राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएँ
- प्रश्न 1 ‘मेसोलिथिक’ शब्द का वास्तविक शाब्दिक अर्थ है -
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016 -
- (अ) मध्य पाषाणकालीन युग
- (ब) मध्य पुराषापाण कालीन युग
- (स) उच्च पुरापाषाण काल
- (द) निम्न पुरापाषाण काल
उत्तर : मध्य पाषाणकालीन युग
व्याख्या :
मेसोलिथिक शब्द का शाब्दिक अर्थ है मध्य पाषाण से संबंधित।
- प्रश्न 2 निम्नलिखित में से सत्य कथन है/हैं-
(i) लूनी नदी के किनारे स्थित स्थल बागोर से पशुपालन के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
(ii) आहड़ स्थल का संबंध नवपाषाण काल से है।
(iii) कालीबंगा में, दुर्ग तथा निचला नगर दोनों प्राचीर युक्त मिले हैं।
Forest Guard Exam 2022 Shift 1 -
- (अ) केवल (iii)
- (ब) केवल (ii)
- (स) (i) और (ii)
- (द) (i) और (iii)
उत्तर : केवल (iii)
व्याख्या :
बागोर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित है। यहाँ से पशुपालन के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
उदयपुर जिले में स्थित आहड़ सभ्यता, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान का सभ्यता का केन्द्र था। यह सभ्यता बनास नदी सभ्यता का प्रमुख भाग थी। ताम्र सभ्यता के रूप में प्रसिद्ध यह सभ्यता आयड़ नदी के किनारे मौजूद थी।
कालीबंगा में दुर्ग और निचला नगर दोनों ही प्राचीर से घिरे हुए हैं।
- प्रश्न 3 बागोर के बारे में निम्नलिखित कथनों को पढ़िये :
(i) बागोर से लघुपाषाणोपकरण पुरातत्त्व सामग्री प्राप्त हुई है।
(ii) डॉ. एल.एस. लेशनि एवं पूना विश्वविद्यालय के सहयोग से यहाँ उत्खनन कार्य सम्पादित किया है।
Assistant Professor (College Education) - 2023 Paper-III -
- (अ) केवल (ii) सही है।
- (ब) (i) और (ii) दोनों सही हैं।
- (स) (i) और (ii) दोनों गलत हैं।
- (द) केवल (i) सही है।
उत्तर : (i) और (ii) दोनों सही हैं।
व्याख्या :
भीलवाड़ा कस्बे से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के किनारे वर्ष 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक व डेक्कन कॉलेज पूना और राजस्थान पुरातत्व विभाग के सहयोग से की गयी खुदाई में 3000 ई.पू. से लेकर 500 ई.पू. तक के काल की बागौर सभ्यता का पता लगा। यहां से लघुपाषाणोपकरण, हथौड़े, गोफन की गोलियां, चपटी व गोल शिलाएं, छेद वाले पत्थर व एक कंकाल पर ईटों की दीवार जो समाधि का द्योतक है मिलती है।
- प्रश्न 4 आहड़ का प्राचीन नाम था:
Computor Exam 2023 -
- (अ) बैराठ
- (ब) अघतपुर
- (स) ताम्रवती
- (द) धुलकत
उत्तर : ताम्रवती
व्याख्या :
उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर 500 मीटर लम्बे धूलकोट के नीचे आहड़ का पुराना कस्बा दवा हुआ है जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता प्राप्त हुई है। यह सभ्यता बनास नदी पर स्थित है। ताम्र सभ्यता के रूप में प्रसिद्ध यह सभ्यता आयड़/बेड़च नदी के किनारे मौजूद थी। प्राचीन शिलालेखों में आहड़ का पुराना नाम ‘ताम्रवती’ अंकित है। दसवीं व ग्याहरवीं शताब्दी में इसे ‘आघाटपुर’ अथवा ‘आघट दुर्ग’ के नाम से जाना जाता था। इसे ‘धूलकोट’ भी कहा जाता है।
- प्रश्न 5 प्रागैतिहासिक स्थल बागोर का सर्वप्रथम उत्खनन किसके निर्देशन में किया गया था -
