Please select date to view old current affairs.
तमिलनाडु और सौराष्ट्र को जोड़ने के लिए गुजरात में सोमनाथ, द्वारका और अन्य स्थानों पर 17 से 26 अप्रैल तक सौराष्ट्र तमिल संगम का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की। श्री मांडविया ने सौराष्ट्र तमिल संगम में पंजीकरण के लिए एक वेबसाइट का भी शुभारंभ किया।
तीसरा अंतरराष्ट्रीय लघु और मध्यम उद्यम सम्मेलन नई दिल्ली में शुरु हो गया है। सम्मेलन में, भारत के प्रमुख चार उदीयमान क्षेत्रों- स्वच्छ तकनीक और हरित ऊर्जा, विनिर्माण, सेवा क्षेत्र और कृषि खाद्य प्रसंस्करण तथा कृषि उपकरण क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। तीन दिन के इस सम्मेलन में पंद्रह सौ से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी है। सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, मध्यप्रदेश सरकार और उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में विश्व प्रसिद्ध डल झील में एरेटर कम डांसिंग फाउंटेन का उद्घाटन किया। डल झील की परिधि में छह समूहों में एरेटर कम डांसिंग फाउंटेन बनाए गए हैं। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर झील संरक्षण और प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 10 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरी की गई है, जिसका उद्देश्य पर्यटकों को आकर्षित करना और झील की सुंदरता और भव्यता को बढ़ाना है।
भारत की अध्यक्षता में श्रम-20 की दो दिन की बैठक पंजाब में अमृतसर में शुरू हुई। इसमें जी-20 देशों के श्रमिक संघों के प्रतिनिधि, विशेषज्ञ और श्रमिक नेता श्रम संबंधी मुद्दों के समाधान पर विचार विमर्श कर रहे हैं। सम्मेलन में देश के सबसे बडे श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ की भी भागीदारी है। श्रमिक-20 की यह प्रारंभिक बैठक महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विश्व समुदाय के समक्ष अपना पक्ष रखने का एक अवसर है। बैठक में सबके लिए सामाजिक सुरक्षा, श्रमिकों के अंतरराष्ट्रीय प्रवास, सामाजिक सुरक्षा निधि की पोर्टेबिलिटी, अनौपचारिक क्षेत्र के कामगारों के लिए सामाजिक संरक्षण, कौशल प्रशिक्षण और कौशल स्तरोन्नयन में नियोक्ताओं की भूमिका और उत्तरदायित्व के अलावा कर्मचारी तथा सरकार के संबंधों पर चर्चा होगी।
श्रीलंका के सेलान बैंक ने मुंबई में इंडियन बैंक में भारतीय मुद्रा में लेनदेन करने के लिए एक बैंक खाता खोला है। इससे दोनों देशों के बीच सीमापार का लेनदेन भारतीय रूपये में करने में आसानी होगी। श्रीलंकाई बैंक ने एक विज्ञप्ती में कहा है कि इससे स्थानीय उपभोक्ता भारतीय रूपये में लेनदने कर सकेंगे और अमरीकी डॉलर में लेनदेन करने की आवश्यकता समाप्त होगी। भारत सीमापार व्यापार के लिए रूपये के प्रयोग को बढ़ावा दे रहा है। इससे दोनों पक्ष विदेशी मुद्रा के संकट से निपट सकेंगे। इसी तरह से भारतीय बैंक भी श्रीलंका में ऐसे ही बैंक खाते खोल रहे हैं।
भारत और मालदीव ने 19 मार्च, 2023 को माले में चौथे डिफेंस को-ऑपरेशन डायलॉग (डीसीडी) यानी रक्षा सहयोग संवाद का आयोजन किया। इस संवाद की अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और उनके मालदीव के समकक्ष चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स, मालदीव्स नेशनल डिफेंस फोर्सेज मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल दोनों ने की। यह डीसीडी दोनों देशों के बीच सबसे बड़ा संस्थागत परस्पर संवादात्मक तंत्र है। दोनों सशस्त्र बलों के बीच भविष्य में संबंधों के निर्धारण में इसकी अहमियत को देखते हुए दोनों देश इन वार्ताओं को महत्व देते रहे हैं। संवाद के दौरान, वर्तमान में जारी रक्षा सहयोग से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा की गई और दोनों पक्षों ने बढ़ते जुड़ाव पर संतोष जाहिर किया।
