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नई दिल्ली में 11 जुलाई को बिम्सटेक (BIMSTEC) विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। यह बैठक दो दिन चलेगी। इसमें श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान के विदेश मंत्री शामिल हो रहे हैं। BIMSTEC में शामिल होने के लिए थाईलैंड के विदेश मंत्री मारिस सांगियाम्पोंगसा और भूटान के विदेश मंत्री डी. एन. धुंग्येल दिल्ली पहुंचे हैं। इस बैठक में सुरक्षा, दूरसंचार, व्यापार और आपसी सहयोग पर बातचीत होगी। BIMSTEC का पूरा नाम बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन है। यह बंगाल की खाड़ी से सटे हुए देशों का एक क्षेत्रीय संगठन है। इसमें सात देश शामिल हैं और पाकिस्तान को इससे अलग रखा गया है। इसे बैंकॉक डिक्लेरेशन के तहत 1997 में बनाया गया था। शुरुआत में इसमें चार देश थे और इसे BIST-EC यानी बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका और थाईलैंड आर्थिक सहयोग संगठन कहा जाता था। 22 दिसंबर 1997 में म्यांमार को शामिल करने के बाद इसका नाम BIMST-EC हो गया था। 2004 में भूटान और नेपाल को इसमें शामिल किया गया तो इसका नाम BIMSTEC हो गया।
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (CSC) की 8वीं उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (DNSA) स्तर की बैठक 10 जुलाई, 2024 को मॉरीशस द्वारा वर्चुअली आयोजित की गई। भारत, मॉरीशस, मालदीव और श्रीलंका ने बांग्लादेश का CSC के 5वें सदस्य के रूप में स्वागत किया। कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन एक क्षेत्रीय सुरक्षा समूह है। इसे 2011 में एक त्रिपक्षीय हिंद महासागर समुद्री सुरक्षा समूह के रूप में गठित किया गया था जिसके सदस्य भारत, श्रीलंका और मालदीव थे। शुरुआत में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन को 3 सदस्यों द्वारा शुरू किया था लेकिन 2021 में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन ने अपनी सदस्यता और इसके दायरे दोनों का विस्तार किया। चौथे सदस्य के रूप में मॉरीशस शामिल किया गया। वर्तमान में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में 5 सदस्य और 1 प्रेक्षक देश शामिल हैं।
भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी द्विवार्षिक बहुराष्ट्रीय अभ्यास पिच ब्लैक में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंची। रात्रि उड़ान पर केंद्रित यह अभ्यास 2 अगस्त तक चलेगा। इस अभ्यास में 20 देशों की वायु सेनाओं के एक सौ चालीस से अधिक विमान और चार हजार 4 सौ वायुसेना कर्मी भाग लेगें। भारतीय टुकड़ी में पायलट, इंजीनियर, तकनीशियन और विशेषज्ञ सहित एक सौ पचास से अधिक कुशल वायुसेना कर्मी शामिल हैं। अभ्यास में भारतीय वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर और आईएल-78 हवा में ईंधन भरने वाले विमानों के के अलावा सुखोई-30 एमकेआई मल्टीरोल लड़ाकू विमानों को शामिल किया गया है।
नागालैंड को बागवानी में प्रतिष्ठित कृषि नेतृत्व पुरस्कार 2024 के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चुना गया है। यह पुरस्कार राज्य को बागवानी विकास के लिए नवीन कार्यक्रमों और नीतियों को शुरू करने में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया गया, जिसने बड़ी संख्या में किसानों और ग्रामीण लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। नागालैंड की महिला संसाधन विकास और बागवानी मंत्री सलहौतुओनुओ क्रूस ने नई दिल्ली में 15वें एग्रीकल्चर लीडरशिप कॉन्क्लेव में ये पुरस्कार प्राप्त किया। इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और कृषि तथा किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे।
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) की एक ऑफिसर को लिंग परिवर्तन करने की मंजूरी दे दी है। इस डिसीजन के बाद मिस एम. अनुसूया को भविष्य में मिस्टर एम. अनुकाथिर सूर्या के नाम से जाना जाएगा। वित्त मंत्रालय के आदेश के अनुसार, IRS ऑफिसर एम अनुसूया ने सरकार के पास अपने लिंग परिवर्तन की याचिका दाखिल की थी। वे महिला से पुरुष बनना चाहती थीं। वे हैदराबाद में केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सीमा शुल्क और सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (CESTAT) की क्षेत्रीय बेंच में ज्वाइंट कमिश्नर के रूप में तैनात हैं। वे 2013 बैच की IRS ऑफिसर हैं। यह केस राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के करीब 10 साल बाद सामने आया है, जिसमें तीसरे लिंग को मान्यता दी गई थी। इसी फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने थर्ड जेंडर को मान्यता देते हुए कहा था कि जेंडर आईडेंटिटी व्यक्तिगत पसंद है। 15 अप्रैल 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में कहा है कि सेक्सुअल ओरिएंटेशन का मतलब किसी व्यक्ति के स्थायी शारीरिक, रोमांटिक और भावनात्मक आकर्षण से है। ऐसी कोई वजह नहीं है कि ट्रांसजेंडर को मूलभूत अधिकारों से वंचित रखा जाए, जिसमें सम्मान के साथ जीवन और आजादी का अधिकार, निजता, व्यक्ति स्वतंत्रता, शिक्षा, हिंसा और शोषण के खिलाफ अधिकार शामिल हैं।
