भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन
- प्रश्न 191 नीचे दो कथन दिए गए हैं :
कथन (I): वीर सावरकर ने ‘मित्र मेला’, नामक संगठन बनाया और बंगाल विभाजन के दौरान अपने साथियों के साथ मिलकर विदेशी कपड़ों की होली जलायी।
कथन (II): ब्रिटिश सरकार ने वीर सावरकर की पुस्तक, ‘द इंडियन वार ऑफ इंडिपेंडेंस’ के प्रकाशन से पहले ही उस पर प्रतिबंध लगा दिया।
उपरोक्त कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें।
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2 -
- (अ) कथन (I) गलत हैं, लेकिन कथन (II) सत्य हैं।
- (ब) कथन (I) और कथन (II) दोनों ही सत्य हैं।
- (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों गलत हैं।
- (द) कथन (I) सत्य हैं, लेकिन कथन (II) गलत है।
उत्तर : कथन (I) और कथन (II) दोनों ही सत्य हैं।
व्याख्या :
वर्ष 1899 में मात्र 16 वर्ष की आयु में वीर सावरकर ने ‘मित्र मेला’ की स्थापना की और स्वदेशी आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। उनकी पुस्तक ‘द इंडियन वार ऑफ इंडिपेंडेंस’ को ब्रिटिश सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था।
- प्रश्न 192 निम्नलिखित में से, स्वाधीन भारत की, कौन सी तात्कालिक प्रमुख चुनौती नहीं थी -
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2 -
- (अ) अंगीकृत प्रतिनिधित्व लोकतंत्र
- (ब) औद्योगिक विकास की दर को तेज करना
- (स) एक राष्ट्र को आकार देना जो एकता के सूत्र में बँधा हुआ था
- (द) समाज का विकास
उत्तर : एक राष्ट्र को आकार देना जो एकता के सूत्र में बँधा हुआ था
व्याख्या :
स्वतंत्रता के बाद भारत की प्राथमिक चुनौतियां औद्योगिक विकास , लोकतंत्र को स्थिर करना, और समाज का समग्र विकास करना थीं। एक राष्ट्र को आकार देना जो एकता के सूत्र में बँधा हुआ था प्राथमिक चुनौती नहीं थी।
- प्रश्न 193 निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
a. भारत के विभाजन के समय पार्टीशन कौंसिल के अध्यक्ष भारत के भूतपूर्व मुख्य न्यायधीश सर पैट्रिक स्पेंस थे।
b. लगभग उसी समय एक विवाचन ट्रिब्यूनल भी सर सिरिलरेडक्लिफ की अध्यक्षता में स्थापित किया गया था।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं - -
- (अ) केवल a
- (ब) केवल b
- (स) a और b दोनों
- (द) न तो a और न ही b
उत्तर : केवल b
- प्रश्न 194 कथन (A): कैबिनेट मिशन ने मुस्लिम लीग की (पृथक् पाकिस्तान राज्य की) माँग अस्वीकार कर दी।
कारण (R) : कैबिनेट मिशन का मानना था कि पृथक् पाकिस्तान राज्य में बड़े अनुपात में गैर-मुस्लिम आबादी होगी एवं मुसलमानों की बड़ी आबादी पीछे भारत में ही छूट जाएगी।
कूट : -
- (अ) कथन A तथा कारण R दोनों सही हैं, R, A का सही स्पष्टीकरण है
- (ब) कथन A तथा कारण R दोनों सही हैं, R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
- (स) कथन A सही है, किन्तु कारण R गलत है
- (द) कथन A गलत है, किन्तु कारण R सही है
उत्तर : कथन A तथा कारण R दोनों सही हैं, R, A का सही स्पष्टीकरण है
- प्रश्न 195 निम्नलिखित में से कौन सी गतिविधि में हिन्दुस्तान समाजवादी प्रजातंत्र संघ की भूमिका नहीं थी -
SCHOOL LECTURER (SANSKRIT EDU. DEPTT.) COMP. EXAM-2024 -
- (अ) साण्डर्स की हत्या
- (ब) काकोरी कांड
- (स) केन्द्रीय व्यवस्थापिका में बम फेंकना
- (द) इरविन की रेलगाड़ी को बम से उड़ाने का प्रयास
उत्तर : काकोरी कांड
व्याख्या :
काकोरी कांड हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) द्वारा किया गया था। अगस्त 1925 में काकोरी में हुई ट्रेन डकैती एच.आर.ए. की पहली बड़ी कार्रवाई थी। नंबर 8 डाउन ट्रेन शाहजहाँपुर और लखनऊ के बीच चलती थी। जैसे ही ट्रेन काकोरी के पास पहुंची, एक क्रांतिकारी (राजेंद्रनाथ लाहिड़ी) ने ट्रेन को रोकने के लिए आपातकालीन चेन खींची और गार्ड को काबू में कर लिया। ट्रेन में खजाने के बैग थे जिनमें सरकारी धन था जिसे लखनऊ में ब्रिटिश खजाने में जमा किया जाना था। उनका उद्देश्य एचआरए को वित्तपोषित करना तथा अपने कार्य और मिशन के प्रति जनता का ध्यान आकर्षित करना था।
- प्रश्न 196 निम्नलिखित में से कौन आज़ाद हिंद फौज के प्रारंभिक चरण में उससे संबंधित था -
SCHOOL LECTURER (SANSKRIT EDU. DEPTT.) COMP. EXAM-2024 -
- (अ) रासबिहारी बोस
- (ब) चन्द्रशेखर आजाद
- (स) श्यामजी कृष्ण वर्मा
- (द) शचीन्द्र सान्याल
उत्तर : रासबिहारी बोस
व्याख्या :
वर्ष 1942 में जापान के टोक्यो में रासबिहारी बोस ने ‘आज़ाद हिंद फौज़’ की स्थापना की थी। ‘आजाद हिंद फौज’ की स्थापना का उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लड़ना था। जापान ने ‘आज़ाद हिंद फौज़’ के गठन में सहयोग दिया था। बाद में सुभाषचंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज की कमान संभाल ली थी। सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिंद फौज में भर्ती होने वाले नौजवानों को “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का नारा दिया।
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