राजस्थान की नदियां
- प्रश्न 21 राजस्थान में स्थित एकमात्र जल-प्रपात है -
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- (अ) चूलिया जल-प्रपात
- (ब) जोग जल-प्रपात
- (स) झेलम जल-प्रपात
- (द) आना जल-प्रपात
उत्तर : चूलिया जल-प्रपात
व्याख्या :
चितौड़गढ़ में भैसरोडगढ़ के पास चम्बल नदी में बामनी नदी आकर मिलती है तो यह चूलिया जल प्रपात बनाती है, जो कि राजस्थान का सबसे ऊंचा जल प्रपात (18 मीटर ऊंचा) है।
- प्रश्न 22 वाराह/लसवारी नदी के नाम से कौनसी नदी जानी जाती है -
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- (अ) रूपारेल
- (ब) पार्वती
- (स) मोरेल
- (द) गंभीरी
उत्तर : रूपारेल
व्याख्या :
रूपारेल नदी (वाराह/लसवारी) अलवर जिले के थानागाजी (उदयनाथ की पहाड़ी) से निकलती, डीग में समाप्त हो जाती है।
- प्रश्न 23 जाखम नदी का उद्गम स्थल है -
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- (अ) प्रतापगढ़
- (ब) उदयपुर
- (स) भीलवाड़ा
- (द) पाली
उत्तर : प्रतापगढ़
व्याख्या :
जाखम प्रतापगढ़ जिले के छोटी सादडी तहसिल में स्थित भंवरमाता की पहाडीयों से निकलती है। प्रतापगढ, सलूम्बर, डुगरपुर में बहती हुई डुंगरपुर के लोरवल और बिलूर गांव के निकट यह सोम मे मिल जाती है। करमाइ, सुकली सहायक नदियां है।
- प्रश्न 24 राज्य में सर्वाधिक बीहड़ किस नदी क्षेत्र में है -
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- (अ) माही
- (ब) बनास
- (स) कालीसिंध
- (द) चम्बल
उत्तर : चम्बल
व्याख्या :
राजस्थान में सबसे ज़्यादा बीहड़ चंबल नदी के क्षेत्र में हैं। राज्य में सर्वाधिक बीहड़ भूमि कोटा में (1132 लाख हेक्टेयर ) फिर सवाई माधोपुर (1130 लाख हेक्टेयर) में है।
- प्रश्न 25 जिगजैग बांध किस जिले में स्थित है -
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- (अ) बूंदी
- (ब) कोटा
- (स) झालावाड़ा
- (द) बारां
उत्तर : बूंदी
व्याख्या :
जिगजैग बाँध राजस्थान के बूंदी जिले में स्थित है।
- प्रश्न 26 राज्य की किस नदी को मृत नदी कहा जाता है -
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- (अ) रूपारेल
- (ब) घग्घर
- (स) साबी
- (द) बनास
उत्तर : घग्घर
व्याख्या :
राजस्थान की आन्तरिक प्रवाह की सर्वाधिक लम्बी नदी घग्घर नदी (सरस्वती, दृषद्धती, मृतनदी, नट नदी) उद्गम हिमाचल प्रदेश में कालका के निकट शिवालिका की पहाड़ियों से होता है। यह नदी पंजाब व हरियाणा में बहकर हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी नामक स्थान पर प्रवेश करती है और भटनेर दुर्ग के पास जाकर समाप्त हो जाती है।
- प्रश्न 27 सीकर जिले में कांतली नदी का बेसिन कहलाता है -
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- (अ) रूपन
- (ब) मसूरदी
- (स) तोरावटी
- (द) खण्डेल
उत्तर : तोरावटी
व्याख्या :
शेखावाटी क्षेत्र की एकमात्र नदी कांतली नदी का उद्गम सीकर जिले में खण्डेला की पहाड़ियों से होता है। सीकर जिले में इस नदी का बहाव क्षेत्र तोरावाटी कहलाता है। यह नदी 100 कि.मी. लम्बी है सीकर और नीम का थाना में बहने के बाद झुनझुनू व चुरू जिले की सीमा पर समाप्त हो जाती है। यह झुंझुनू को दो भागों में विभाजित करती है इसलिए इसे काटली (कांतली) नदी कहते हैं।
- प्रश्न 28 निम्न में से कौनसी नदी जयपुर ग्रामीण जिले में नहीं बहती है -
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- (अ) ढुंण्ढ
- (ब) बाणगंगगा
- (स) कान्तली
- (द) मेन्था
उत्तर : कान्तली
व्याख्या :
शेखावाटी क्षेत्र की एकमात्र नदी कांतली नदी का उद्गम सीकर जिले में खण्डेला की पहाड़ियों से होता है। सीकर जिले में इस नदी का बहाव क्षेत्र तोरावाटी कहलाता है। यह नदी 100 कि.मी. लम्बी है सीकर और नीम का थाना में बहने के बाद झुनझुनू व चुरू जिले की सीमा पर समाप्त हो जाती है। यह झुंझुनू को दो भागों में विभाजित करती है इसलिए इसे काटली (कांतली) नदी कहते हैं।
- प्रश्न 29 राजस्थान का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध किस जिले में है -
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- (अ) करौली
- (ब) कोटा
- (स) उदयपुर
- (द) प्रतापगढ़
उत्तर : करौली
व्याख्या :
मिट्टी से बना सबसे बड़ा बांध पांचना बांध करौली में स्थित है।
- प्रश्न 30 यदि आप लूनी नदी के किनारे इसके उद्गम से अंत तक की यात्रा करते हैं तो आप इसकी सहायक नदियों को किस क्रम में पायेंगे-
अ. सूकड़ी ब. बांडी स. जवाई द. गुहिया
कूट - -
- (अ) द, ब, अ, स
- (ब) अ, स, ब, द
- (स) अ, ब, स, द
- (द) द, , अ, ब, स
उत्तर : द, ब, अ, स
व्याख्या :
अरावली की पहाड़ियों से निकलकर लूनी नदी में मिलने वाली सहायक नदियों का उद्गम स्थल से अंत तक सही क्रम निम्नलिखित है – लीलड़ी (सबसे पहले मिलने वाली),जोजड़ी, गुहिया, बांड़ी, खारी-I, सुकड़ी (या सुकड़ी-II), मीठड़ी, जवाई, खारी, सुकड़ी-III, बांड़ी-II, सागी
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