भाषा में कई शब्दों(वाक्यांश) के स्थान पर एक शब्द बोल कर हम भाषा को प्रभावशाली एवं आकर्षक बनाते है। जैसे- राम कविता लिखता है, अनेक शब्दों के स्थान पर हम एक ही शब्द 'कवि' का प्रयोग कर सकते है। दूसरा उदाहरण- 'जिस स्त्री का पति मर चुका हो' शब्द-समूह के स्थान पर 'विधवा' शब्द अच्छा लगेगा। इसी प्रकार, अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग कर सकते है।
वाक्यांश | शब्द |
---|---|
जंगल में फैलनेवाली आग | दावाग्नि |
समुद्र में लगने वाली आग | बड़वानल |
जो सपना दिन में देखा जाए | दिवास्वप्न |
जिसे कठिनाई से जाना जा सके | दुर्ज्ञेय |
जो कठिनाई से समझ में आता हो | दुर्बोध |
अर्द्धरात्रि का समय | निशीथ |
रंगमंच पर पर्दे के पीछे का स्थान | नेपथ्य |
आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत लेने वाला | नैष्ठिक |
नाटक का पर्दा गिरना | पटाक्षेप |
रंगमंच का पर्दा | यवनिका |
जो उत्तर न दे सके | निरुत्तर |
केवल दूध पर जीवित रहने वाला | पयोहारी |
शरणागत की रक्षा करने वाला | प्रणतपाल |
एक बार कही हुई बात को दोहराते रहना | पिष्टपेषण |
जो पूछने योग्य हो | पृष्टव्य |
प्रमाण द्वारा सिद्ध करने योग्य | प्रमेय |
रात का भोजन | ब्यालू/ रात्रिभोज |
जिसकी आंखें मगर जैसी हो | मकराक्ष |
जिस स्त्री की आंखें मछली के समान हो | मीनाक्षी |
जिस पुरुष की आंखें मछली के समान हो | मीनाक्ष |
हरिण के नेत्रों-सी आंखों वाली | मृगनयनी |
मोक्ष प्राप्त करने की इच्छा | मुमुक्षा |
मरने की इच्छा | मुमूर्षा |
युद्ध करने की इच्छा | युयुत्सा |
सृजन करने की इच्छा | सिसृक्षा |
खुले हाथ से दान देने वाला | मुक्तहस्त |
माता की हत्या करने वाला | मातृहन्ता |
जिसने मृत्यु को जीत लिया हो | मृत्युंजय |
वह कन्या जिसका विवाह करने का वचन दे दिया गया हो | वाग्दत्ता |
व्याकरण का ज्ञाता | वैयाकरण |
शत्रु का नाश करने वाला | शत्रुघ्न |
जिसका कोई आदि और अंत न हो | शाश्वत |
जो सब कुछ जानता हो | सर्वज्ञ |
सब कुछ पाने वाला | सर्वलब्ध |
जो गुप्त रूप से निवास करता हो | छद्मवासी |
दिन और रात के बीच का समय | गोधूलि वेला |
जिसका अर्थ स्वयं ही सिद्ध है | सिद्धार्थ |
वह व्यक्ति जिसका ज्ञान अपने ही स्थान तक सीमित है | कूपमंडूक |
भोजन करने के बाद का बचा हुआ अन्न/जूठन | उच्छिष्ट |
जिसे सूँघा न जा सके | आघ्रेय |
वह कवि जो तत्काल कविता कर सके | आशुकवि |
जिसका कोई शत्रु न जन्मा हो | अजातशत्रु |
जो इंद्रियों (गो) द्वारा न जाना जा सके | अगोचर |
किसी बात को अत्यधिक बढाकर कहना | अतिशयोक्ति |
जिसे बुलाया न गया हो | अनाहूत |
जो सबके मन की बात जनता हो | अंतर्यामी |
जो मापा न जा सके | अपरिमेय |
किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा | अभीप्सा |
आवश्यकता से अधिक धन का ग्रहण न करना | अपरिग्रह |
मार्ग में खाने के लिए भोजन | पाथेय |
जो भोजन रोगी के लिए उचित हो | पथ्य |
जो भोजन रोगी के लिए निषिद्ध हो | अपथ्य |
अविवाहित महिला | अनूढा |
वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो | अध्यूढ़ा |
वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो | आगतपतिका |