पूर्वी अफ्रीकी दरार (East African Rift) एक भूगर्भीय विशेषता है जो 56 किलोमीटर तक फैली हुई है। यह पहली बार 2005 में इथियोपिया के रेगिस्तान में उभरी था। कहा जा रहा है कि यह एक नए महासागर के निर्माण और अफ्रीका को दो अलग-अलग भागों में विभाजित कर सकती है। हालांकि नई तटरेखाओं के उभरने से आर्थिक विकास के नए अवसर खुल सकते हैं, लेकिन इसके परिणाम भी होंगे जैसे लोगों की आवश्यक निकासी, जीवन की संभावित हानि और पर्यावरणीय प्रभाव इत्यादि। पूर्वी अफ्रीकी दरार एक अनूठी भूवैज्ञानिक विशेषता है जो पूर्वी अफ्रीका से लाल सागर से मोज़ाम्बिक तक चलती है। यह दरार तीन टेक्टोनिक प्लेटों के विचलन के कारण आई है, यह प्लेट्स हैं – न्युबियन प्लेट, सोमाली प्लेट और अरेबियन प्लेट। ये प्लेटें एक-दूसरे से दूर खींच रही हैं, तनाव पैदा कर रही हैं जिसके परिणामस्वरूप रिफ्ट का निर्माण होता है। पूर्वी अफ्रीकी दरार एक आकर्षक भूवैज्ञानिक चमत्कार है जिसने दुनिया भर के वैज्ञानिकों और भूवैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है।
गुजरात, एशियाई शेर का घर है, जो दुनिया में सबसे दुर्लभ और सबसे लुप्तप्राय बड़ी बिल्ली प्रजातियों में से एक है। गुजरात में एशियाई शेरों की आबादी गिर वन राष्ट्रीय उद्यान (Gir Forest National Park) में केंद्रित है, जो इस प्रजाति का एकमात्र शेष निवास स्थान है। शेरों की आबादी के अस्तित्व और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, राज्य सरकार 40 एशियाई शेरों को बरदा वन्यजीव अभयारण्य (Barda Wildlife Sanctuary) में स्थानांतरित करने की योजना बना रही है, जो गिर वन राष्ट्रीय उद्यान से 100 किमी दूर स्थित है।
असम, अपने प्रीमियम चाय उत्पादन के लिए जाना जाता है, भारत में अग्रणी चाय उत्पादक राज्यों में से एक है। हालाँकि, असम में चाय उद्योग लंबे समय से वित्तीय संकट से जूझ रहा है, जिसने चाय श्रमिकों की आजीविका को प्रभावित किया है। चाय उद्योग को राहत देने के लिए असम सरकार ने असम चाय उद्योग विशेष प्रोत्साहन योजना (Assam Tea Industries Special Incentives Scheme – ATISIS) शुरू की है। यह योजना पारंपरिक चाय या विशेष चाय के उत्पादन के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जो मुख्य रूप से निर्यात उद्देश्यों के लिए हैं। बजट के दौरान, राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए।
राजस्थान के करौली जिले में कैला देवी शक्तिपीठ में लक्खी मेला शुरू हो गया है। इसे कैलादेवी चैत्र मेले के नाम से भी जाना जाता है। चैत्र बड़ी के 12वें दिन से शुरु होने वाला यह मेला पन्द्रह दिन तक चलता है। मेले के दौरान पूरे इलाके में भक्तिमय माहौल रहता है। चार अप्रैल तक चलने वाले इस मेले में 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। इसमें अन्य समुदायों के लोगों की भी सहभागिता के कारण यह मेला महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें शिल्प कौशल, दस्तकारी, धातु उत्पाद, जनजातीय टोपी, चांदी के आभूषण, शीशे की कारीगरी, हाथ की बुनाई और कढ़ाई वाले वस्त्र आदि का भी प्रदर्शन किया जाता है। मेले में सांस्कृतिक और कुश्ती कार्यक्रम भी होते हैं।
भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मत्स्य पालन विभाग और राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड के साथ-साथ मत्स्य पालन विभाग, कर्नाटक सरकार, गोवा सरकार, भारतीय तट रक्षक, भारतीय मत्स्य सर्वेक्षण और मछुआरों के प्रतिनिधि सागर परिक्रमा चरण IV मना रहे हैं, जो गोवा के मोरमुगाओ बंदरगाह से 17 मार्च 2023 को आरंभ हुआ। 'सागर परिक्रमा' का पहला चरण गुजरात में आयोजित किया गया था, जो 5 मार्च 2022 को मांडवी से शुरू हुआ और 6 मार्च 2022 को पोरबंदर, गुजरात में समाप्त हुआ। दूसरे चरण के रूप में सागर परिक्रमा 22 सितंबर 2022 को मंगरोल से वेरावल तक शुरू हुआ और 23 सितंबर 2022 को मूल द्वारका से मधवाड तक मूल द्वारका में समाप्त हुआ। सागर परिक्रमा' का तीसरा चरण 19 फरवरी 2023 को सूरत, गुजरात से शुरू हुआ और 21 फरवरी 2023 को सासन डॉक, मुंबई में समाप्त हुआ। 'सागर परिक्रमा' का चौथा चरण 17 मार्च 2023 को मोरमुगाओ बंदरगाह, गोवा से शुरू हुआ और 19 मार्च 2023 को मैंगलोर में समाप्त होगा। सागर परिक्रमा कार्यक्रम सरकार की दूरगामी नीतिगत रणनीति को दर्शाता है, जो मछुआरों और मत्स्य किसानों के साथ सीधे बातचीत करता है, जिससे तटीय क्षेत्रों और मछुआरों से संबंधित समस्याओं को समझा जा सके। सागर परिक्रमा कार्यक्रम के तीनों चरणों में मछुआरों के विकास की रणनीति में व्यापक बदलाव हुए हैं और मछुआरों की समस्याओं को समझने में गहरी अंतर्दृष्टि प्राप्त हुई है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपनी अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में एक और उपलब्धि हासिल की है। अंतरिक्ष एजेंसी ने घोषणा की कि चंद्रयान -3 (Chandrayaan-3) अंतरिक्ष यान ने महत्वपूर्ण परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है जो इसके प्रक्षेपण के दौरान कठोर ध्वनिक और कंपन स्थितियों को सहन करने की क्षमता की पुष्टि करता है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि मिशन को जून 2023 में निर्धारित प्रक्षेपण के एक कदम और करीब लाती है। 2008 में चंद्रयान -1 और 2019 में चंद्रयान -2 मिशन के बाद चंद्रयान -3 भारत का तीसरा चंद्र अन्वेषण मिशन है। चंद्रयान -3 मिशन का प्राथमिक उद्देश्य चंद्र सतह पर एक सॉफ्ट लैंडिंग प्रदर्शित करना है, जिसे चंद्रयान-2 मिशन में प्राप्त नहीं किया गया था। इस अंतरिक्ष यान में एक लैंडर, रोवर और प्रणोदन मॉड्यूल शामिल होगा जो संचार रिले उपग्रह के रूप में कार्य करेगा। प्रणोदन मॉड्यूल लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन को 100 किमी चंद्र कक्षा में ले जाएगा। एक बार चंद्र की कक्षा में पहुंचने के बाद, लैंडर और रोवर प्रणोदन मॉड्यूल से अलग हो जाएंगे और चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेंगे। इसके बाद लैंडर और रोवर चांद की सतह पर वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे।
ओडिशा के बालासोर ज़िले में चाँदीपुर और बलरामगढ़ी तट पर विनाशकारी मत्स्यन प्रथाओं के कारण हॉर्सशू क्रैब, औषधीय रूप से अमूल्य एवं पृथ्वी पर सबसे पुराने जीवित प्राणियों में से एक, अपने परिचित प्रजनन स्थल से गायब हो रहे हैं। भारत में हॉर्सशू क्रैब की दो प्रजातियाँ हैं- तटीय हॉर्सशू क्रैब (टैचीप्लस गिगास), मैंग्रोव हॉर्सशू क्रैब (कार्सिनोस्कॉर्पियस रोटुंडिकाउडा)। साथ ही इनकी सघनता ओडिशा में पाई जाती है। ये दोनों प्रजातियाँ अभी IUCN की रेड लिस्ट में सूचीबद्ध नहीं हैं, लेकिन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची 4 का हिस्सा हैं। हॉर्सशू क्रैब का खून तेज़ी से नैदानिक अभिकर्मक तैयार करने हेतु बहुत महत्त्वपूर्ण है। सभी इंजेक्टेबल और दवाओं की जाँच हॉर्सशू क्रैब की मदद से की जाती है। हॉर्सशू क्रैब के अभिकर्मक से एक अणु विकसित किया गया है जो गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करने वाली बीमारी प्री-एक्लेमप्सिया के इलाज में मदद करेगा। पुरापाषाणकालीन अध्ययन के अनुसार, हॉर्सशू क्रैब की आयु 450 मिलियन वर्ष है। यह प्राणी अपनी मज़बूत प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण बिना किसी रूपात्मक परिवर्तन के पृथ्वी पर जीवित रहता है।
