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राष्ट्रपति भवन में स्थित ‘दरबार हॉल’ और ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर क्रमश: ‘गणतंत्र मंडप’ और ‘अशोक मंडप’ कर दिया गया है। इस संबंध में राष्ट्रपति भवन की ओर से गुरुवार को जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति का कार्यालय और आवास, राष्ट्र का प्रतीक है और लोगों की अमूल्य विरासत है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘दरबार हॉल’ राष्ट्रीय पुरस्कारों की प्रस्तुति जैसे महत्वपूर्ण समारोहों और उत्सवों का स्थल है। ‘दरबार’ शब्द का तात्पर्य भारतीय शासकों और अंग्रेजों के दरबार और सभाओं से है। भारत के गणतंत्र बनने के बाद, यानी ‘गणतंत्र’ के बाद इसकी प्रासंगिकता खत्म हो गई। ‘गणतंत्र’ की अवधारणा प्राचीन काल से ही भारतीय समाज में गहराई से निहित है, इसलिए ‘गणतंत्र मंडप’ इस स्थल के लिए एक उपयुक्त नाम है। वहीं ‘अशोक हॉल’ मूल रूप से एक बॉलरूम था। ‘अशोक’ शब्द का अर्थ है वह व्यक्ति जो “सभी दुखों से मुक्त” है या “किसी भी दुख से रहित” है। साथ ही, ‘अशोक’ सम्राट अशोक को संदर्भित करता है, जो एकता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का प्रतीक है। भारत गणराज्य का राष्ट्रीय प्रतीक सारनाथ से अशोक का सिंह शीर्ष है। यह शब्द अशोक वृक्ष को भी संदर्भित करता है जिसका भारतीय धार्मिक परंपराओं के साथ-साथ कला और संस्कृति में भी गहरा महत्व है। ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर ‘अशोक मंडप’ करने से भाषा में एकरूपता आती है और अंग्रेजीकरण के निशान मिटते हैं, जबकि ‘अशोक’ शब्द से जुड़े प्रमुख मूल्यों को बरकरार रखा जाता है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 24 जुलाई, 2024 को चरण- II बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस लक्ष्य मिसाइल को एलसी-IV धामरा से शाम 1620 बजे प्रतिद्वंद्वी बैलिस्टिक मिसाइल की नकल करते हुए लॉन्च किया गया था, जिसे भूमि और समुद्र पर तैनात हथियार प्रणाली रडार द्वारा पता लगाया गया था और एडी इंटरसेप्टर प्रणाली को सक्रिय किया गया। चरण- II एडी एंडो-वायुमंडलीय मिसाइल को आईटीआर, चांदीपुर में एलसी-III से शाम 1624 बजे लॉन्च किया गया था। उड़ान परीक्षण ने लंबी दूरी के सेंसर, कम विलंबता संचार प्रणाली एवं एमसीसी और एडवांस इंटरसेप्टर मिसाइलों से युक्त संपूर्ण नेटवर्क केंद्रित युद्ध हथियार प्रणाली को मान्य करते हुए सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरी तरह से पूरा किया। इस परीक्षण ने 5000 किलोमीटर श्रेणी की बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव के लिए राष्ट्र की स्वदेशी क्षमता का प्रदर्शन किया है। इस मिसाइल के प्रदर्शन की निगरानी जहाज सहित विभिन्न स्थानों पर आईटीआर, चांदीपुर द्वारा तैनात इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम, रडार और टेलीमेट्री स्टेशनों जैसे रेंज ट्रैकिंग उपकरणों द्वारा कैप्चर किए गए उड़ान डेटा से की गई थी। चरण- II एडी एंडो-वायुमंडलीय मिसाइल एक स्वदेशी रूप से विकसित दो चरण की ठोस चालित जमीन से प्रक्षेपित मिसाइल प्रणाली है, जिसका उद्देश्य एंडो से कम बाहरी-वायुमंडलीय क्षेत्रों की ऊंचाई ब्रैकेट में कई प्रकार के दुश्मन बैलिस्टिक मिसाइल खतरों को बेअसर करना है। मिसाइल प्रणाली में विभिन्न डीआरडीओ प्रयोगशालाओं की विकसित कई अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीकों को शामिल किया गया है।
भारतीय सेना की टुकड़ी मंगोलिया के उलानबटोर में बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास ‘खान क्वेस्ट’ के लिए रवाना हुई। यह अभ्यास 27 जुलाई से 9 अगस्त तक चलेगा। 40 सैनिकों की इस टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मद्रास रेजिमेंट की बटालियन द्वारा किया जा रहा है। एक महिला अधिकारी और दो महिला सैनिक भी इस दल में शामिल हैं। अभ्यास का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों को शांति अभियानों के लिए तैयार करना है। यह अभ्यास पहली बार वर्ष 2003 में अमरीका और मंगोलियाई सशस्त्र बलों के बीच शुरू हुआ था। वर्ष 2006 से, यह अभ्यास बहुराष्ट्रीय शांति स्थापना अभ्यास में बदल गया।
कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने नई दिल्ली में ‘मॉडल कौशल ऋण योजना’ का शुभारंभ किया। इस योजना का लक्ष्य भविष्य के लिए देश के तैयार कार्यबल को सशक्त बनाना है। योजना के अंतर्गत देश के 25 हजार युवाओं को शिक्षा और कौशल बढाने के अवसर प्रदान किये जायेंगे। श्री चौधरी ने कहा कि नई योजना के अंतर्गत ऋण राशि की सीमा बढ़ाकर साढे सात लाख रुपये कर दी गई है। पहले यह राशि डेढ लाख रुपये थी। उन्होंने कहा कि कई गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों, अनुसूचित बैंकों और ग्रामीण बैंकों को भी इस योजना में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उल्लेख केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने इस वर्ष के केंद्रीय बजट में किया था। नई मॉडल कौशल ऋण योजना को उन्नत स्तर के कौशल पाठ्यक्रमों का समर्थन करने के लिए तैयार किया गया है।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के अनुसार, देश का कुल वन क्षेत्र 7,13,789 वर्ग किलोमीटर है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 21.71% है। यह जानकारी राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने 22 जुलाई 2024 को लोकसभा में दी। राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने भारत राज्य वन रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2021 के हवाले से यह जानकारी दी। भारत की वन स्थिति रिपोर्ट 'भारतीय वन सर्वेक्षण' जो देहरादून, उत्तराखंड में स्थित है, द्वारा द्विवार्षिक रूप से तैयार की जाती है। भारतीय वन सर्वेक्षण केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अंतर्गत आती है। देश में सबसे अधिक वन क्षेत्र मध्य प्रदेश में है जहां राज्य का 77,493 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वनाच्छादित है। मध्य प्रदेश के बाद, वनों के अधिकतम क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश में है उसके बाद छत्तीसगढ़,ओडिशा और महाराष्ट्र का स्थान है । राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में, चंडीगढ़ में सबसे कम वन क्षेत्र मात्र 23 वर्ग किलोमीटर है। चंडीगढ़ के बाद,सबसे कम वन क्षेत्र लक्षद्वीप में 27 किलोमीटर वन क्षेत्र और उसके बाद पुदुचेरी है जहां 57 किलोमीटर वन क्षेत्र पायी जाती है। राज्यों में, हरियाणा में सबसे कम वन क्षेत्र (1603 वर्ग किमी) था, इसके बाद पंजाब में 1847 वर्ग किमी क्षेत्र वनाच्छादित है।
25 जुलाई 2024 को केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 10वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की। मंत्री ने देश के 500वें सामुदायिक रेडियो स्टेशन का भी उद्घाटन किया। इस मौके पर मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा भी मौजूद थे। देश में 500वां सामुदायिक रेडियो मिज़ोरम की राजधानी आइजोल में स्थित भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के परिसर में स्थापित किया गया है। अपना रेडियो 90.0 एफएम नामक यह सामुदायिक रेडियो कृषि प्रधान मिज़ोरम राज्य में दैनिक मौसम संबंधी जानकारी, सरकारी योजनाओं और कृषि संबंधी जानकारी का प्रसार करेगा। सामुदायिक रेडियो ,सार्वजनिक सेवा रेडियो प्रसारण जैसे ऑल इंडिया रेडियो और अन्य वाणिज्यिक रेडियो से भिन्न है। सामुदायिक रेडियो स्थानीय आबादी से संबंधित मुद्दों, जैसे पोषण, स्वास्थ्य आदि पर स्थानीय भाषाओं में स्थानीय समुदायों द्वारा स्थापित और संचालित कम-शक्ति वाले रेडियो होते हैं। भारत सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों, समुदाय-आधारित संगठनों, पंजीकृत समितियों, ट्रस्टों आदि को सामुदायिक रेडियो की स्थापना करने की अनुमति दी है।
25 जुलाई को गृह मंत्रालय ने हरगोबिंदर सिंह धालीवाल को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का नया डिप्टी जनरल ऑफ पुलिस (DGP) नियुक्त किया। उन्हें DGP देवेश चंद्र श्रीवास्तव की जगह नियुक्ति मिली है। इससे पहले धालीवाल नई दिल्ली में स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस थे। 2022 में उन्हें दिल्ली एंटी टेरर यूनिट स्पेशल सेल का चीफ नियुक्त किया गया था। 27 साल के करियर में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश, गोवा, दिल्ली और मिजोरम में विभिन्न पदों पर कार्य किया। धालीवाल को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। उन्हें विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक भी मिल चुका है।
24 जुलाई को विदेश मंत्रालय ने मयंक जोशी को बहामास कॉमनवेल्थ में भारत का अगला हाई कमिश्नर नियुक्त किया। वे अपने कार्यकाल के दौरान किंग्स्टन में रहेंगे। मयंक जोशी को मासाकुई रुंगसंग की जगह नियुक्त किया गया। मयंक वर्तमान में जमैका में भारत के हाई कमिश्नर थे। उन्हें 29 अगस्त 2023 को जमैका में हाई कमिश्नर नियुक्त किया गया था। वे 2020 में टोक्यो में भारतीय दूतावास में डिप्टी चीफ ऑफ मिशन के रूप में काम कर चुके हैं।
