भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन
- प्रश्न 147 रवीन्द्र नाथ टैगोर द्वारा गाँधी को महात्मा की उपाधि दी गई -
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- (अ) चम्पारण सत्याग्रह के समय
- (ब) असहयोग आन्दोलन के समय
- (स) सविनय अवज्ञा आन्दोलन के समय
- (द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर : चम्पारण सत्याग्रह के समय
व्याख्या :
गाँधी जी भारत में सत्याग्रह का पहला प्रयोग 1917 ई. में बिहार के चम्पारण जिले में किया। यहाँ नील के खेतों में काम करने वाले किसानों पर यूरोपीय मालिक बहुत अधिक अत्याचार करते थे। किसानों को अपनी जमीन के कम से कम 3/20 भाग पर नील की खेती करना तथा उन मालिकों द्वारा तय दामों पर उन्हें बेचना पड़ता था। इसे तिनकठिया पद्धति भी कहा जाता है। इसी सत्याग्रह के समय रवीन्द्र नाथ टैगोर ने गाँधी जी को महात्मा की उपाधि दी।
- प्रश्न 148 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन हुआ था-
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- (अ) दिल्ली में
- (ब) बम्बई में
- (स) कलकत्ता में
- (द) मद्रास में
उत्तर : बम्बई में
व्याख्या :
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का स्थापना अधिवेशन (प्रथम) पूना में होना निश्चित हुआ था। परन्तु वहां पर प्लेग फैल जाने के कारण यह अधिवेशन बम्बई में डब्ल्यू सी. बनर्जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
- प्रश्न 149 गोपाल कृष्ण गोखले ने निम्नलिखित में से किसकी स्थापना की थी-
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- (अ) डेक्कन एजुकेशन सोसायटी
- (ब) सर्वेण्ट्स ऑफ इण्डिया सोसायटी
- (स) इण्डियन फेडरेशन
- (द) भारतीय जमीन्दार एसोसियेशन
उत्तर : सर्वेण्ट्स ऑफ इण्डिया सोसायटी
व्याख्या :
भारत सेवक की स्थापना 1906 में गोपाल कृष्ण गोखले ने बम्बई में की। इसका उद्देश्य ऐसे लोगों को तैयार करना था जो मातृ भूमि की सेवा के लिए समर्पित हो। ये काँग्रेस के प्रमुख उदारवादी नेता था और महादेव रानाडे के प्रमुख शिष्य थे। ये महाराष्ट्र के सुकरात उपनाम से विख्यात थे। ये पूना सार्वजनिक सभा से भी सम्बद्ध रहे तथा उन्होंने द क्वार्टली जनरल नामक समाचार पत्र निकाला। 1915 ई. में 49 वर्ष की आयु में इनका निधन हो गया।
- प्रश्न 150 वंदे मातरम् गीत की संस्कृत में रचना किसके द्वारा की गई -
Supervisor(Women) - 2024 -
- (अ) रवीन्द्र नाथ टैगोर
- (ब) बंकिम चन्द्र चटर्जी
- (स) प्रेम चन्द
- (द) विरेन्द्र नाथ तिवारी
उत्तर : बंकिम चन्द्र चटर्जी
- प्रश्न 151 13 अप्रैल 1919 को जलियाँवाला बाग में _____ के विरोध स्वरूप एक सभा का आयोजन किया गया था।
Supervisor(Women) - 2024 -
- (अ) भारत सरकार अधिनियम (गवर्नमेंट इंडिया एक्ट)
- (ब) रॉलेट एक्ट
- (स) ऑफीशियल सीक्रेट एक्ट
- (द) इंडियन प्रेस एक्ट
उत्तर : रॉलेट एक्ट
- प्रश्न 152 स्वराज पार्टी के संस्थापक कौन थे -
Hostel Superintendent Grade-II(SJED)-2024 -
- (अ) मदन मोहन मालवीय और एस. सी. बोस
- (ब) महात्मा गाँधी और मोतीलाल नेहरू
- (स) मोतीलाल नेहरू और सी. आर. दास
- (द) जवाहर लाल नेहरू और विनोबा भावे
उत्तर : मोतीलाल नेहरू और सी. आर. दास
व्याख्या :
चितरंजन दास के साथ मोतीलाल नेहरू स्वराज पार्टी के संस्थापक थे।