10 जुलाई को उत्तर प्रदेश के वन विभाग ने लेटेस्ट अपडेट जारी किया है। इसमें बताया गया है कि 2024 ग्रीष्मकालीन जनगणना के आंकड़ों के अनुसार राज्य पक्षी, सारस की कुल आबादी राज्य में बढ़कर 19,918 हो गई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल 396 सारस पक्षी की वृद्धि हुई है। राज्य में 10,000 नागरिकों की मदद से वन विभाग द्वारा ग्रीष्मकालीन जनगणना आयोजित की गई थी। समय के साथ, राज्य में सारस पक्षी की आबादी में लगातार वृद्धि हुई है। 2021 में राज्य में 17,329 सारस की गिनती हुई थी, जो 2022 में बढ़कर 19,188 2023 में 19,522 और 2024 में 19,918 हो गई। 10 वर्षों में पहली बार, राज्य के मऊ वन प्रभाग में छह सारस पक्षी गिने गए। सारस पक्षी की सबसे अधिक संख्या, 3289, इटावा वन प्रभाग में देखी गई थी। इटावा वन प्रभाग के बाद सबसे ज्यादा सारस पक्षी मैनपुरी वन प्रभाग (2,945) में देखी गई है। पक्षियों की गणना उत्तर प्रदेश के वन क्षेत्र में की जाती है न कि निजी भूमि पर जहां पर भी ये पक्षी अक्सर पाए जाते हैं। सारस पक्षी को 2014 में उत्तर प्रदेश का राज्य पक्षी घोषित किया गया था। यह दुनिया का सबसे ऊंचा पक्षी है जो उड़ सकता है। ये आर्द्रभूमि क्षेत्र में घोंसला बनाते हैं। यह पक्षी वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची IV में शामिल है।
ब्रिटेन की संसद में 10 जुलाई को भारतीय मूल की सांसद शिवानी राजा ने भगवद गीता पर हाथ रख कर सांसद पद की शपथ ली। उन्होंने ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी से लीस्टर ईस्ट सीट से जीत दर्ज की है। लीस्टर ईस्ट को लेबर पार्टी का गढ़ माना जाता है। शिवानी ने यहां 37 साल बाद कंजर्वेटिव पार्टी को जीत दिलाई है। शिवानी ब्रिटेन की सबसे यंग सांसदों में से एक है और अभी 27 साल की हैं। शिवानी के माता-पिता 1970 के दशक में गुजरात से लंदन गए थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में परिवार नियोजन के लिए सुगम मॉडल पहल का अनावरण किया। सुगम मॉडल को माँ और बच्चे की भलाई के लिए गर्भधारण के स्वस्थ समय और अंतराल के लिए डिज़ाइन किया गया है। विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभागों के साथ एक वर्चुअल बैठक में श्री नड्डा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आज का दिन भारत में परिवार नियोजन के अतीत, वर्तमान और भविष्य का आत्मनिरीक्षण करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि आगामी रणनीतियों को राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों के साथ लागू किया जाना चाहिए और उच्च जनसंख्या दर वाले राज्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
पहला मालवाहक जहाज सैन फर्नांडो केरल के तिरूवनंतपुरम में विझिंजम बंदरगाह पर पहुंचा। इस जहाज के बंदरगाह पर पहुंचने से राज्य में महत्वपूर्ण आर्थिक विकास की पहलों को बढ़ावा मिलेगा और लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी होगी। चीन के ज़ियामेन बंदरगाह से रवाना हुए ‘सैन फर्नांडो’ का जल सलामी के साथ स्वागत किया गया। जहाज का आगमन बंदरगाह पर परीक्षण संचालन की शुरूआत है। मालवाहक जहाज सैन फर्नांडो एक हजार से ज्यादा कंटेनर लेकर विझिनजाम बंदरगाह पहुंचा। सैन फर्नांडो जहाज का विझिनजाम बंदरगाह पहुंचना परीक्षण संचालन का हिस्सा है और आधिकारिक रूप से इस बंदरगाह के इस साल सितंबर अक्तूबर में शुरू होने की उम्मीद है। विझिनजाम बंदरगाह देश का पहला अर्द्ध-स्वचालित (सेमी-ऑटोमैटिक) बंदरगाह है, जिसका निर्माण अदाणी समूह की कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनोमिक जोन लिमिटेड द्वारा किया गया है। इस प्रोजेक्ट को लेकर केरल सरकार और अदाणी पोर्ट्स कंपनी के बीच एक समझौता हुआ था, जिसके बाद इस प्रोजेक्ट को 5 दिसंबर 2015 को अदाणी पोर्ट्स को दिया गया था। इस बंदरगाह के निर्माण के लिए कुल 8,867 