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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल प्रदान किया गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने श्री मोदी को यह सम्मान दिया। यह पुरस्कार, रूस और भारत के बीच एक विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी विकसित करने और दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री मोदी के विशिष्ट योगदान को मान्यता देता है। 1698 में जार पीटर द ग्रेट द्वारा रूस के पहले देवदूत और संरक्षक संत, सेंट एंड्रयू के सम्मान में यह पुरस्कार शुरू किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉस्को में ऑल रश्यिन प्रदर्शनी केंद्र का दौरा किया। उनके साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी थे। दोनों नेताओं ने प्रदर्शनी केंद्र में रोसाटॉम पवेलियन का दौरा किया। श्री मोदी ने असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग पर एक फोटो प्रदर्शनी देखी। श्री मोदी “परमाणु सिम्फनी” भी गये जो वी वी ई आर-1000 रिएक्टर का एक स्थायी कामकाजी मॉडल है और भारत में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र का प्रमुख केन्द्र है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय और रूसी छात्रों के एक समूह के साथ बातचीत भी की। उन्होंने छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं के लिए प्रोत्साहित किया। रोसाटॉम मंडप वैज्ञानिक और तकनीकी विकास के इतिहास पर सबसे बड़ी प्रदर्शनियों में से एक है। इसका उद्घाटन पिछले वर्ष नवंबर 2023 में किया गया था।
भारत और रूस 2030 तक व्यापार लक्ष्य एक सौ अरब डॉलर निर्धारित करने पर सहमत हो गये हैं। दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन, कार्टोग्राफी, ध्रुवीय अनुसंधान, निवेश, व्यापार और फार्मा के क्षेत्रों में समझौता ज्ञापन शामिल हैं। भारत और रूस ने प्रसार भारती और टीवी नोवोस्ती के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग पर भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच वार्ता आर्थिक सहयोग पर केंद्रित रही। इसमें दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र, बड़े पैमाने पर व्यापार, पूंजी संबंध, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग, रक्षा और सुरक्षा से सम्बद्ध अधिकारी भी शामिल थे। श्री क्वात्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने रूस सेना में गुमराह किये गये भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि रूसी पक्ष ने सभी भारतीय नागरिकों को रूसी सेना की सेवा से शीघ्र छुट्टी देने का वादा किया है। विदेश सचिव ने कहा कि दोनों नेताओं ने नए प्रस्तावित पूर्वी गलियारे के बारे में बात की, जिसे चेन्नई-व्लादिवोस्तोक पूर्वी गलियारा कहा जाता है।
एचसीएल टेक की अध्यक्ष रोशनी नादर मल्होत्रा को फ्रांस ने देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'शेवेलियर डे ला लीजन डी होनूर' (नाइट ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर) से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार व्यापार जगत में उनके योगदान के लिए दिया गया। रोशनी नादर को फ्रांस और भारत के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक और पर्यावरणीय कारणों के लिए उनकी प्रतिबद्धता के कारण यह पुरस्कार दिया गया। एचसीएल टेक्नोलॉजीज की अध्यक्ष रोशनी नादर मल्होत्रा भारत की टॉप आईटी कंपनियों में से एक का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं। वह एचसीएल के संस्थापक और अरबपति व्यवसायी शिव नादर की इकलौती संतान हैं। 2019 में, वह फोर्ब्स वर्ल्ड की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 54वें स्थान पर रहीं। वहीं आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट (2019) के अनुसार, रोशनी भारत की सबसे अमीर महिला हैं।
संयुक्त राष्ट्र निकाय विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2014 से 2023 तक भारत ने इस चर्चित तकनीक के बारे में केवल 1,350 पेटेंट दायर किए हैं, जो पेटेंट किए गए GenAI आविष्कारों की कुल संख्या के मामले में चीन (38,210), अमेरिका (6,276), कोरिया गणराज्य (4,155) और जापान (3,409) के बाद पांचवें स्थान पर है। प्रकाशित GenAI पेटेंट की संख्या के मामले में भारत ने यूके (714 पेटेंट के साथ छठे स्थान पर) और जर्मनी (708) को भी पीछे छोड़ दिया है। चीनी कंपनियों टेनसेंट, पिंग एन इंश्योरेंस ग्रुप और बायडू ने पिछले 10 सालों में सबसे ज़्यादा GenAI पेटेंट प्रकाशित किए हैं।