भारत का अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश में पारसियों की आबादी को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। सरकार पारसी समुदाय के चिकित्सा और स्वास्थ्य (एचओसी) घटकों के तहत कई पारसी जोड़ों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा जियो पारसी योजना चलाई जा रही है। जिसका उद्देश्य वैज्ञानिक प्रोटोकॉल और संरचित उपायों को अपनाकर पारसी आबादी की घटती प्रवृत्ति को उलटना, उनकी आबादी को स्थिर करना और भारत में पारसियों की आबादी को बढ़ाना है। इस योजना में प्रचार-प्रसार के लिए सेमिनार, कार्यशालाएं, शिविर, प्रिंट और सोशल मीडिया जैसे आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। किरेन रिजिजू ने बताया कि जियो पारसी योजना साल 2013-14 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य वैज्ञानिक प्रोटोकॉल और संरचित उपायों को अपनाकर पारसी आबादी की घटती प्रवृत्ति को उलटना, उनकी आबादी को स्थिर करना और भारत में पारसियों की आबादी को बढ़ाना है।
कोच्चि स्थित निजी क्षेत्र के बैंक फेडरल बैंक ने बैंक के नए प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में कृष्णन वेंकट सुब्रमण्यम की नियुक्ति की घोषणा की है। वह बैंक के सबसे लंबे समय तक सेवारत प्रबंध निदेशक और सीईओ श्याम श्रीनिवासन का स्थान लेंगे। फेडरल बैंक के मुताबिक, केवी सुब्रमण्यम की नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। वह 23 सितंबर 2024 को औपचारिक रूप से फेडरल बैंक के एमडी और सीईओ के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
विभूति भूषण नायक को सर्वसम्मति से 2024-25 की अवधि के लिए भारतीय लागत लेखाकार संस्थान (आईसीएमएआई) के नए अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। वह अश्विन दलवाड़ी का स्थान लेंगे जो 2023-24 की अवधि के लिए अध्यक्ष थे। 2024-25 के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव करने के लिए चुनाव 22 जुलाई 2024 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। टीसीए श्रीनिवास प्रसाद को 2024-25 के लिए भारतीय लागत लेखाकार संस्थान का उपाध्यक्ष चुना गया है।
24 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वर्ल्ड पैराग्लाइडिंग चैम्पियनशिप 2024 हिमाचल प्रदेश में होने की घोषणा की। उन्होंने शिमला में पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप 2024 की ऑफिशियल वेबसाइट का शुभारंभ भी किया। पैराग्लाइडिंग चैम्पियनशिप का आयोजन हिमाचल के कांगड़ा जिले के बीड़-बिलिंग में 2 से 9 नवंबर के बीच किया जाएगा। फेडरेशन एरोनोटिक इंटरनेशनल (FAI) ने इसे कैटेगिरी 2 इवेंट का दर्जा दिया है। इस इवेंट में 40 से 50 देश के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। अभी तक 27 देशों के 81 प्रतिभागी अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इस वर्ल्ड कप में 130 प्रतिभागियों को ही उड़ान भरने का मौका मिलेगा, जिसके लिए वर्ल्ड और नेशनल रैंकिंग को आधार बनाया जाएगा। वर्ल्ड कप में प्रतिभागियों को प्रतिदिन क्रॉस कंट्री के तहत बीड़ बिलिंग से 100 से 200 किलोमीटर उड़ान के टास्क दिए जाएंगे। इस आयोजन के दौरान बीड़-बिलिंग में हिमाचल पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल भी मनाया जाएगा। हिमाचली संस्कृति से रूबरू करवाते हुए वर्ल्ड कप के दौरान रोजाना संध्या को संस्कृत संध्याओं का भी आयोजन होगा। 2023 में बीड़ बिलिंग में दो प्री-वर्ल्ड कप आयोजित किए जा चुके हैं।
24 जुलाई को इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) ने नीता अंबानी को फिर से सदस्य चुना। उन्हें कुल 93 वोटर्स ने अपना वोट दिया यानी वे 100% वोट के साथ चुनीं गईं। नीता अंबानी के नेतृत्व में 40 साल बाद भारत को IOC की वार्षिक बैठक की मेजबानी मिली थी। 2023 में मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में इसका आयोजन किया गया था। नीता अंबानी की लीडरशिप में ही पहली बार ओलिंपिक में इंडिया हाउस बनाया गया। नीता अंबानी धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की चेयरपर्सन हैं। वे देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की बोर्ड मेंबर भी हैं। नीता अंबानी का जन्म 1 नवंबर 1963 को मुंबई में हुआ था।
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