क्षमता निर्माण हेतु पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण आउटरीच (REACHOUT) नामक एक अम्ब्रेला स्कीम कार्यान्वित की जा रही है। इसमें निम्नलिखित उप-योजनाएँ सम्मिलित हैं:
भारतीय नौसेना और रॉयल सऊदी नौसेना ने हाल ही में मुंबई में मुलाकात की, और आगामी संयुक्त नौसैनिक अभ्यास ‘अल-मोहद-अल हिंदी -23’ की तैयारियों को अंतिम रूप दिया, जो मई 2023 में जुबैल, सऊदी अरब में आयोजित किया जायेगा। अगस्त 2021 में पहले अभ्यास के बाद दोनों देशों के बीच यह इस तरह का दूसरा अभ्यास है। इस अभ्यास का उद्देश्य सामरिक युद्धाभ्यास, खोज और बचाव अभियान और एक इलेक्ट्रॉनिक युद्धक ड्रिल का संचालन करके दो नौसेना बलों के बीच अंतःक्रियाशीलता को बढ़ाना है। यह दोनों देशों को अपने सैन्य संबंधों को मजबूत करने और उनकी नौसेनाओं के बीच सहयोग को गहरा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की कि अग्निवीरों को CISF (Central Industrial Security Force) की भर्ती में 10% आरक्षण दिया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही भारत सरकार ने अग्निवीर के तौर पर सेवाएं देने वाले युवाओं को BSF में 10% आरक्षण देने की घोषणा की थी। इसके अलावा BSF में भर्ती होने के लिए अग्निवीरों को शारीरिक परीक्षण से भी छूट दी जाएगी।
टेनिस में, भारत के रोहन बोपन्ना और ऑस्ट्रेलिया के मेथ्यू एब्डेन ने इंडियन वेल्स टूर्नामेंट में पुरूष डबल्स का खिताब जीत लिया है। अमरीका के कैलिफोर्निया में हुए फाइनल में, इस जोड़ी ने हॉलैंड के कूलहॉफ और ब्रिटेन के नील स्कूप्स्की को 6-3, 2-6, 10-8 से हराया। बोपन्ना और एब्डेन ने कल सेमीफाइनल में अमरीका के जैक सॉक और जॉन इसनर को 7-6, 7-6 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।
सेंट पैट्रिक दिवस 17 मार्च को मनाया जाने वाला वार्षिक अवकाश है। यह एक सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव है जो आयरलैंड के संरक्षक संत सेंट पैट्रिक की पुण्यतिथि का प्रतीक है। यह छुट्टी आयरिश विरासत और संस्कृति का एक वैश्विक उत्सव बन गई है। सेंट पैट्रिक एक ईसाई मिशनरी थे जो 5वीं शताब्दी में आयरलैंड में ईसाई धर्म लेकर आए थे। वह आयरिश लोगों को होली ट्रिनिटी समझाने के लिए शेमरॉक, तीन पत्ती वाले पौधे का उपयोग करने के लिए जाने जाते हैं। समय के साथ, सेंट पैट्रिक आयरलैंड के संरक्षक संत बन गए और उनका पर्व दिवस, 17 मार्च, आयरिश कैथोलिकों के लिए एक पवित्र दिन बन गया।
गूगल ने डूडल के माध्यम से मेक्सिको के महान वैज्ञानिक मारियो मोलिना (Mario Molina) को सम्मानित किया है। उन्हें प्रमुख रूप से ओजोन परत के संरक्षक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने ही ओजोन परत के क्षरण और इसके प्रभावों के बारे में दुनिया को अवगत करवाया। यह डूडल इस क्षेत्र में उनके योगदान को भी रेखांकित करता है, जिसमें ‘Google’ के एक ‘O’ को O3 लिखा गया है, जो ओजोन की आणविक संरचना है, जबकि दूसरे ‘O’ को सूर्य की तस्वीर से बदल दिया गया है। ‘Google’ शब्द रात के आकाश की पृष्ठभूमि पर लिखा गया है, चित्र में पृथ्वी और ओजोन परत को भी दर्शाया गया है।
© 2023 RajasthanGyan All Rights Reserved.