राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएँ
प्रश्न 31 सुमेलित कीजिए-
कूट - अ, ब, स, दसूची-1(पुरातात्विक स्थल) सूची-2(वर्तमान में) अ. ऋषभदेव 1. बालोतरा ब. बयाना 2. भरतपुर स. तिलवाड़ा 3. जैसलमेर द. लौद्रवा 4. उदयपुर
(अ) 1, 2, 3, 4
(ब) 4, 2, 1, 3
(स) 4, 1, 2, 3
(द) 1, 3, 2, 1
व्याख्या :
सूची-1(पुरातात्विक स्थल) | सूची-2(वर्तमान में) |
---|---|
ऋषभदेव | उदयपुर |
बयाना | भरतपुर |
तिलवाड़ा | बालोतरा |
लौद्रवा | जैसलमेर |
प्रश्न 32 अनाज रखने के बड़े मृदभाण्ड जिन्हें ‘गोरे व कोठ’ कहा जाता था, किस प्राचीन सभ्यता से प्राप्त हुए -
(अ) ओझियाना
(ब) कालीबंगा
(स) जोधपुरा
(द) आहड़
व्याख्या :
उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर 500 मीटर लम्बे धूलकोट के नीचे आहड़ का पुराना कस्बा दवा हुआ है जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता प्राप्त हुई है। यहाँ से यह सभ्यता बनास नदी पर स्थित है। अनाज रखने के मृद्भाण्ड प्राप्त हुए हैं जिन्हें स्थानीय भाषा में गोरे व कोठ (Gore and Koth) कहा जाता है।
प्रश्न 33 आहड़ संस्कृति का नवीनतम उत्खनित स्थल है -
(अ) बालाथल
(ब) गिलुण्ड
(स) आहड़
(द) ओझियाना
व्याख्या :
सन् 1993 में वी.एन. मिश्र द्वारा ई.पू. 3000 से लेकर ई.पू. 2500 तक की ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति के बारे में पता चला है। बालाथल उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित है।
प्रश्न 34 कालीबंगा का प्रथम उत्खन्नकत्र्ता कौन था -
(अ) एस. आर. राव
(ब) ए. घोष
(स) बी. के थापर
(द) आर.सी. अग्रवाल
व्याख्या :
कालीबंगा प्राचीन सरस्वती नदी के बाएं तट पर जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ से लगभग 25 किमी. दक्षिण में स्थित है। वर्तमान में यहाँ घग्घर नदी बहती है। कालीबंगा में पूर्व हड़प्पाकालीन, ‘हड़प्पाकालीन’ तथा ‘उत्तर हड़प्पाकालीन’ सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। खुदाई के दौरान मिली काली चूड़ियों के टुकड़ों के कारण इस स्थान को कालीबंगा कहा जाता है क्योंकि पंजाबी में बंगा का अर्थ चूड़ी होता है। इस स्थान का पता ‘पुरातत्व विभाग के निदेशक ए. एन. घोष’ ने सन् 1952 में लगाया था।
प्रश्न 35 जुता हुआ खेत के प्रमाण निम्न में से किस पुरास्थल में मिलते हैं -
(अ) आहड़
(ब) कालीबंगा
(स) गणेश्वर
(द) बैराठ
व्याख्या :
कालीबंगा प्राचीन सरस्वती नदी के बाएं तट पर जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ से लगभग 25 किमी. दक्षिण में स्थित है। वर्तमान में यहाँ घग्घर नदी बहती है। कालीबंगा में पूर्व हड़प्पाकालीन, ‘हड़प्पाकालीन’ तथा ‘उत्तर हड़प्पाकालीन’ सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। संसार भर में उत्खनन से प्राप्त खेतों में यह पहला है। इस खेत में दो तरह की फसलों को एक साथ उगाया जाता था, कम दूरी के सांचों में चना व अधिक दूरी के सांचों में सरसों बोई जाती थी।
