भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन
प्रश्न 1 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का सितम्बर 1920 में कलकत्ता में जो विशेष अधिवेशन आयोजित किया गया था और जिसमें असहयोग आन्दोलन का प्रस्ताव पारित किया गया उसके अध्यक्ष कौन थे -
(अ) दादाभाई नौरोजी
(ब) मौलाना अबुल कलाम आजाद
(स) लाला लाजपत राय
(द) विजय राघवाचारी
व्याख्या :
सितंबर 1920 का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन कलकत्ता में हुआ था। लाला लाजपत राय इस अधिवेशन के अध्यक्ष थे। यह एक विशेष अधिवेशन था। असहयोग आंदोलन के प्रस्ताव को पारित करने के लिए इस विशेष अधिवेशन को आयोजित किया गया था।
प्रश्न 2 निम्नलिखित प्रश्नों पर विचार कीजिए
1- डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने महात्मा गांधी को चम्पारण आने तथा कृषकों की समस्या की जाँच करने के लिए राजी किया।
2- चम्पारण जाँच में आचार्य जे बी कृपलानी महात्मा गांधी के सहयोगियों में से एक थे। इनमें से कौनसे कथन सही है।
(अ) केवल 1
(ब) केवल 2
(स) उपरोक्त दोनो
(द) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या :
पंडित राजकुमार शुक्ला ने महात्मा गांधी को चम्पारण आने तथा कृषकों की समस्या की जाँच करने के लिए राजी किया था। चम्पारण समस्या की जाँच में गांधीजी के सहयोगियों में जे बी कृपलानी के साथ डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद, महादेव देसाई, राज किशोर प्रसाद, अनुग्रह नारायण सिन्हा आदि सम्मिलित थे।
प्रश्न 3 दी गई सूची के अनुसार का उपयोग करते हुए भारत के बाहर स्थापित क्रांतिकारी संगठनों का चयन कीजिए-
1- अभिनव भारत
2- ग़दर पार्टी
3- इंडियन इंडीपेंडेंस लीग
4- स्वराज पार्टी
(अ) 2,3
(ब) 1,3,4
(स) 1,2,3
(द) 1, 2, 3, 4
व्याख्या :
विदेशों में भारतीय संगठन
- इण्डिया हाउस
- अभिनव भारत
- ग़दर पार्टी
- इंडियन इंडिपेंडेंस लीग
प्रश्न 4 20 सितम्बर, 1932 को गाँधीजी ने यरवदा जेल में ही अनशन शुरू कर दिया, इसका कारण था -
(अ) द्वितीय गोलमेज सम्मेलन के समझौते को लागू न करना।
(ब) ब्रिटिश सरकार द्वारा कॉंग्रेसी नेताओं को जेलों में बन्द करना।
(स) मैक्डोनाल्ड का साम्प्रदायिक पंचाट।
(द) मुस्लिमों हेतु पृथक निर्वाचन की व्यवस्था करना।
व्याख्या :
महात्मा गांधी ने रामसे मैक डोनाल्ड के सांप्रदायिक पंचाट के खिलाफ यरवदा जेल में आमरण अनशन शुरू किया । 16 अगस्त 1932 को ब्रिटिश प्रधान मंत्री रामसे मैकडोनाल्ड ने सांप्रदायिक पंचाट की शुरुआत की। इस पंचाट का उद्देश्य निचली जाति, बौद्धों, सिखों, मुसलमानों, भारतीय ईसाइयों, एंग्लो-इंडियन और अछूतों के लिए ब्रिटिश भारत में अलग-अलग निर्वाचक मंडल प्रदान करना था।
प्रश्न 5 स्वतंत्रता आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में सूची 1 व सूची 2 को सुमेलित कीजिए -
(A) (B) (C) (D) (E)सूची 1 सूची 2 (A) काँग्रेस द्वारा ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रस्ताव पारित 1. 25 जून, 1945 (B) प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस 2. मार्च, 1944 (C) सी.आर. दास फॉर्मूला 3. 8 अगस्त, 1942 (D) शिमला सम्मेलन 4. 16 अगस्त, 1946 (E) अंतरिम सरकार का गठन 5. सितम्बर, 1946
(अ) 3 2 1 4 5
(ब) 3 1 2 5 4
(स) 2 3 1 4 5
(द) 3 4 2 1 5
व्याख्या :
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) की भारत छोड़ो प्रस्ताव को स्वीकृति देने के लिए बैठक बॉम्बे सत्र में आयोजित की गई थी। यह 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी द्वारा पारित किया गया था। प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस 16 अगस्त, 1946 को मनाया गया था। इस दिन को अखिल भारतीय मुस्लिम लीग ने एक अलग मुस्लिम मातृभूमि के लिए प्रत्यक्ष कार्रवाई करने का निर्णय लिया था। सी राजगोपालाचारी के सूत्र को सीआर फॉर्मूला (1944) या राजाजी सूत्र के रूप में भी जाना जाता है। यह ब्रिटिश भारत की स्वतंत्रता पर अखिल भारतीय मुस्लिम लीग और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच राजनीतिक गतिरोध को हल करने के लिए चक्रवर्ती राजगोपालाचारी द्वारा तैयार किया गया एक प्रस्ताव था। शिमला सम्मेलन 1945 में भारत के वायसराय लॉर्ड वेवेल और ब्रिटिश भारत के प्रमुख राजनीतिक नेताओं के बीच एक बैठक थी। यह बैठक 25 जून, 1945 को शुरू हुई और 14 जुलाई, 1945 तक चली। भारत की अंतरिम सरकार का गठन 2 सितंबर, 1946 को भारत की नवनिर्वाचित संविधान सभा से किया गया था।
प्रश्न 6 14-15 अगस्त, 1947 की मध्य रात्रि को संविधान सभा द्वारा सत्ता ग्रहण करने के प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद संविधान सभा को राष्ट्रीय झंडा किसने भेंट किया था -
(अ) सरोजिनी नायडू
(ब) सुचेता कृपलानी
(स) राजकुमारी अमृत कौर
(द) हंसा मेहता
प्रश्न 7 कांग्रेस के किस अधिवेशन में कार्य समिति को सविनय अवज्ञा आंदोलन आरम्भ करने के लिए प्राधिकृत किया गया -
(अ) नागपुर
(ब) मद्रास
(स) लाहौर
(द) लखनऊ
प्रश्न 8 गांधी ने ‘हरिजन यात्रा’ कब आरम्भ की -
(अ) 17 सितम्बर, 1934
(ब) 7 नवम्बर, 1933
(स) 15 जनवरी, 1918
(द) 8 मई, 1933
प्रश्न 9 गांधीजी ने 1921 में स्वराज ध्वज डिज़ाइन किया था, जिसके तीन रंगों में शामिल थे -
(अ) केसरिया, सफेद और पीला
(ब) लाल, हरा और सफेद
(स) केसरिया, सफेद और हरा
(द) लाल, सफेद और पीला
प्रश्न 10 नरमपंथियों की राजनीति के बारे में अधोलिखित कथनों को पढ़िए:
(a) नरमपंथियों ने माँग रखी कि विधायी निकायों को अधिक प्रतिनिध्यात्मक बनाया जाए।
(b) नरमपंथियों ने भू-राजस्व में कमी किए जाने की वकालत भी की।
सही कूट का चयन कीजिए:
(अ) केवल कथन (a) सत्य है ।
(ब) केवल कथन (b) सत्य है ।
(स) न तो कथन ( a ) न ही (b) सत्य है ।
(द) कथन (a) तथा (b) दोनों सत्य हैं।
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