वह स्त्री जिसका पति अन्य स्त्री के साथ रात को रहकर प्रातः लौटे | खंडिता |
वह स्त्री जिसका पति दूर स्थान पर गया हो | प्रोषितपतिका |
वह स्त्री जिसके हाल ही शिशु उत्पन्न हुआ हो | प्रसूता |
पति द्वारा छोड़ दी गयी पत्नी | परित्यक्ता |
जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो | नवोढ़ा |
जानने की इच्छा | जिज्ञासा |
जीतने,दमन करने की इच्छा | जिगीषा |
किसी को मारने की इच्छा | जिघांसा |
भोजन करने (खाने) की इच्छा | जिघत्सा/बुभुक्षा |
ग्रहण करने,पकड़ने की इच्छा | जिघृक्षा |
ज़िंदा रहने(जीने) की इच्छा | जिजीविषा |
तैर कर पार करने/तर जाने की इच्छा | तितीर्षा |
सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा | एषणा |
जो दूसरों में केवल दोषों को ही खोजता हो | छिद्रान्वेषी |
जिसे खरीद/मोल लिया गया हो | क्रीत |
पर्वत के नीचे तलहटी की भूमि | उपत्यका |
उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा | ईशान/ईशान्य |
जिसने अपना ऋण पूरा चुका दिया हो | उऋण |
जहाँ धरती और आकाश मिलते दिखाई देते हैं | क्षितिज |
हाथी हाँकने का छोटा भाला | अंकुश |
जो कहा न जा सके | अकथनीय |
जिसे क्षमा न किया जा सके | अक्षम्य |
जिस स्थान पर कोई न जा सके | अगम्य |
जो कभी बूढ़ा न हो | अजर |
जिसका कोई शत्रु न हो | अजातशत्रु |
जो जीता न जा सके | अजेय |
जो दिखाई न पड़े | अदृश्य |
जिसके समान कोई न हो | अद्वितीय |
हृदय की बातेँ जानने वाला | अन्तर्यामी |
पृथ्वी, ग्रहोँ और तारोँ आदि का स्थान | अन्तरिक्ष |
दोपहर बाद का समय | अपराह्न |
जो सामान्य नियम के विरुद्ध हो | अपवाद |
जिस पर मुकदमा चल रहा हो/अपराध करने का आरोप हो/अभियोग लगाया गया हो | अभियुक्त |
जो पहले कभी नहीँ हुआ | अभूतपूर्व |
फेँक कर चलाया जाने वाला हथियार | अस्त्र |
जिसकी गिनती न हो सके | अगणित/अगणनीय |
जो पहले पढ़ा हुआ न हो | अपठित |
जिसके आने की तिथि निश्चित न हो | अतिथि |
कमर के नीचे पहने जाने वाला वस्त्र | अधोवस्त्र |
जिसके बारे मेँ कोई निश्चय न हो | अनिश्चित |
जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो | अनिर्वचनीय |
अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात | अतिशयोक्ति |
सबसे आगे रहने वाला | अग्रणी |
जो पहले जन्मा हो | अग्रज |
जो बाद मेँ जन्मा हो | अनुज |
जो इंद्रियोँ द्वारा न जाना जा सके | अगोचर |
जिसका पता न हो | अज्ञात |
आगे आने वाला | आगामी |
अण्डे से जन्म लेने वाला | अण्डज |
जो छूने योग्य न हो | अछूत |
जो छुआ न गया हो | अछूता |
जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके | अच्युत |
जो अपनी बात से टले नहीँ | अटल |
जिस पुस्तक मेँ आठ अध्याय होँ | अष्टाध्यायी |
आवश्यकता से अधिक बरसात | अतिवृष्टि |
बरसात बिल्कुल न होना | अनावृष्टि |
बहुत कम बरसात होना | अल्पवृष्टि |
इंद्रियोँ की पहुँच से बाहर | अतीन्द्रिय/इंद्रयातीत |
सीमा का अनुचित उल्लंघन | अतिक्रमण |
जो बीत गया हो | अतीत |
जिसकी गहराई का पता न लग सके | अथाह |
आगे का विचार न कर सकने वाला | अदूरदर्शी |
जो आज तक से सम्बन्ध रखता है | अद्यतन |
