राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएँ
- प्रश्न 201 निम्नलिखित में से कौनसा बनास संस्कृति का स्थल नहीं है -
Librarian Grade III 2022 (Paper 1) -
- (अ) तिलवाड़ा
- (ब) ओझियाना
- (स) गिलुण्ड
- (द) बालाथल
उत्तर : तिलवाड़ा
व्याख्या :
तिलवाड़ा बनास संस्कृति का स्थल नहीं है।
- प्रश्न 202 निम्नलिखित में से कौन सा ताम्र पाषाणिक स्थल खेतड़ी के निकट है -
ASSI. TESTING OFFICER 2021 -
- (अ) बालाथल
- (ब) जोधपुरा
- (स) गणेश्वर
- (द) ओझियाना
उत्तर : गणेश्वर
व्याख्या :
गणेश्वर का टीला, नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर अवस्थित है। गणेश्वर में रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में खुदाई कर इस सभ्यता पर प्रकाश डाला। यह स्थल खेतड़ी के निकट है।
- प्रश्न 203 निम्नलिखित में से कौन सा पुरातत्वविद बैराठ के अन्वेषण/ उत्खनन से संबद्ध नहीं है -
ASSI. TESTING OFFICER 2021 -
- (अ) एलेक्जेण्डर कनिंघम
- (ब) दयाराम साहनी
- (स) एन. आर. बनर्जी
- (द) एच. डी. सांकलिया
उत्तर : एच. डी. सांकलिया
व्याख्या :
डॉ. एच.डी. सांकलिया, डेकन कॉलेज पूना, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, राजस्थान तथा मेलबोर्न विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया के संयुक्त अभियान में वर्ष 1961-62 के दौरान आहड़ का उत्खनन कार्य किया गया।
प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी विराटनगर (वर्तमान बैराठ) में ‘बीजक की पहाड़ी’, ‘भीमजी की डूँगरी’ मोती डूंगरी तथा ‘महादेवजी की डूँगरी’ आदि स्थानों पर उत्खनन कार्य दयाराम साहनी द्वारा 1936-37 में तथा पुनः 1962-63 में पुरातत्वविद् नीलरत्न बनर्जी तथा कैलाशनाथ दीक्षित द्वारा किया गया।
- प्रश्न 204 राजस्थान की किस सभ्यता को “ताम्रसंचयी” के नाम से भी जाना जाता है -
RSMSSB PTI Grade-III P1 -
- (अ) गणेश्वर
- (ब) बागौर
- (स) आहाड
- (द) गिलुण्ड
उत्तर : गणेश्वर
व्याख्या :
गणेश्वर का टीला, नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर अवस्थित है। गणेश्वर में रत्नचंद्र अग्रवाल ने 1977 में खुदाई कर इस सभ्यता पर प्रकाश डाला। ताम्रयुगीन सांस्कृतिक केन्द्रों में से प्राप्त तिथियों में यह प्राचीनतम् है। इस प्रकार गणेश्वर संस्कृति को निर्विवाद रूप से ‘भारत में ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी’ माना जा सकता है।
- प्रश्न 205 राजस्थान की कौन सी सभ्यता बनास, बेड़च, वागन, गंभीरी और कोठारी नदियों के तटों और घाटियों में फैली हुई थी -
RSMSSB PTI Grade-III P1 -
- (अ) कालीबंगा
- (ब) आहड़
- (स) गणेश्वर
- (द) बैराठ
उत्तर : आहड़
व्याख्या :
उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर 500 मीटर लम्बे धूलकोट के नीचे आहड़ का पुराना कस्बा दवा हुआ है जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता प्राप्त हुई है। यह सभ्यता बनास नदी पर स्थित है। ताम्र सभ्यता के रूप में प्रसिद्ध यह सभ्यता आयड़/बेड़च नदी के किनारे मौजूद थी। प्राचीन शिलालेखों में आहड़ का पुराना नाम ‘ताम्रवती’ अंकित है।
- प्रश्न 206 निम्नलिखित में से कौन से स्थल लघुपाषाणयुगीन संस्कृति से संबद्ध हैं -
(i) सोजत
(ii) धनेरी