प्रोफेसर डॉ. सौम्या स्वामीनाथन को राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में प्रधान सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के प्रधान सलाहकार के रूप में, प्रो. स्वामीनाथन कार्यक्रम के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समग्र रणनीति पर तकनीकी सलाह और आवश्यक पाठ्यक्रम सुधार का सुझाव देंगे। प्रो. स्वामीनाथन विश्व स्वास्थ्य संगठन के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक थे और पहले भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक के रूप में भी काम कर चुके हैं।
फिलीपींस और जापान ने अपने सुरक्षा संबंधों में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जो उनके सैन्य बलों को एक-दूसरे के देशों में अधिक आसानी से प्रवेश करने की अनुमति देता है। यह ऐसे समय में हुआ है जब हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चिंताएँ बढ़ रही हैं। फिलीपींस के साथ रक्षा समझौता जापान द्वारा एशिया में किया गया पहला समझौता है। जापान ने 2022 में ऑस्ट्रेलिया और 2023 में ब्रिटेन के साथ इसी तरह के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा के नेतृत्व में, जापानी सरकार ने अपनी सुरक्षा और रक्षात्मक मारक क्षमता को बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं, जिसमें एक जवाबी हमला क्षमता भी शामिल है जो उत्तर कोरिया और चीन की बढ़ती आक्रामकता के खतरों के बीच जापान के युद्ध के बाद के सिद्धांत से हटकर केवल आत्मरक्षा पर ध्यान केंद्रित करती है। यह अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत करने और जापान को संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश बनाने के लिए 2027 तक पांच साल की अवधि में रक्षा खर्च को दोगुना कर रहा है।
केंद्र ने खालिस्तान समर्थक समूह ‘सिख फॉर जस्टिस‘ पर प्रतिबंध पांच साल के लिए बढ़ा दिया है। यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के अन्तर्गत की गई है। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह संगठन ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहा है जो देश की अखंडता और सुरक्षा के लिए खतरा हैं। सिख फॉर जस्टिस अमरीका-आधारित समूह है और इसे गुरपतवंत सिंह पन्नू संचालित करता है। पन्नू को भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ कई मामले दर्ज किए हैं।
दक्षिण चीन सागर में चीन की लगातार ताकत दिखाने और हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में अपनी रणनीतिक पैठ बढ़ाने के बीच भारत इस साल बंगाल की खाड़ी में अन्य 'क्वाड' देशों, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ शीर्ष स्तरीय मालाबार नौसैनिक अभ्यास की मेजबानी करेगा। मालाबार अभ्यास का 28वां संस्करण, जिसमें उन्नत पनडुब्बी रोधी युद्ध पर प्रमुख ध्यान दिया जाएगा, अक्टूबर में भारत के पूर्वी समुद्री तट पर आयोजित किया जाएगा ताकि चारों देशों के बीच सैन्य अंतर-संचालन को और बढ़ाया जा सके।
टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश में ‘घर घर सोलर’ पहल की शुरुआत की है, जिसकी शुरुआत वाराणसी से हुई है। इसका उद्देश्य छत पर सौर ऊर्जा समाधान के माध्यम से हर घर को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना है। इस पहल से निवासियों को पर्याप्त वित्तीय बचत और पर्यावरणीय लाभ मिलने का वादा किया गया है। निवासी छत पर सौर ऊर्जा लगाने पर अधिकतम 1,08,000 रुपये तक की सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी शामिल है। टाटा पावर सोलर उच्च दक्षता और स्थायित्व के लिए द्विमुखी मॉड्यूल के साथ अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करता है। लचीले वित्तपोषण विकल्प और त्वरित टर्नअराउंड समय सौर ऊर्जा को परेशानी मुक्त अपनाने को सुनिश्चित करते हैं।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने सचिव श्री राजेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में दो महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर करके दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। पहला समझौता ज्ञापन “डीईपीडब्ल्यूडी” और “‘इनेबल मी’ एक्सेस एसोसिएशन (ईएमए)” के बीच संपन्न हुआ। दूसरा समझौता ज्ञापन भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र (आईएसएलआरटीसी) और यूनीकी के बीच किया गया। ‘इनेबल मी’ एक्सेस एसोसिएशन के साथ हुए समझौता ज्ञापन में दो उन्नत सुगम्यता संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रमों का शुभारंभ शामिल है। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के पैनल एक्सेसिबिलिटी ऑडिटरों और इंजीनियरों के लिए होंगे। