तहसील - 13 पंचायत समिति -14 संभाग - अजमेर
नागौर का प्राचिन नाम 'अहिछत्रपुर' था, तथा यह जांगलदेश(महाभारत काल) की राजधानी था।
यह राज्य का अंतर्वर्ती जिला है जिसकी सीमा किसी भी अन्य देश या राज्य से नहीं लगती।
सर्वप्रथम पंचायती राज व्यवस्था स्थापित(बगदरी - 2 अक्टुबर 1959) कि गई।
कुबड़ पट्टी - नागौर क्षेत्र के जल में फलोराइड की मात्रा अधिक होने के कारण शारीरिक विकृति(कुब) की संभावना हो जाती है।
सुजला क्षेत्र - सीकर, चुरू व नागौर संयुक्त रूप से सुजला क्षेत्र कहलाते हैं।
कुराड़ा सभ्यता - नागौर।
जोजड़ी नदी - जोजड़ी नदी, नागौर के पोंडलू गांव से निकलती है।
डीडवाना झील - खारे पानी की झील।
कुचामन झील - खारे पानी की झील।
डेगाना झील - खारे पानी की झील।
गजनेर लिफ्ट नहर - इस नहर के द्वारा नागौर में पेयजल की आपुर्ति होती है।(इन्दिर गांधी नहर)
चारभुजा नाथ मंदिर - इस मंदिर का निर्माण राव दुदा ने करवा, इस मंदिर में मीरांबाई की प्रतिमा है।
पीपासर - लोक देवता जाम्भों जी का जन्म स्थान।
खरनाल - लोक देवता तेजाजी का जन्म स्थान।
जुंजाला - गुंसाई जी के मंदिर के लिए प्रसिद्ध।
काजी हमीदुद्दीन नागौरी की दरगाह नागौर में।
सैफुद्दीन अब्दुल वहाब - भारत की कादरीया सम्प्रदाय की सबसे बड़ी दरगाह।
अमर सिंह राठौड़ की छतरी - 16 कलात्मक खम्भों से बनी छतरी।
मेड़ता शहर से मेड़ता रोड़ तक देश की पहली रेल बस सेवा 1994 में प्रारम्भ की गई।
राजस्थान पर्यटन विकास की दृष्टि से यह जिला मेरवाड़ा सर्किट में आता है।
वीर तेजाजी पशु मेला - परबतसर।पशु मेला
श्री वल्लभ देव पशु मेला- मेड़ता शहर।
रामदेव पशु मेला - नागौर।
राज्य गौ वंश प्रजनन केन्द्र - नागौर।
गोटन - राज्य का प्रथम सफेद सीमेंट का कारखाना(1984)।
राजस्थान स्टेट केमिकल्स वक्र्स लिमिटेड - डीडवाना,नागौर।
वस्टैड स्पीनिंग मिल्स - लाडनूं, नागौर।
लाडनूं प्रिंट - लाडनूं, नागौर।
गोल्डन प्रिंट - कुचामन।
खेसले मेड़ता नागौर के प्रसिद्ध हैं।
लकड़ी के खिलौने मेड़ता के प्रसिद्ध हैं।
दरियां टांकला की प्रसिद्ध है।
दुनियाभर में अपनी सफेदी के लिए प्रसिद्ध राजस्थान के मकराना के मार्बल को ग्लोबल हेरिटेज की सूची में शामिल किया गया है।
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