आदेश जो निश्चित अवधि तक लागू हो | अध्यादेश |
जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो | अधिकृत |
वह सूचना जो सरकार की ओर से जारी हो | अधिसूचना |
विधायिका द्वारा स्वीकृत नियम | अधिनियम |
अविवाहित महिला | अनूढ़ा |
वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो | अध्यूढ़ा |
दूसरे की विवाहित स्त्री | अन्योढ़ा |
गुरु के पास रहकर पढ़ने वाला | अन्तेवासी |
पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन | अधित्यका |
जिसके हस्ताक्षर नीचे अंकित हैँ | अधोहस्ताक्षरकर्त्ता |
एक भाषा के विचारोँ को दूसरी भाषा मेँ व्यक्त करना | अनुवाद |
किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला | अनुयायी |
किसी प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया | अनुमोदन |
जिसके माता–पिता न होँ | अनाथ |
जिसका जन्म निम्न वर्ण मेँ हुआ हो | अंत्यज |
परम्परा से चली आई कथा | अनुश्रुति |
जिसका कोई दूसरा उपाय न हो | अनन्योपाय |
वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो | अन्योदर |
पलक को बिना झपकाए | अनिमेष/निर्निमेष |
जो बुलाया न गया हो | अनाहूत |
जो ढका हुआ न हो | अनावृत |
जो दोहराया न गया हो | अनावर्त |
पहले लिखे गए पत्र का स्मरण | अनुस्मारक |
पीछे–पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला | अनुगामी |
महल का वह भाग जहाँ रानियाँ निवास करती हैँ | अंतःपुर/रनिवास |
जिसे किसी बात का पता न हो | अनभिज्ञ/अज्ञ |
जिसका आदर न किया गया हो | अनादृत |
जिसका मन कहीँ अन्यत्र लगा हो | अन्यमनस्क |
जो धन को व्यर्थ ही खर्च करता हो | अपव्ययी |
आवश्यकता से अधिक धन का संचय न करना | अपरिग्रह |
जो किसी पर अभियोग लगाए | अभियोगी |
जो भोजन रोगी के लिए निषिद्ध है | अपथ्य |
जिस वस्त्र को पहना न गया हो | अप्रहत |
न जोता गया खेत | अप्रहत |
जो बिन माँगे मिल जाए | अयाचित |
जो कम बोलता हो | अल्पभाषी/मितभाषी |
आदेश की अवहेलना | अवज्ञा |
जो बिना वेतन के कार्य करता हो | अवैतनिक |
जो व्यक्ति विदेश मेँ रहता हो | अप्रवासी |
जो सहनशील न हो | असहिष्णु |
जिसका कभी अन्त न हो | अनन्त |
जिसका दमन न किया जा सके | अदम्य |
जिसका स्पर्श करना वर्जित हो | अस्पृश्य |
जिसका विश्वास न किया जा सके | अविश्वस्त |
जो कभी नष्ट न होने वाला हो | अनश्वर |
जो रचना अन्य भाषा की अनुवाद हो | अनूदित |
जिसके पास कुछ न हो अर्थात् दरिद्र | अकिँचन |
जो कभी मरता न हो | अमर |
जो सुना हुआ न हो | अश्रव्य |
जिसको भेदा न जा सके | अभेद्य |
जो साधा न जा सके | असाध्य |
जो चीज इस संसार मेँ न हो | अलौकिक |
जो बाह्य संसार के ज्ञान से अनभिज्ञ हो | अलोकज्ञ |
जिसे लाँघा न जा सके | अलंघनीय |
जिसकी तुलना न हो सके | अतुलनीय |
जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो | अनादि |
जिसकी सबसे पहले गणना की जाये | अग्रगण |
सभी जातियोँ से सम्बन्ध रखने वाला | अन्तर्जातीय |
जिसकी कोई उपमा न हो | अनुपम |
जिसका वर्णन न हो सके | अवर्णनीय |
जिसका खंडन न किया जा सके | अखंडनीय |
जिसे जाना न जा सके | अज्ञेय |
जो बहुत गहरा हो | अगाध |
