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जैव विविधता संधि में शामिल विभिन्न देशों की 16वीं बैठक- कॉप-16 सम्मेलन कोलंबिया के काली में सम्पन्न हो गया। इसमें जैव विविधता को संरक्षित रखने में मूल निवासियों और अफ्रीकी नस्ल के समुदायों की आवश्यक भूमिका को स्वीकार किया गया। सम्मेलन की अध्यक्ष सुसाना मुहम्मद और कोलंबिया के विदेश मंत्री लुई गिल्बर्टो मुरिलो ने इस निर्णय का स्वागत किया है। “प्रकृति के साथ शांति” विषय के साथ कॉप-16 ने कई महत्वपूर्ण परिणाम हासिल किए हैं। इसमें अंतर्राष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण जहाजरानी क्षेत्रों की पहचान और उनकी संरक्षा के लिए एक वैश्विक कोष की स्थापना का समझौता शामिल है। वर्ष 2026 से पहले तक कोलंबिया इस सम्मेलन का अध्यक्ष बना रहेगा। वर्ष 2026 में इसकी अध्यक्षता आर्मेनिया करेगा।
पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कोलंबिया में पार्टियों के सम्मेलन की 16वीं बैठक में भारत की अद्यतन ‘राष्ट्रीय जैव विविधता कार्य नीति और योजना’ -एनबीएसएपी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने इसे अद्यतन करने में भारत के ‘संपूर्ण सरकार’ और ‘संपूर्ण समाज’ दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। इस योजना के अंतर्गत पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने की कार्यनीति की रूपरेखा तैयार की जाती है। इसके अलावा यह पारिस्थितिकी तंत्र बहाली, प्रजातियों की पुनर्प्राप्ति कार्यक्रमों और समुदाय-संचालित संरक्षण प्रयासों के माध्यम से चुनौतियों का समाधान किया जाता है।
संस्कृति मंत्रालय, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ के सौजन्य से 5 और 6 नवंबर को नई दिल्ली में पहले एशियाई बौद्ध शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। सम्मेलन का विषय है- एशिया को सुदृढ़ करने में बुद्ध धम्म की भूमिका। सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने की संभावना है। इसमें एशिया के विभिन्न बौद्ध परंपराओं के विद्वान, बौद्ध समुदाय की समकालीन चुनौतियों के समाधान पर चर्चा करेंगे। बौद्ध धर्म का भारत और एशिया के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास में विशिष्ट स्थान है। यह शिखर सम्मेलन एशिया में बुद्ध धम्म की विविध परंपराओं को साथ लाने का अनूठा अवसर है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता ( AI) वैश्विक अर्थव्यवस्था को नया आकार दे रही है। यह श्रम बाजारों, उद्योगों और सामाजिक गतिशीलता को नया रूप दे रही है। यह परिवर्तन अवसर और चुनौतियाँ दोनों लेकर आता है। वैश्विक AI बाज़ार के 2024 से 2030 तक 36.6% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ बढ़ने की उम्मीद है। संज्ञानात्मक-गहन भूमिकाओं पर अपने ध्यान के कारण उन्नत अर्थव्यवस्थाएँ उभरते बाजारों की तुलना में इन परिवर्तनों का अनुभव जल्दी करेंगी।
आईएमएफ के अनुसार, 2023 में एआई के लिए सबसे अधिक तैयार शीर्ष 10 देश हैं:
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को घोषणा की कि कांगड़ा के देहरा विधानसभा क्षेत्र के बनखंडी क्षेत्र में बनने वाला दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल बुनियादी ढांचे के लिए भारतीय हरित भवन परिषद (आईजीबीसी) से प्रमाणन प्राप्त करने वाला भारत का पहला चिड़ियाघर बन जाएगा। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, पार्क ने पहले ही IGBC प्रमाणन के लिए पंजीकरण करा लिया है, जिसमें इसकी संरचनात्मक डिजाइन और परिदृश्य योजना दोनों के लिए मान्यता मांगी गई है। यह प्रमाणन उच्च पर्यावरणीय मानकों के प्रति पार्क की प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगा, जिसमें स्थिरता और पारिस्थितिक संतुलन पर जोर दिया जाएगा।
मणिपुर के सबसे बड़े त्योहारों में से एक निंगोल चकौबा पूरे राज्य में धार्मिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। इसे मैतेई समुदाय का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है लेकिन पिछले कई वर्षों से इस पर्व में अलग-अलग समुदायों की भागीदारी से इस त्यौहार के परिदृश्य में बदलाव आया है। यह त्योहार हर वर्ष मेइतेई पंचांग के चंद्र माह हियांगेई के दूसरे दिन मनाया जाता है।