(iii) तिलवाड़ा
(iv) गणेश्वर
निम्नलिखित में से सही उत्तर चुनिए :
ASSISTANT PROFESSOR (COLLEGE EDUCATION DEPTT.) EXAM 2020 -
- (अ) (i) और (ii)
- (ब) (i) और (iii)
- (स) (i), (ii) और (iii)
- (द) (i), (ii), (iii) और (iv)
उत्तर : (i), (ii) और (iii)
व्याख्या :
गणेश्वर का टीला, नीम का थाना में कांतली नदी के उद्गम स्थल पर अवस्थित है। डी.पी. अग्रवाल ने रेडियो कार्बन विधि एवं तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर इस स्थल की तिथि 2800 ईसा पूर्व निर्धारित की है अर्थात् गणेश्वर सभ्यता पूर्व-हड़प्पा कालीन सभ्यता है। ताम्रयुगीन सांस्कृतिक केन्द्रों में से प्राप्त तिथियों में यह प्राचीनतम् है। इस प्रकार गणेश्वर संस्कृति को निर्विवाद रूप से ‘भारत में ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी’ माना जा सकता है।
- प्रश्न 207 सर्वप्रथम राजस्थान में कहाँ से पूर्वपाषाण कालीन हस्त कुठार (कुल्हाडी) खोज निकाली थी -
Forester Exam 2020 Shift 1 -
- (अ) अलवर और टोंक
- (ब) चितौड़ और भीलवाड़ा
- (स) जयपुर और इन्द्रगढ़
- (द) जोधपुरा और सुनारी
उत्तर : जयपुर और इन्द्रगढ़
व्याख्या :
प्रारम्भिक पाषाण काल के उपकरणों की खोज सर्वप्रथम श्री सी. ए. हैकर ने जयपुर और इन्द्रगढ़ से की थी। उन्होंने यहाँ से अश्म पत्थर से बने हस्त कुठार (हैण्ड एक्स) खोज निकाले थे, जो भारतीय संग्रहालय कोलकाता में उपलब्ध हैं।
- प्रश्न 208 राजस्थान में नीम का थाना जिले में खेतड़ी तहसील के किस गांव से अयस्क से लोहा बनाने की भट्टियों के अवशेष मिले हैं -
-
- (अ) नगरी
- (ब) बरोर
- (स) बागोर
- (द) सुनारी
उत्तर : सुनारी
व्याख्या :
नीम का थाना जिले की खेतड़ी तहसील के सुनारी में कांटली नदी के तट पर खुदाई में अयस्क से लौहा बनाने की भट्टियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं। ये भारत की प्राचीनतम भट्टियाँ मानी जाती हैं। इन भट्टियों में धोंकनी लगाने का प्रावधान था, जिससे तापक्रम नियंत्रित किया जाता था।
- प्रश्न 209 निम्नलिखित में से किसने कालीबंगा सभ्यता की खोज की -
Forester Exam 2020 Shift 2 -
- (अ) रतन चन्द्र अग्रवाल
- (ब) एच.डी. सांकलिया
- (स) वी.एन. मिश्र
- (द) अमलानन्द घोष
उत्तर : अमलानन्द घोष
व्याख्या :
कालीबंगा प्राचीन सरस्वती नदी के बाएं तट पर जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ से लगभग 25 किमी. दक्षिण में स्थित है। वर्तमान में यहाँ घग्घर नदी बहती है। कालीबंगा में पूर्व हड़प्पाकालीन, ‘हड़प्पाकालीन’ तथा ‘उत्तर हड़प्पाकालीन’ सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस स्थान का पता ‘पुरातत्व विभाग के निदेशक ए. एन. घोष’ ने सन् 1952 में लगाया था।
- प्रश्न 210 निम्नलिखित में से कौन सा एक ताम्रपाषाणिक स्थल है -
Evaluation Officer 2020 -
- (अ) कालीबंगा
- (ब) आहड़
- (स) तिलवाड़ा
- (द) जसोल
उत्तर : आहड़
व्याख्या :
उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर 500 मीटर लम्बे धूलकोट के नीचे आहड़ का पुराना कस्बा दवा हुआ है जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता प्राप्त हुई है। यह सभ्यता बनास नदी पर स्थित है।
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