जिसका चिँतन न किया जा सके | अचिँत्य |
जिसको काटा न जा सके | अकाट्य |
जिसको त्यागा न जा सके | अत्याज्य |
वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला मूल्य | अधिमूल्य |
अन्य से संबंध न रखने वाला/किसी एक मेँ ही आस्था रखने वाला | अनन्य |
जो बिना अन्तर के घटित हो | अनन्तर |
जिसका कोई घर (निकेत) न हो | अनिकेत |
कनिष्ठा (सबसे छोटी) और मध्यमा के बीच की उँगली | अनामिका |
मूलकथा मेँ आने वाला प्रसंग, लघु कथा | अंतःकथा |
जिसका निवारण न किया जा सके/जिसे करना आवश्यक हो | अनिवार्य |
जिसका विरोध न हुआ हो या न हो सके | अनिरुद्ध/अविरोधी |
जिसका किसी मेँ लगाव या प्रेम हो | अनुरक्त |
जो अनुग्रह (कृपा) से युक्त हो | अनुगृहीत |
जिस पर आक्रमण न किया गया हो | अनाक्रांत |
जिसका उत्तर न दिया गया हो | अनुत्तरित |
अनुकरण करने योग्य | अनुकरणीय |
जो कभी न आया हो (भविष्य) | अनागत |
जो श्रेष्ठ गुणोँ से युक्त न हो | अनार्य |
जिसकी अपेक्षा हो | अपेक्षित |
जो मापा न जा सके | अपरिमेय |
नीचे की ओर लाना या खीँचना | अपकर्ष |
जो सामने न हो | अप्रत्यक्ष/परोक्ष |
जिसकी आशा न की गई हो | अप्रत्याशित |
जो प्रमाण से सिद्ध न हो सके | अप्रमेय |
किसी काम के बार–बार करने के अनुभव वाला | अभ्यस्त |
किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा | अभीप्सा |
जो साहित्य कला आदि मेँ रस न ले | अरसिक |
जिसको प्राप्त न किया जा सके | अलभ्य |
जो कम जानता हो | अल्पज्ञ |
जो वध करने योग्य न हो | अवध्य |
जो विधि या कानून के विरुद्ध हो | अवैध |
जो भला–बुरा न समझता हो अथवा सोच–समझकर काम न करता हो | अविवेकी |
जिसका विभाजन न किया जा सके | अविभाज्य/अभाज्य |
जिसका विभाजन न किया गया हो | अविभक्त |
जिस पर विचार न किया गया हो | अविचारित |
जो कार्य अवश्य होने वाला हो | अवश्यंभावी |
जिसको व्यवहार मेँ न लाया गया हो | अव्यवहृत |
जो स्त्री सूर्य भी नहीँ देख पाती | असूर्यपश्या |
न हो सकने वाला कार्य आदि | अशक्य |
जो शोक करने योग्य नहीँ हो | अशोक्य |
जो कहने, सुनने, देखने मेँ लज्जापूर्ण, घिनौना हो | अश्लील |
जिस रोग का इलाज न किया जा सके | असाध्य रोग/लाइलाज |
जिससे पार न पाई जा सके | अपार |
बूढ़ा–सा दिखने वाला व्यक्ति | अधेड़ |
जिसका कोई मूल्य न हो | अमूल्य |
जो मृत्यु के समीप हो | आसन्नमृत्यु |
किसी बात पर बार–बार जोर देना | आग्रह |
वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो | आगतपतिका |
जिसकी भुजाएँ घुटनोँ तक लम्बी होँ | आजानुबाहु |
मृत्युपर्यन्त | आमरण |
जो अपने ऊपर निर्भर हो | आत्मनिर्भर/स्वावलंबी |
व्यर्थ का प्रदर्शन | आडम्बर |
पूरे जीवन तक | आजीवन |
अपनी हत्या स्वयं करना | आत्महत्या |
अपनी प्रशंसा स्वयं करने वाला | आत्मश्लाघी |
कोई ऐसी वस्तु बनाना जिसको पहले कोई न जानता हो | आविष्कार |
ईश्वर मेँ विश्वास रखने वाला | आस्तिक |
शीघ्र प्रसन्न होने वाला | आशुतोष |
विदेश से देश मेँ माल मँगाना | आयात |
सिर से पाँव तक | आपादमस्तक |
प्रारम्भ से लेकर अंत तक | आद्योपान्त |
अपनी हत्या स्वयं करने वाला | आत्मघाती |