Statistical Office Exam - 2023 (GK) -
- (अ) बी.बी. लाल
- (ब) बी.के. थापर
- (स) वी.एन. मिश्रा
- (द) ए. घोष
उत्तर : वी.एन. मिश्रा
व्याख्या :
भीलवाड़ा कस्बे से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के किनारे वर्ष 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक व डेक्कन कॉलेज पूना और राजस्थान पुरातत्व विभाग के सहयोग से की गयी खुदाई में 3000 ई.पू. से लेकर 500 ई.पू. तक के काल की बागौर सभ्यता का पता लगा।
- प्रश्न 6 निम्नलिखित में से कौन सा स्थान राजस्थान में पशु पालन का सबसे प्राचीन प्रमाण प्रस्तुत करता है -
Agriculture Supervisor Exam 2023 -
- (अ) बागोर
- (ब) कालीबंगा
- (स) जयपुर
- (द) अलवर
उत्तर : बागोर
व्याख्या :
भीलवाड़ा कस्बे से 25 किलोमीटर दूर कोठारी नदी के किनारे वर्ष 1967-68 में डॉ. वीरेंद्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक व डेक्कन कॉलेज पूना और राजस्थान पुरातत्व विभाग के सहयोग से की गयी खुदाई में 3000 ई.पू. से लेकर 500 ई.पू. तक के काल की बागौर सभ्यता का पता लगा। बागौर से कृषि एवं पशुपालन के प्राचीनतम् साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
- प्रश्न 7 निम्नलिखित किस प्राचीन स्थल के उत्खनन में मालव जनपद की लौह सामग्री के विशाल संग्रह की जानकारी प्राप्त हुई है -
RAS (Pre) Exam - 2023 -
- (अ) नगर (नैनवाँ)
- (ब) नगरी (मध्यमिका)
- (स) सांभर
- (द) रैढ़ (टोंक)
उत्तर : रैढ़ (टोंक)
व्याख्या :
राजस्थान में नोह (भरतपुर), जोधपुरा (जयपुर), सुनारी (झुंझुनूं), रैढ़ (टोंक) आदि स्थानों से लौह संस्कृति के समय के अनेक हथियार और उपकरण मिले हैं। नोह से प्राप्त लौहे के अवशेष भारत में युग के आरम्भ होने की सीमा रेखा निर्धारित करने के महत्त्वपूर्ण स्रोत हैं । रैढ़ को तो लौह सामग्री की प्रचुरता के कारण प्राचीन राजस्थान के टाटानगर की संज्ञा दी गई है। मालव जनपद का समीकरण टोंक जिले में स्थित नगर या ककोर्टनगर से किया जाता है।
- प्रश्न 8 प्राचीन ऐतिहासिक स्थल नगर अवस्थित है -
Veterinary Officer Exam 2019 -
- (अ) चित्तौड़गढ़ में
- (ब) उदयपुर में
- (स) टोंक में
- (द) जयपुर में
उत्तर : टोंक में
व्याख्या :
नगर का प्राचीन टीला राजस्थान के टोंक जिले में स्थित है। यह मालवा गणराज्य की राजधानी थी और इस स्थान का प्राचीन नाम करकोटा नगर था।
- प्रश्न 9 पुरातात्विक स्थल गिलुण्ड संबद्ध है -
Veterinary Officer Exam 2019 -
- (अ) ताम्रपाषाणिक संस्कृति से
- (ब) मध्यपाषाणिक संस्कृति से
- (स) नवपाषाणिक संस्कृति से
- (द) पुरापाषाणिक संस्कृति से
उत्तर : ताम्रपाषाणिक संस्कृति से
व्याख्या :
गिलुंड राजसमंद जिले में स्थित एक गाँव और पुरातात्विक स्थल है। यह आहड़-बनास ताम्रपाषाण संस्कृति का हिस्सा है।
- प्रश्न 10 भरतपुर जिले के किस गाँव में उत्खनन से ताम्रयुगीन सभ्यता के अवशेष मिले हैं -
Food Safety Officer - 2022 -
- (अ) नदबई
- (ब) नोह
- (स) रूपबास
- (द) कुम्हेर
उत्तर : नोह
व्याख्या :
भरतपुर जिले के नोह गांव में 1963-64 में श्री रतनचन्द्र अग्रवाल के निर्देशन में की गई खुदाई में ताम्रयुगीन सभ्यता के अवशेष मिले हैं। यह स्थल भरतपुर जिले में रूपारेल नदी के तट पर स्थित है।
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