राजस्थान के प्रतीक चिन्ह
प्रश्न 1 राजस्थान के राज्य पक्षी का दर्जा किसे दिया गया है-
(अ) मोर साइबेरियन
(ब) सारस
(स) गोडावन
(द) कुरजां
व्याख्या :
1981 में गोडावन को राज्य पक्षी के तौर पर घोषित किया गया। इसे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड भी कहा जाता है। यह शर्मिला पक्षी है और इसे पाल-मोरडी व सौन-चिडिया भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “एरडेओटिस नाइज्रीसेप्स” है।
प्रश्न 2 रेगीस्तान का सागवान कौनसा वृक्ष है -
(अ) रोहिडा
(ब) बबूल
(स) खेजडी
(द) खैर
व्याख्या :
रोहिडा के फुल को 21 अक्टूबर 1983 को राज्य पुष्प घोषित किया गया। इसे “मरूशोभा” या “रेगिस्थान का सागवान” भी कहते है। इसका वैज्ञानिक नाम- “टिको-मेला अंडुलेटा” है।
प्रश्न 3 राज्य पुष्प रोहिडा राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक पाया जाता है -
(अ) पूर्वी राजस्थान में
(ब) उत्तरी राजस्थान में
(स) पश्चिमी राजस्थान में
(द) दक्षिणी राजस्थान में
व्याख्या :
रोहिडा के फुल को 21 अक्टूबर 1983 को राज्य पुष्प घोषित किया गया। इसे “मरूशोभा” या “रेगिस्थान का सागवान” भी कहते है। इसका वैज्ञानिक नाम- “टिको-मेला अंडुलेटा” है। रोहिड़ा सर्वाधिक राजस्थान के पष्चिमी क्षेत्र में देखा जा सकता है।
प्रश्न 4 कृष्ण मृग शुभंकर है -
(अ) बाड़मेर जिले का
(ब) चूरू जिले का
(स) कोटा जिले का
(द) जैसलमेर जिले का
व्याख्या :
राजस्थान के चूरू ज़िले में स्थित ताल छापर अभयारण्य में कृष्ण मृग पाए जाते हैं। कृष्ण मृग चूरू जिले का शुभंकर है।
प्रश्न 5 निम्नलिखित में से किसे उष्णकटिबंधीय कँटीले जंगलों में स्थापित रेगिस्तान में अपनी जबरदस्त उपयोगिता के कारण रेगिस्तान का कल्प वृक्ष कहा जाता है -
(अ) खेजड़ी / खेजरी
(ब) रोहिड़ा
(स) थोर
(द) केर
व्याख्या :
“रेगिस्तान का गौरव” अथवा “थार का कल्पवृक्ष” जिसका वैज्ञानिक नाम “प्रोसेसिप-सिनेरेरिया” है। इसको 1983 में राज्य वृक्ष घोषित किया गया।
प्रश्न 6 निम्नांकित में से कौन सा सही सुमेलित नहीं है -
ज़िला - शुभंकर
(अ) पाली - तेंदुआ
(ब) सवाई माधोपुर - बाघ
(स) कोटा - घड़ियाल
(द) जयपुर - चीतल
व्याख्या :
घड़ियाल करौली का शुभंकर है। वहीं कोटा का शुभंकर उदबिलाव है।
प्रश्न 7 निम्नलिखित में से किस वन्यजीव को दौसा जिले का शुभंकर घोषित किया गया है -
(अ) किलकिला
(ब) खरगोश
(स) पनचीरा
(द) जांघिल
व्याख्या :
खरगोश को दौसा जिले का शुभंकर घोषित किया गया है।
प्रश्न 8 निम्नांकित को सुमेलित कीजिए
सही कूट का चयन कीजिए:राजस्थान राज्य के प्रतीक चिह्न वैज्ञानिक नाम a. फूल i. गजेला बेनेट्टी b. पशु ii. आर्डेओटिस नाइग्रिसेप्स c. पेड़ iii. टिकोमेला अण्डुलेटा d. पक्षी iv. प्रोसोपिस सिनेरारिया
(अ) a-iii, b-i, c-iv, d-ii
(ब) a-ii, b-iv, c-iii, d-i
(स) a-i, b-ii, c-iv, d-iii
(द) a-iv, b-iii, c-i, d-ii
व्याख्या :
चिंकारा को 1981 में राज्य पशु घोषित किया गया।यह “एन्टीलोप” प्रजाती का एक मुख्य जीव है। इसका वैज्ञानिक नाम गजेला बेनेट्टी है।
1981 में गोडावण को राज्य पक्षी के तौर पर घोषित किया गया। इसे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड भी कहा जाता है। यह शर्मिला पक्षी है और इसे पाल-मोरडी व सौन-चिडिया भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “एरडेओटिस नाइज्रीसेप्स” है।
रोहिडा के फुल को 21 अक्टूबर 1983 को राज्य पुष्प घोषित किया गया। इसे “मरूशोभा” या “रेगिस्थान का सागवान” भी कहते है। इसका वैज्ञानिक नाम- “टिको-मेला अंडुलेटा” है।
खेजड़ी, “रेगिस्तान का गौरव” अथवा “थार का कल्पवृक्ष” जिसका वैज्ञानिक नाम “प्रोसेसिप-सिनेरेरिया” है। इसको 1983 में राज्य वृक्ष घोषित किया गया।
प्रश्न 9 कुरजां ______ का जिला शुभंकर है।
(अ) जोधपुर
(ब) झालावाड़
(स) जयपुर
(द) जालौर
व्याख्या :
कुरजां, जोधपुर जिले का शुभंकर है।
प्रश्न 10 एरडेओटिस नाइज्रीसेप्स है -
(अ) पक्षी
(ब) वृक्ष
(स) सरीसृप
(द) स्तनधारी
व्याख्या :
1981 में गोडावण को राज्य पक्षी के तौर पर घोषित किया गया। इसे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड भी कहा जाता है। यह शर्मिला पक्षी है और इसे पाल-मोरडी व सौन-चिडिया भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “एरडेओटिस नाइज्रीसेप्स” है।
page no.(1/6)