तहसील - 6 संभाग - अजमेर
अजमेर एवं टोंक जिलों का पुनर्गठन कर नया जिला केकड़ी गठित किया गया है जिसका मुख्यालय केकड़ी होगा। नवगठित केकड़ी जिले में 6 तहसील (केकड़ी, सावर, भिनाय, सरवाड़, टांटोटी, टोडारायसिंह) हैं। टोडारायसिंह को टोंक से जोड़ा गया है बाकी सभी को अजमेर से जोड़ा गया है।
केकड़ी नगर को पहले कंकवती नगरी के नाम से जाना जाता था, जिसे राजकुमारी कंकवती के नाम पर रखा गया था। इस नगर में स्थित केकड़ाधीश बालाजी के नाम पर इस शहर का नाम केकड़ी पड़ा है।
भिनाय में आदिवासी भील राजा मांदलिया भील का शासन था। करणसेन भीलराजा की हत्या कर वहाँ का शासक बना।
भिनाय की कोड़ामार होली राजस्थान भर में प्रसिद्ध है।
राजस्थान की प्रथम सहकारी समिति भिनाय में 1904-05 में स्थापित की गयी।
हाड़ी रानी की बावड़ी टोडारायसिंह में है। ऐसा माना जाता है कि इसे 12वीं शताब्दी में बनाया गया था।
संत पीपा की तपोस्थली भी टोडारायसिंह में है।
मथुराधीश मंदिर सरवाड़ में है।
गोवर्धन पूजा के अवसर पर केकड़ी में अंगारों की होली खेलने की परंपरा है।
सरवाड़ दुर्ग भी केकड़ी में है।
बुद्ध सागर सरोवर टोडारायसिंह में है।
भवाई लोक नाट्य के जन्मदाता बाघोजी केकडी से थे।
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान केकड़ी में है।
सरवाड़ ख्वाजा फखरूद्दीन की दरगाह के लिए प्रसिद्ध है। ख्वाजा फखरूद्दीन चिश्ती ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के बड़े पुत्र थे।
श्री शांतिनाथ भगवान का जैन मंदिर बागहेरा दिगंबर गाँव में स्थित है।
केकड़ी क्षेत्र में ही मीणों के नया गाँव में भगवान देवनारायण का अति प्राचीन मंदिर है। जहाँ पर प्रति वर्ष भाद्रपद शुक्ल सप्तमी में विशाल मेला लगता है।
शहर के पास ही बघेरा गाँव में प्रसिद्ध वराह अवतार मंदिर देखने लायक है।
यहां आप राजस्थान के मानचित्र से जिला चुन कर उस जिले से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.