख्या प्रजनन वाले सदस्यों से कम हो:
CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-II -
- (अ) ह्रासमान
- (ब) प्रावस्थाएं एक दूसरे को प्रभावित नहीं करती हैं।
- (स) प्रसारी
- (द) स्थायी
उत्तर : ह्रासमान
व्याख्या :
जब पूर्व प्रजनन सदस्यों की संख्या प्रजनन वाले सदस्यों से कम हो, तो जनसंख्या ह्रासमान अवस्था में होती है।
- प्रश्न 4 सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :
नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनिए :सूची-I (विशेषता) सूची-II (विरोधी गुण) a. पुष्प रंग I. हरा/पीला b. फली रंग II. बैंगनी/सफेद c. बीज आकार III. गोल/झुर्रीदार d. फली आकार IV. फूली हुई/सिकुड़ी हुई
CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-I -
- (अ) a-II, b-I, c-IV, d-III
- (ब) a-II, b-I, c-III, d-IV
- (स) a-I, b-II, c-III, d-IV
- (द) a-I, b-II, c-IV, d-III
उत्तर : a-II, b-I, c-III, d-IV
व्याख्या :
यह वर्गीकरण ग्रेगर मेंडेल के मटर के पौधे के अनुवांशिक अध्ययन पर आधारित है। उन्होंने पुष्प, बीज, और फली के विभिन्न गुणों का अध्ययन किया और उनके विरोधी लक्षणों की पहचान की।
- प्रश्न 5 पॉलीमरेज श्रंखला अभिक्रिया में विभिन्न पदों का सही क्रम है-
CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-I -
- (अ) एनीलिंग → निष्क्रिरण → प्रसार
- (ब) निष्क्रिरण → प्रसार → एनीलिंग
- (स) निष्क्रिरण → एनीलिंग → विस्तार
- (द) विस्तार → निष्क्रिरण → एनीलिंग
उत्तर : निष्क्रिरण → एनीलिंग → विस्तार
व्याख्या :
पोलीमरेज श्रृंखला अभिक्रिया के द्वारा जीवों से पृथक किये गये (Isolated) डीएनए खंडो की कई प्रतिलिपिया (Copies) प्राप्त की जाती हैं।
निष्क्रिरण (Denaturation): डीएनए को उच्च ताप पर अलग किया जाता है।
एनीलिंग (Annealing): प्राइमर DNA के साथ जुड़ते हैं।
विस्तार (Extension): टेम्पलेट DNA की कॉपी बनाई जाती है।
- प्रश्न 6 फ्रांसिस हैरी काम्पटन क्रिक के पीएच. डी शोध के शीर्षक का चयन कीजिए :-
CET 2024 (12th Level) 23 October Shift-I -
- (अ) X-रे डिफ्रेक्शन: पॉलीपेप्टाइड एन्ड प्रोटीन्स
- (ब) X-रे डिफ्रेक्शन: न्यूक्लिक एसिड
- (स) ट्रांसफॉर्मेशन इन स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया
- (द) सेमीकंजर्वेटिव डी एन ए रेप्लिकेशन मॉडल
उत्तर : X-रे डिफ्रेक्शन: पॉलीपेप्टाइड एन्ड प्रोटीन्स
व्याख्या :
फ्रांसिस क्रिक ने DNA संरचना की खोज में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका शोध प्रोटीन और पॉलीपेप्टाइड्स पर केंद्रित था।
- प्रश्न 7 जब F1 पीढ़ी का किसी भी एक जनक से संकरण कराया जाता है तो ये कहलाता है -
CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-II -
- (अ) व्युत्क्रम संकरण
- (ब) द्विसंकर संकरण
- (स) परीक्षार्थ संकरण
- (द) प्रतीप संकरण
उत्तर : प्रतीप संकरण
व्याख्या :
F1 पीढ़ी का किसी भी जनक (पितृ या मातृ) से संकरण “प्रतीप संकरण” (Backcross) कहलाता है।
- प्रश्न 8 विज्ञान की वह शाखा जो मानव जाति के सुधार से संबंधित है और मेन्डल के नियमों पर आधारित है -
CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-II -
- (अ) सूक्ष्मजैविकी / माइक्रोबायलोजी
- (ब) आनुवंशिकी /जेनेटिक्स
- (स) मानवविज्ञान/एंथ्रोपोलॉजी
- (द) यूजेनिक्स
उत्तर : यूजेनिक्स
व्याख्या :
यूजेनिक्स वह विज्ञान है जो मानव जाति के आनुवंशिक सुधार और गुणसूत्रीय अनुसंधान से संबंधित है।
- प्रश्न 9 एकलसंकर संकरण की F2 पीढ़ी में कितने प्रकार के जीनप्ररुप निर्मित होते हैं?
CET 2024 (12th Level) 22 October Shift-II -
- (अ) 3
- (ब) 2
- (स) 9
- (द) 4
उत्तर : 3
व्याख्या :
एकलसंकर संकरण की F2 पीढ़ी में जीनों के संयोजन के आधार पर तीन प्रकार के जीनप्ररूप (हॉमोसायगस डोमिनेंट, हेटेरोसायगस, और हॉमोसायगस रेससिव) निर्मित होते हैं।
- प्रश्न 10 ‘उपार्जित लक्षणों के वंशागति सिद्धान्त’ प्रतिपादन का श्रेय है-
-
- (अ) डार्विन
- (ब) लेमार्क
- (स) वीजमेन
- (द) अरस्तु
उत्तर : लेमार्क
व्याख्या :
फ्रांसीसी वैज्ञानिक जीन-बैप्टिस्ट लैमार्क ने ‘उपार्जित लक्षणों के वंशागति सिद्धान्त’ का प्रतिपादन किया। उनके अनुसार, जीवों द्वारा जीवनकाल में अर्जित लक्षण उनकी संतानों को विरासत में मिलते हैं।
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