एक अभूतपूर्व अध्ययन ने एक "ब्लैक होल ट्रिपल" प्रणाली के अस्तित्व का खुलासा किया है। यह खोज पहली बार है जब वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में इस तरह के विन्यास की पहचान की है। यह प्रणाली पृथ्वी से लगभग 8,000 प्रकाश वर्ष दूर, सिग्नस नक्षत्र में स्थित है। इसमें एक केंद्रीय ब्लैक होल, उसके चारों ओर घूमता हुआ एक तारा और एक अधिक दूर का तारा है। ब्लैक होल अंतरिक्ष में एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अत्यंत प्रबल गुरुत्वाकर्षण बल होता है। यह बल इतना तीव्र होता है कि कुछ भी, यहाँ तक कि प्रकाश भी, इससे बच नहीं सकता। अधिकांश ब्लैक होल विशाल तारों से बनते हैं जो अपने जीवन चक्र के अंत में विस्फोट करते हैं, इस प्रक्रिया को सुपरनोवा कहा जाता है। हालाँकि, हाल ही में खोजा गया ब्लैक होल इस पारंपरिक दृष्टिकोण को चुनौती देता है।
भारत की कृषा वर्मा ने अमेरिका के कोलोराडो में अंडर-19 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। हालांकि, स्वर्ण पदक की दौड़ में शामिल पांच अन्य भारतीय मुक्केबाज अपने-अपने फाइनल में हार गए। कृषा ने जर्मनी की लेरिका साइमन को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। वहीं चंचल चौधरी महिला 48 किग्रा वर्ग के फाइनल में इंग्लैंड की रूबी व्हाइट से हार गईं। इस वर्ग में भारतीय मुक्केबाज को अयोग्य घोषित कर दिया गया जिसके कारण उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। महिला 57 किग्रा वर्ग में, अंजलि सिंह फाइनल में इंग्लैंड की मिया-तियाह आयटन से 0-5 से हार गईं। पुरुष 75 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रहे राहुल कुंडू को भी रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वह अपने वर्ग के फाइनल में यूएसए के जोसेफ अविनोंग्या से 1-4 से हार गए। महिला 60 किग्रा वर्ग में विनी एला लोन्सडेल से 3-2 से हार गई । महिला 70 किग्रा वर्ग में आकांक्षा इंग्लैंड की लिली डीकन से 4-1 से हार गईं। इस हार के परिणामस्वरूप आकांक्षा को भी रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
भारत के अतनु दास ने स्विट्जरलैंड के लुसाने में आयोजित स्विस ओपन इंडोर तीरंदाजी टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता है। अतनु दास ने स्विट्जरलैंड के थॉमस रूफर को 6-4 से हराया। इससे पहले सेमीफाइनल में अतनु को फ्रांस के रोमेन फिचेट के खिलाफ 4-6 से हार का सामना करना पड़ा था। रोमेन ने रजत और इटली के एलेसेंड्रो पाओली ने स्वर्ण पदक जीता।
भारत तथा फ्रांस के करण सिंह और फ्लोरेंट बैक्स की जोड़ी ने कांगो के ब्रेज़विले में आयोजित ए.टी.पी. चैलेंजर टेनिस टूर्नामेंट में पुरुष डबल्स का खिताब जीत लिया है। उन्होंने इटली के सिमोन एगस्टिनी और दक्षिण अफ्रीका के एलेक बैक्ले की जोड़ी को हराया। यह करण का पहला खिताब है।
भारत ने अमरीका के कोलरेडो में अंडर-19 विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया है। इस प्रतियोगिता के पुरुष और महिला वर्गों में भारतीय दल ने 4 स्वर्ण सहित 17 पदक जीते हैं। भारतीय दल में 9 पुरुष और 10 महिलाओं सहित 19 मुक्केबाज शामिल हैं जिनमें से 12 फाइनल तक पहुंच चुके हैं और हर महिला मुक्केबाज एक पदक जीतने में सफल रही है। भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतनेवालों में हेमंत सांगवान इकलौते पुरुष मुक्केबाज हैं जबकि महिलाओं में कृषा वर्मा, पार्थवी ग्रेवाल और वंशिका गोस्वामी स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही हैं। भारत अब मुक्केबाजी में अपनी खास जगह बनाने का प्रयास कर रहा है। 2028 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक में इस खेल को शामिल किये जाने की उम्मीद है।
3 नवंबर यानी रविवार को देशभर में भाई-दूज (Bhai Dooj) का त्योहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। भ्रातृ द्वितीया कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला हिन्दू धर्म का पर्व है जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाने वाला यह पर्व पांच दिवसीय उत्सव के अंत का प्रतीक है। इसे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है, जैसे भाई फोटा, भाऊबीज, भाई टीका या यम द्वितीया। इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर टीका लगाती हैं और उनकी और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं।
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