- प्रश्न 153 भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ के रचयिता हैं-
Hostel Superintendent Grade-II(SJED)-2024 -
- (अ) सरोजिनी नायडू
- (ब) बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय
- (स) शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय
- (द) रबीन्द्र नाथ टैगोर
उत्तर : रबीन्द्र नाथ टैगोर
व्याख्या :
रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा मूल रूप से बांग्ला में रचित जन-गण-मन गीत को 24 जनवरी, 1950 को भारत के राष्ट्रगान के रूप में संविधान सभा द्वारा इसके हिंदी संस्करण में अपनाया गया था।
- प्रश्न 154 बंगाल में सामाजिक-धार्मिक सुधारों में अग्रणी ‘आत्मीय सभा’ की शुरुआत किसने की थी -
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- (अ) विवेकानंद
- (ब) दयानंद सरस्वती
- (स) राजा राममोहन राय
- (द) अरबिंदो
उत्तर : राजा राममोहन राय
व्याख्या :
राजाराम मोहन राय जिन्हें भारतीय राष्ट्रवाद का जनक, आधुनिक भारत का पिता, नवजागरण का अग्रदूत कहा जाता है ने सन् 1814-15 में एकेश्वरवादी मत के प्रचार हेतु आत्मीय सभा का गठन किया। जिसमें उनके साथ द्वारिकानाथ ठाकुर भी शामिल थे। 1809 में प्रकाशित उनके द्वारा लिखित पुस्तक ‘तुहफत-उल-मुवाहिदीन’ जिसका अर्थ ‘एकेश्वरवादियों को उपहार होता है’ आत्मीय सभा की आधारभूत पुस्तक है।
- प्रश्न 155 किस वर्ष में कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने ऐतिहासिक लखनऊ समझौते पर हस्ताक्षर किये थे -
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- (अ) 1906
- (ब) 1915
- (स) 1917
- (द) 1916
उत्तर : 1916
व्याख्या :
1916 ई. को लखनऊ में मुस्लिम लीग के नेता मोहम्मद अली जिन्ना तथा कांग्रेस के मध्य एक समझौता हुआ। इस समझौते के अन्तर्गत कांग्रेस ने मुस्लिम लीग की साम्प्रदायिक प्रतिनिधित्व की माँग स्वीकार की गयी। मुस्लिम लीग की अध्यक्षता मो. अली जिन्ना ने की जबकि 1916 ई. को लखनऊ कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता अम्बिका चरण मजूमदार ने किया। लखनऊ समझौता का विरोध मदन मोहन मालवीय ने किया। यह अधिवेशन नरम दल और गरम दल के मिलन के लिए जाना जाता है।
- प्रश्न 156 रौलट एक्ट की प्रतिक्रिया के रूप में, ______ को राष्ट्रीय अपमान दिवस के रूप में आयोजित किया गया था।
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- (अ) 14 जून 1921
- (ब) 2 फरवरी 1913
- (स) 6 अप्रैल 1919
- (द) 8 मई 1920
उत्तर : 6 अप्रैल 1919
व्याख्या :
भारत में क्रांतिकारियों के प्रभाव को समाप्त करने तथा राष्ट्रीय भावना को कुचलने के उद्देश्य से न्यायाधीश सिडनी रौलेट की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की गई थी। इस समिति की सिफारिशों के आधार पर ब्रिटिश भारत की केन्द्रीय विधान परिषद द्वारा रौलेट बिल पारित किया गया। इस अधिनियम के आधार पर ब्रिटिश सरकार किसी को भी शक के आधार पर गिरफ्तार कर सकती थी। इस अधिनियम को ‘बिना वकील, बिना अपील, बिना दलील’ कानून कहा गया। इस अधिनियम के विरोध स्वरूप 6 अप्रैल, 1919 को राष्ट्रीय अपमान दिवस के रूप में मनाया गया। इसकी चरम परिणति जलियाँवाला बाग नर संहार के रूप में हुई।
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