राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएँ
- प्रश्न 141 निम्नलिखित सभ्यताओं का मिलान उनके संबंधित स्थान के साथ कीजिये -
सभ्यता स्थान 1. लोद्रवा A. भरतपुर 2. खानपुरा B. जैसलमेर 3. इस्वाल C. झालावाड़ 4. दार D. उदयपुर -
- (अ) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
- (ब) 1-B, 2-C, 3-D, 4-A
- (स) 1-B, 2-D, 3-C, 4-A
- (द) 1-A, 2-C, 3-D, 4-B
उत्तर : 1-B, 2-C, 3-D, 4-A
व्याख्या :
लोद्रवा सभ्यता (जैसलमेर) - जैसलमेर में सरवस्ती नदी के किनारे विकसित लोद्रवा सभ्यता हड़प्पा सभ्यता और कालीबंगा सभ्यता के समकालीन है। खानपुरा सभ्यता - झालावाड़, इस्वाल सभ्यता (उदयपुर) एक लौह युग की सभ्यता है। दार सभ्यता - भरतपुर में सभ्यता के अवशेष मिले हैं।
- प्रश्न 142 किस चालकोलिथिक स्थल से किलेबंदी के अवशेष बरामद किए गए हैं -
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- (अ) आहाड़
- (ब) बालाथल
- (स) गणेश्वर
- (द) गिलुंड
उत्तर : बालाथल
व्याख्या :
बालाथल राजस्थान के उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित अहार-बनास संस्कृति का एक पुरातात्विक स्थल है। यह कटार नदी के तट पर स्थित है। वीएन मिश्रा द्वारा 1962-63 में एक सर्वेक्षण के दौरान इस साइट की खोज की गई थी।
- प्रश्न 143 राजस्थान की किस सभ्यता को मृतकों के टीले के रूप में भी जाना जाता है -
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- (अ) कालीबंगा
- (ब) आहड़
- (स) बैराठ
- (द) बागोर
उत्तर : आहड़
व्याख्या :
यह उदयपुर में स्थित है। यह प्राचीन काल में ताम्रवती / अघतपुर / धूलकोट के रूप में जाना जाता था। इसे मृतकों के टीले के रूप में भी जाना जाता है। यह एक तांबे युग की सभ्यता थी। मिट्टी से बनी बैल की प्रतिमा भी वहां मिली, जिसे बनासियाल बैल के नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 144 गणेश्वर सभ्यता के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है -
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- (अ) यह कांतली नदी के तट पर स्थित था।
- (ब) इसकी खुदाई रतन चंद अग्रवाल ने की थी।
- (स) यह लौह युग की सभ्यता थी।
- (द) तांबे की छड़ी और मछली पकड़ने का कांटा भी मिला।
उत्तर : यह लौह युग की सभ्यता थी।
व्याख्या :
यह कांतली नदी के तट पर स्थित था। इसका उत्खनन रतन चंद अग्रवाल द्वारा किया गया था। यह एक ताम्र युग की सभ्यता थी। इसे ताम्र युग सभ्यता की माता के रूप में भी जाना जाता है। इसे पुरातत्व पुष्कर के नाम से भी जाना जाता है।
- प्रश्न 145 नोह सभ्यता किस नदी के किनारे स्थित है -
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- (अ) गंभीर
- (ब) बाणगंगा
- (स) रूपारेल
- (द) साबी
उत्तर : रूपारेल
व्याख्या :
नोह सभ्यता रूपारेल नदी के तट पर स्थित है। इसकी खुदाई 1963-64 ई में आर.सी.अग्रवाल ने की थी। जोक बाबा की 1.5 मीटर ऊंची प्रतिमा वहां लगी थी। यह महाभारत और लौह युग के समकालीन था। पक्षी-चित्रित ईट भी वहां पाई गई थी। मिट्टी के कंटेनर पर स्वास्तिक का निशान भी पाया गया।
- प्रश्न 146 घग्गर नदी के किनारे कौन सी सभ्यता स्थित है -
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- (अ) आहड़
- (ब) कालीबंगा
- (स) गणेश्वर
- (द) बागोर
उत्तर : कालीबंगा
व्याख्या :
कालीबंगन हनुमानगढ़ जिले में स्थित प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का एक हिस्सा है। इसकी खुदाई अमलानंद घोष (सबसे पहले) ने 1952 ई. में की थी। इसकी खुदाई भी बृजवासी लाल और बालकृष्ण थापर ने 1961-69 ई. में की थी।
- प्रश्न 147 निम्नलिखित में से कौन सी सभ्यता बीकानेर से संबंधित नहीं है -
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- (अ) सौंथी
- (ब) गुरारा
- (स) सवानिया
- (द) पुंगल
उत्तर : गुरारा
व्याख्या :
गुरारा सभ्यता सीकर में स्थित है। सौंथी सभ्यता बीकानेर में स्थित है। इसे कालीबंगा प्रथम के नाम से भी जाना जाता है। सवानिया, बंगला और दादाथोरा भी बीकानेर से संबंधित थे।
- प्रश्न 148 किस सभ्यता के मिट्टी के बर्तनों में रोमन एम्पोरा था -
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- (अ) मंडोर
- (ब) नागर
- (स) नाडोल
- (द) भीनमाल
उत्तर : भीनमाल
व्याख्या :
भीनमाल सभ्यता जालोर में स्थित है। इसकी खुदाई रतन चंद अग्रवाल ने 1953-54 ई. में की थी। इसके बर्तनों में रोमन एम्पोरा था।
- प्रश्न 149 किस सभ्यता के पास भारत के सबसे प्राचीन पशु पालन के प्रमाण हैं -
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- (अ) बैराट
- (ब) रेढ़
- (स) बागोर
- (द) गिलुंड
उत्तर : बागोर
व्याख्या :
यह कोठारी नदी के तट पर भीलवाड़ा में स्थित है। इसकी खुदाई वी.एन. मिश्रा और एल.एस. लशनिक ने की थी। इसमें भारत के सबसे प्राचीन पशु पालन के प्रमाण हैं। इसे आदिम संस्कृति के संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है।
- प्रश्न 150 उनके उत्खनक के साथ निम्नलिखित सभ्यताओं को सुमेलित कीजिये -
सभ्यता उत्खनक 1. सीसोल A. रतन चंद अग्रवाल 2. रंगमहल B. हन्नारिद 3. नगरी C. डी आर भंडारकर 4. नोह D. श्याम सुंदर शर्मा -
- (अ) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
- (ब) 1-D, 2-B, 3-C, 4-A
- (स) 1-D, 2-C, 3-B, 4-A
- (द) 1-A, 2-B, 3-D, 4-C
उत्तर : 1-D, 2-B, 3-C, 4-A
व्याख्या :सभ्यता उत्खनक सीसोल, बूँदी श्याम सुंदर शर्मा रंगमहल, हनुमानगढ़ हन्ना राईड नगरी, चित्तौड़गढ़ डी.आर. भंडारकर नोह, भरतपुर रतनचन्द्र अग्रवाल
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