तहसील -7 पंचायत समिति -6 संभाग - भरतपुर
करौली की स्थापना यादव वंश के शासक अर्जुनसिंह द्वारा की गई। स्थापना के समय इसका नाम कल्याणपुरी था करौली 19 जुलाई 1997 को सवाई माधोपुर से अलग होकर राजस्थान का 32 वां जिला बना।
अंग्रेजों के साथ संधि करने वाली राजस्थान की प्रथम रियासत(15 नवम्बर 1817)।
करौली चंबल बेसिन के अन्तर्गत आता है।
पांचना बांध - पांच नदियों बद्रावती, अटा, माची, बरखेड़ा तथा भैसावट के संगम पर बना राज्य का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध।
कैलादेवी अभ्यारण्य - करौली।
राजस्थान में किसी जिले के क्षेत्रफल में सर्वाधिक वन करौली में है।
महाशिव रात्री पशु मेला - करौली।
कैलादेवी का मंदिर - कैलादेवी यदुवंशी राजवंश की कुलदेवी है। कालीसिंध नदी के किनारे कैलादेवी का मंदिर है। कैलादेवी के भक्त लांगुरिया लोकगीत गाते हैं तथा जोगनिया नृत्य किया जाता है।
श्री महावीर जी मंदिर - दिगम्बर जैन समाज का मंदिर यहां महावीर जी की 400 वर्ष पुरानी मूर्ति है। यहां प्रतिवर्ष चैत्र सुदी 13 से वैशाख कृष्ण दुज तक मेला लगता है।
मदन मोहन जी का मंदिर - काले संगमरमर की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है।
अंजनी माता मंदिर - यहां अंजनी माता हनुमान जी को स्तनपान कराते हुए भारत की एक मात्र मुर्ति है।
हरसुख विलास - यह महाराजा हरबक्षपाल द्वारा स्थापित सफेद चंदन का उद्यान है।
स्टोन पार्क - करौली (औद्योगिक पार्क)
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