प्रश्न 36 निम्न में से कौन सी वस्तु आहड़ सभ्यता के स्थलों से संबंधित नहीं है -
(अ) चावल
(ब) कृष्ण-लोहित मृदभाण्ड
(स) तांबे की वस्तुएं
(द) चित्रित धूसर मृदभाण्ड
व्याख्या :
उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर 500 मीटर लम्बे धूलकोट के नीचे आहड़ का पुराना कस्बा दवा हुआ है जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता प्राप्त हुई है। मिट्टी के बर्तन व तांबे के आभुषण मिले है। चित्रित धूसर मृदभांड उत्तरवैदिक युग से सम्बंधित हैं।
प्रश्न 37 आहड़ के विषय में निम्न कथनों में से कौन सा कथन असत्य है -
(अ) आहड़ के उत्खन्न से मानव जीवन के विभिन्न चरणों पर प्रकाश पड़ता है।
(ब) आवासीय भवनों की नींव ईंटों की होती थी।
(स) मिट्टी अथवा कच्ची ईंटों से निर्मित भवन अब उपलब्ध नहीं है।
(द) आहड़वासी दीवारों एवं नीवों को मजबूत एवं सौन्दर्ययुक्त बनाने हेतु मिट्टी में क्वाट्ज के टुकड़े एवं चिप्स के सम्मिश्रण का प्रयोग करते थे।
व्याख्या :
उदयपुर से तीन किलोमीटर दूर 500 मीटर लम्बे धूलकोट के नीचे आहड़ का पुराना कस्बा दवा हुआ है जहाँ से ताम्रयुगीन सभ्यता प्राप्त हुई है। यह सभ्यता बनास नदी पर स्थित है। ताम्र सभ्यता के रूप में प्रसिद्ध यह सभ्यता आयड़/बेड़च नदी के किनारे मौजूद थी। यहां से भवन निर्माण में पत्थर का प्रयोग के साक्ष्य मिले हैं।
प्रश्न 38 बैराठ(विराटनगर) में प्रथम उत्खनन किसके नेतृत्व में किया गया था -
(अ) दयाराम साहनी
(ब) डा. एन. आर. बनर्जी
(स) डी. आर. भण्डारकर
(द) आर. सी. अग्रवाल
व्याख्या :
प्राचीन मत्स्य जनपद की राजधानी विराटनगर (वर्तमान बैराठ) में ‘बीजक की पहाड़ी’, ‘भीमजी की डूँगरी’ मोती डूंगरी तथा ‘महादेवजी की डूँगरी’ आदि स्थानों पर उत्खनन कार्य दयाराम साहनी द्वारा 1936-37 में तथा पुनः 1962-63 में पुरातत्वविद् नीलरत्न बनर्जी तथा कैलाशनाथ दीक्षित द्वारा किया गया।
प्रश्न 39 बौद्ध धर्म से सम्बंधित पुरातात्विक अवशेष कहां मिले हैं -
(अ) बैराठ
(ब) नगर
(स) नलियासर(सांभर)
(द) कालीबंगा
व्याख्या :
वर्ष 1999 में बीजक की पहाड़ी (बैराठ) से अशोककालीन ‘गोल बौद्ध मंदिर’, ‘स्तूप’ एवं ‘बौद्ध मठ’ के अवशेष मिले हैं जो हीनयान संप्रदाय से संबंधित हैं, ये भारत के प्राचीनतम् मंदिर माने जा सकते हैं।
प्रश्न 40 निम्न में से राजस्थान का कौन सा सैन्धव स्थल घग्घर नदी के किनारे स्थित है -
(अ) गिलुण्ड
(ब) आहाड़
(स) पीलीबंगा
(द) कालीबंगा
व्याख्या :
कालीबंगा प्राचीन सरस्वती नदी के बाएं तट पर जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ से लगभग 25 किमी. दक्षिण में स्थित है। वर्तमान में यहाँ घग्घर नदी बहती है। कालीबंगा में पूर्व हड़प्पाकालीन, ‘हड़प्पाकालीन’ तथा ‘उत्तर हड़प्पाकालीन’ सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। खुदाई के दौरान मिली काली चूड़ियों के टुकड़ों के कारण इस स्थान को कालीबंगा कहा जाता है क्योंकि पंजाबी में बंगा का अर्थ चूड़ी होता है।
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