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जिनमें से 5,595 करोड़ रुपये केरल सरकार ने दिए और केंद्र सरकार ने 818 करोड़ रुपये आवंटित किए। विझिनजाम बंदरगाह का निर्माण निजी-सार्वजनिक साझेदारी के आधार पर किया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत समावेशी विकास और सतत विकास के ब्रिक्स के एजेंडे को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। लोकसभा अध्यक्ष रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में 10वें ब्रिक्स संसदीय फोरम में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। बैठक के पहले पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि देश में हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में लगभग 65 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि लोकसभा ने उन्हें लगातार दूसरी बार अध्यक्ष पद के लिए चुना। ब्रिक्स संसदीय फारेम में चार नए सदस्यों के रूप में – मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का स्वागत करते हुए, श्री बिरला ने संगठन में नए सदस्यों को शामिल करने के लिए रूस की अध्यक्षता की सराहना की।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजधानी के राष्ट्रीय संग्रहालय में “थाईलैंड-भारत इंटरवॉवन लिगेसीज़: स्ट्रीम ऑफ फेथ इन बौद्धिज्म” फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी का आयोजन भारत और थाईलैंड के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें भगवान बुद्ध की विभिन्न तस्वीरें शामिल हैं। इस अवसर पर श्री शेखावत ने कहा कि प्रदर्शनी भगवान बुद्ध और उनके शांति और करुणा के संदेश के प्रति थाई समुदाय की गहरी भक्ति और श्रद्धा को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भारत और थाईलैंड ने लंबे समय से ऐसे कार्यक्रमों की मेजबानी की है जिसने उनके सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा दिया है। इस अवसर पर थाईलैंड के विदेश मंत्री मैरिस सांगियामपोंगसा ने भगवान बुद्ध की विरासत का सम्मान करने का अवसर देने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद किया। 25 दिन तक चलने वाली यह प्रदर्शनी थाईलैंड के राजा महा वजिरालोंगकोर्न की छठी साइकिल जन्मदिन वर्षगांठ के अवसर पर मनाई जा रही है। प्रदर्शनी का समापन चार अगस्त को होगा।
चारधाम तीर्थयात्री अब ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल पर अपना आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता- आभा बना सकते हैं। उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल से यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की एक साथ यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य मापदंडों की निगरानी में मदद मिलेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल तीर्थयात्रियों को आभा सहित कई लाभ प्रदान करता है। तीर्थयात्री पोर्टल पर आसानी से अपना 14-अंकीय आभा खाता बना सकते हैं। अब तक, 65 करोड़ से अधिक आभा खाते बनाए जा चुके हैं। आभा के कई लाभ हैं, जिनमें नागरिकों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड का संग्रह और प्रबंधन शामिल है।
हर साल 11 जुलाई को दुनिया भर में वर्ल्ड पॉपुलेशन डे मनाया जाता है। यह दिन पॉपुलेशन के बढ़ने के पर्यावरण और विकास पर पड़ने वाले प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सेलिब्रेट किया जाता है। वर्ल्ड पॉपुलेशन डे की स्थापना 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के तहत की गई थी। 11 जुलाई, 1987 को यूनाइटेड नेशन्स ने आधिकारिक तौर वर्ल्ड पॉपुलेशन को पांच अरब से अधिक घोषित किया था। इस पर वर्ल्ड बैंक के एक सीनियर डेमोग्राफर डॉ. के.सी. जकारिया ने इस दिन को हर साल सेलिब्रेट करने का सुझाव दिया। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने 11 जुलाई को वर्ल्ड पॉपुलेशन डे के रूप में मनाने का फैसला किया। पहली बार वर्ल्ड पॉपुलेशन डे 11 जुलाई, 1990 को मनाया गया। बाद में, यूनाइटेड नेशन्स जनरल एसेंबली ने 11 जुलाई को वर्ल्ड पॉपुलेशन डे घोषित करने के लिए दिसंबर 1990 में एक प्रस्ताव पारित किया। अप्रैल 2023 में भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया। इसके बाद चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और इंडोनेशिया का नंबर आता है। वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे कम आबादी वाला देश है, जिसकी अनुमानित आबादी 2024 में 526 है।
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