जो अतिथि का सत्कार करता है | आतिथेय/मेजबान |
दूसरे के हित मेँ अपना जीवन त्याग देना | आत्मोत्सर्ग |
जो बहुत क्रूर व्यवहार करता हो | आततायी |
जिसका सम्बन्ध आत्मा से हो | आध्यात्मिक |
जिस पर हमला किया गया हो | आक्रांत |
जिसने हमला किया हो | आक्रांता |
जिसे सूँघा न जा सके | आघ्रेय |
जिसकी कोई आशा न की गई हो | आशातीत |
जो कभी निराश होना न जाने | आशावादी |
किसी नई चीज की खोज करने वाला | आविष्कारक |
जो गुण–दोष का विवेचन करता हो | आलोचक |
जो जन्म लेते ही गिर या मर गया हो | आजन्मपात |
वह कवि जो तत्काल कविता कर सके | आशुकवि |
पवित्र आचरण वाला | आचारपूत |
लेखक द्वारा स्वयं की लिखी गई जीवनी | आत्मकथा |
वह चीज जिसकी चाह हो | इच्छित |
किन्हीँ घटनाओँ का कालक्रम से किया गया वर्णन | इतिवृत्त |
इस लोक से संबंधित | इहलौकिक |
जो इन्द्र पर विजय प्राप्त कर चुका हो | इंद्रजीत |
माँ–बाप का अकेला लड़का | इकलौता |
जो इन्द्रियोँ से परे हो/जो इन्द्रियोँ के द्वारा ज्ञात न हो | इन्द्रियातीत |
दूसरे की उन्नति से जलना | ईर्ष्या |
उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा | ईशान/ईशान्य |
पर्वत की निचली समतल भूमि | उपत्यका |
दूसरे के खाने से बची वस्तु | उच्छिष्ट |
किसी भी नियम का पालन नहीँ करने वाला | उच्छृंखल |
वह पर्वत जहाँ से सूर्य और चन्द्रमा उदित होते माने जाते हैँ | उदयाचल |
जिसके ऊपर किसी का उपकार हो | उपकृत |
ऐसी जमीन जो अच्छी उत्पादक हो | उर्वरा |
जो छाती के बल चलता हो (साँप आदि) | उरग |
जिसने अपना ऋण पूरा चुका दिया हो | उऋण |
जिसका मन जगत से उचट गया हो | उदासीन |
जिसकी दोनोँ मेँ निष्ठा हो | उभयनिष्ठ |
ऊपर की ओर जाने वाला | उर्ध्वगामी |
नदी के निकलने का स्थान | उद्गम |
किसी वस्तु के निर्माण मेँ सहायक साधन | उपकरण |
जो उपासना के योग्य हो | उपास्य |
मरने के बाद सम्पत्ति का मालिक | उत्तराधिकारी/वारिस |
सूर्योदय की लालिमा | उषा |
जिसका ऊपर कथन किया गया हो | उपर्युक्त |
कुँए के पास का वह जल कुंड जिसमेँ पशु पानी पीते हैँ | उबारा |
छोटी–बड़ी वस्तुओँ को उठा ले जाने वाला | उठाईगिरा |
जिस भूमि मेँ कुछ भी पैदा न होता हो | ऊसर |
सूर्यास्त के समय दिखने वाली लालिमा | ऊषा |
विचारोँ का ऐसा प्रवाह जिससे कोई निष्कर्ष न निकले | ऊहापोह |
कई जगह से मिलाकर इकट्ठा किया हुआ | एकीकृत |
सांसारिक वस्तुओँ को प्राप्त करने की इच्छा | एषणा |
वह स्थिति जो अंतिक निर्णायक हो, निश्चित | एकांतिक |
जो व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर हो | ऐच्छिक |
इंद्रियोँ को भ्रमित करने वाला | ऐँद्रजालिक |
लकड़ी या पत्थर का बना पात्र जिसमेँ अन्न कूटा जाता है | ओखली |
साँप–बिच्छू के जहर या भूत–प्रेत के भय को मंत्रोँ से झाड़ने वाला | ओझा |
जो उपनिषदोँ से संबंधित हो | औपनिषदिक |
जो मात्र शिष्टाचार, व्यावहारिकता के लिए हो | औपचारिक |
विवाहिता पत्नी से उत्पन्न संतान | औरस |
Here you can find current affairs, daily updates of educational news and notification about upcoming posts.
Check This© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.