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य भारतीय सुगम्यता संबंधी मानकों का उपयोग करके यूनिवर्सल डिजाइन के बारे में प्रशिक्षण प्रदान करना और इन मानकों के ज्ञान के प्रसार के लिए एकीकृत उपकरण बनाना, डीईपीडब्ल्यूडी द्वारा चिन्हित किए गए विभिन्न समूहों को भारतीय सुगम्यता मानकों के बारे में संयुक्त प्रशिक्षण प्रदान करना, सुगम्यता संबंधी शिक्षा के लिए एक सॉफ्टवेयर टूल विकसित करना, सुगम्य भारत अभियान 2.0 का समर्थन करने तथा आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम-2016 एवं अन्य अनिवार्य दिशानिर्देशों को कमजोर करने वाली नीतियों को रेखांकित करने व उन्हें सुधारने में डीईपीडब्ल्यूडी की सहायता करना है। आईएसएलआरटीसी और यूनिकी के बीच हुए समझौता ज्ञापन का प्राथमिक उद्देश्य बधिर समुदाय और उनके युवाओं को मुफ्त एवं सुलभ कौशल प्रदान करना है। इस कौशल ज्ञान के साथ, बधिर युवा अपने करियर को आगे बढ़ाने, उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां पाने और अपनी वर्तमान नौकरियों में पदोन्नति हासिल करने में सक्षम होंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक ने जानकारी देते हुए बताया है कि पिछले वित्त वर्ष में भारत में 46.7 मिलियन नौकरियां और मिली हैं। हालांकि यह आंकड़ा निजी सर्वेक्षणों की संख्या से कहीं ज्यादा है, जिनमें उच्च बेरोजगारी दर की बात कही गई थी। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक उद्योग स्तर की उत्पादकता और रोजगार को मापने पर पता चलता है कि 2023-24 में रोजगार वृद्धि दर 6 प्रतिशत रही, जबकि 2022-23 में यह 3.2 प्रतिशत थी। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार 2023-24 में भारत का कुल रोजगार 643.3 मिलियन था, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 596.7 मिलियन था। केंद्रीय बैंक देश की उत्पादकता और रोजगार के स्तर का अनुमान लगाने के लिए सरकार के राष्ट्रीय खातों और श्रम मंत्रालय के डेटा का उपयोग करता है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड-बीसीसीआई ने पूर्व बल्लेबाज और विश्व कप विजेता गौतम गंभीर को पुरुष टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह घोषणा की। श्री गंभीर ने मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ की जगह ली है।
8 जुलाई को इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन अध्यक्ष पी. टी. उषा ने बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को पेरिस ओलिंपिक 2024 की ओपनिंग सेरेमनी में महिला ध्वजवाहक घोषित किया। वहीं, भारतीय पुरुष दल के ध्वजवाहक की जिम्मेदारी टेबल टेनिस खिलाड़ी ए शरत कमल को दी गई है। इसके अलावा, साल 2012 के ओलिंपिक खेलों में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले गगन नारंग को इस बार शेफ-डी-मिशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कुछ समय पहले मैरी कॉम ने अपनी स्वेच्छा से शेफ-डी-मिशन के पद से इस्तीफा दिया था। फ्रेंच में शेफ-डी-मिशन का अर्थ है 'मिशन का प्रमुख'। अंतरराष्ट्रीय बहु-विषयक खेल आयोजन में भाग लेने वाले किसी भी राष्ट्रीय दल के लिए शेफ-डी-मिशन एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद है। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) ने 26 जुलाई से शुरू होने वाले पेरिस ओलिंपिक के लिए 28 सदस्यीय भारतीय एथलेटिक्स टीम की घोषणा की थी। टोक्यो ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे। मैरी कॉम और मनप्रीत सिंह टोक्यो ओलिंपिक 2020 में संयुक्त रूप से भारतीय ध्वजवाहक थे। एथलीट पुरमा बनर्जी 1920 के एंटवर्प ओलिंपिक में ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक में पहले भारतीय ध्वजवाहक थे। वहीं, शाइनी विल्सन 1992 में बार्सिलोना ओलिंपिक में पहली भारतीय महिला ध्वजवाहक बनी थीं। पीवी सिंधु ओलिंपिक्स भारत के लिए 2 मेडल जीतने वाली एकमात्र प्लेयर हैं। उन्होंने रियो ओलिंपिक 2016 में सिल्वर और टोक्यो ओलिंपिक 2021 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारतीय शूटर गगन नारंग ने 4 बार ओलिंपिक खेला है। उन्होंने 2012 लंदन ओलिंपिक के 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 33वें ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक की मेजबानी 26 जुलाई से 11 अगस्त 2024 तक फ्रांस की राजधानी पेरिस में की जाएगी। पेरिस 1900 और 1924 के बाद तीसरी बार ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक की मेजबानी करेगा।
8 जुलाई को गौतम अडाणी ने पेरिस ओलिंपिक 2024 के लिए भारतीय टीम को स्पॉन्सर करने की घोषणा की। उन्होंने पेरिस ओलिंपिक में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों का मनोबल बढ़ाने के लिए देश का गीत कैंपेन शुरू किया। इसके अलावा, एक डॉक्यूमेंट्री भी लॉन्च की। यह ग्रुप टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भी भारतीय ओलिंपिक टीम का मुख्य स्पॉन्सर रहा है। 2016 से, अडाणी समूह ने मुक्केबाजी, कुश्ती, टेनिस, जेवलिन थ्रो, शूटिंग, रनिंग, शॉटपुट, आर्चरी सहित अन्य खेलों के 28 एथलीट्स की मदद कर चुका है। कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहलवान रवि कुमार दहिया और दीपक पूनिया और बॉक्सर अमित पंघल भी अडाणी समूह से मदद पा चुके हैं।
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