तहसील - 5 पंचायत समिति - 5
सिरोही का नाम सिरानवा पहाड़ी पर। कर्नल टाॅड के अनुसार सिरोही का मुल नाम शिवपुरी था। शिवपुरी की स्थापना शिवभान ने कि तथा उसके पुत्र सहसमल ने शिवपुरी के पास नया नगर बसाया जिसे वर्तमान में सिरोही के नाम से जाना जाता है।
अंग्रेजों के साथ संधि करने वाली राजस्थान की अन्तिम(सितम्बर 1823) रियासत सिरोही थी(एकीकरण)।
राजस्थान संघ में सिरोही 26 जनवरी 1950 को शामिल हुआ, लेकिन आबू दिलवाड़ा का क्षेत्र 1 नवम्बर 1956 को शामिल किया गया।
सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान माउण्ट आबू।(जलवायु)
राजस्थान का सबसे ठण्डा स्थान सिरोही।
राजस्थान में सर्वाधिक आर्द्रता वाला स्थान माउण्ट आबू।
भोमठ - सिरोही, उदयपुर व डूंगरपूर का वह भाग जो पहाड़ी ढालों से घिरा हुआ हो।(भौगोलिक नाम)
भाकर - सिरोही जिले में अरावली पर्वत माला के तीव्र उबड़- खाबड़ ढालों को भाकर कहते हैं।
चंद्रावती - सिरोही व आबू का क्षेत्र।
देवड़ावाटी(मारवाड़ की उपबोली) - सिरोही में बोली जाती है।
खारी नदी सिरोही की शेर गांव की पहाड़ीयों से निकलती है।
पश्चिमी बनास, अरावली के पश्चिमी ढ़ाल सिरोही के नया सानवारा गांव से निकलती है। गुजरात के बनासकांठा जिले में प्रवेश करती है।
नक्की झील - किवदंती के अनुसार देवताओं ने अपने नाखूनों से इस झील को खोदा था। इस कारण इसे नक्की झील कहते हैं।
माउण्ट आबू - राजस्थान का सर्वोच्च पर्वत शिखर गुरू शिखर(1722 मी.) यहीं स्थित है। इसके अलावा यहां पर अन्य पर्वत चोटियां सेर(1597 मी.), अचलगढ़(1380 मी.), देलवाड़ा(1442 मी.)।
आबू पर्वत - राजस्थान का एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल।
राजस्थान में सर्वाधिक पर्यटक(देशी व विदेशी) के मामले में द्वितीय स्थान है।
गुरू शिखर - अरावली पर्वत श्रंखला की सर्वोच्च चोटी पर भगवान गुरू दत्तात्रेय एवं शिव के मंदिर है। यह हिमालय एवं पश्चिमी घाट की निल गिरी के मध्य सर्वोच्च चोटी है। कर्नल टाॅड ने इसे संतो का शिखर कहा है।
टाॅड राॅक, नेन राॅक - नक्की झील के पश्चिमी तट के ऊपर एक मेंढक के आकार की विशाल शिला है इसे टाॅड राॅक कहते हैं इसी के पास घुंघट निकाले स्त्री के आकार की चट्टान है, जो नेनराॅक कहलाती है।
उड़ीया का पठार(1360 मी.) - सिरोही(राजस्थान का सबसे ऊंचा पठार)।
आबू का पठार(1200 मी.) - सिरोही।
माउण्ट आबू अभ्यारण्य, सिरोही में है।
देलवाड़ा के जैन मंदिर - आबू पर्वत पर देलवाड़ा में पांच श्वेताम्बर तथा एक दिगम्बर जैन मंदिर है।
रसिया बालम का मंदिर - इस मंदिर को कुंवारी कन्या का मंदिर भी कहा जाता है। इसमें युवक-युक्ती की मुर्तियां है।
गोड़वाडा सर्किट(पर्यटन विकास) - पाली, सिरोही, जालौर।
शरद कालीन महोत्सव, माउण्ट आबू में मनाया जाता है।
ग्रीष्मकालीन महोत्सव, माउण्ट आबू में मनाया जाता है।
राजस्थान में सीमेन्ट उत्पादन में सिरोही का द्वितीय स्थान है(सीमेन्ट कारखाने)।
बिनानी सीमेन्ट पिन्डवाड़ा सिरोही।
महालक्ष्मी सीमेन्ट पिन्डवाड़ा सिरोही।
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